tag:blogger.com,1999:blog-7265410993522478386.post2497818531472998347..comments2023-10-05T15:40:49.590+05:30Comments on वाह! मनी Wah! Money: यही होता है लालच का अंजाम !चलते चलतेhttp://www.blogger.com/profile/00891524525052861677noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-7265410993522478386.post-40910780854184849962008-01-25T06:02:00.000+05:302008-01-25T06:02:00.000+05:30किसी शेयर का बाजार मूल्य या अंकित मूल्य face value...किसी शेयर का बाजार मूल्य या अंकित मूल्य face value उस कम्पनी के शेयर के 'असली मूल्य' practical value को प्रकट नहीं करता। न ही NSE या BSE के वेबसाइट में ऐसा कोई विवरण मिलता है। उदाहरण के लिए किसी ABCD कम्पनी के 10 रु. वाले अंकित मूल्य के शेयर का बाजार भाव आज यदि 400 रु. है, किन्तु इस कम्पनी की अधिकृत पूँजी सिर्फ 600 करोड़ रु. की है, जबकि कच्चे तथा तैयार माल सहित इसकी कुल परिसम्पत्ति का वर्तमान बाजार मूल्य 60000 हजार करोड़ है, तो इसके एक शेयर का प्रैक्टिकल मूल्य 1000 रु. बैठेगा। यदि यह कम्पनी नीलाम हो या कबाड़ी के भाव बिके तो भी व्यक्ति को 1000 रुपये प्रति शेयर तो मिल जाएँगे। <BR/><BR/>दूसरी ओर किसी सॉफ्टवेयर कम्पनी यथा इन्फोसिस के रु.1 मात्र के अंकित मूल्य के शेयर का बाजार भाव आज यदि रु.5000/- है, किन्तु यदि यह कम्पनी डूब जाए, या नीलाम हो तो इसकी अधिकृत पूँजी तथा कुल परिसम्पत्ति के मूल्य का अनुपात आंका जाए तो रु.1 वाले प्रति शेयर का मूल्य लगभग सिर्फ 5 पैसे ही होगा। अर्थात् 50000 हजार गुणा हानि। क्योंकि सॉफ्टवेयर तो एक प्रकार की सेवा है, जो कम्पनी के डूबते ही बेकार हो जाती है। कोई वस्तु तो है नहीं जिसे कबाड़ी के भाव भी बेचा जा सके।<BR/><BR/>सेबी को चाहिए कि हर कम्पनी की प्रोफाइल में अनिवार्य रूप से उस कम्पनी के शेयर का प्रैक्टिकल मूल्य का आकलन कर दर्शाए। ताकि गरीब तथा आम उपभोक्ता देख समझ कर सही प्रैक्टिकल मूल्य वाले शेयर खरीदे।<BR/><BR/>शेयर बाजार का असली उद्देश्य बड़ी कम्पनियों में आम जनता की भागीदारी कराकर उन्हें लाभ का कुछ हिस्सा दिलाना था।<BR/><BR/>लेकिन दुर्भाग्य से आज सारा शेयर बाजार बड़ी भारी पूँजी वाले संस्थागत निवेशकों की कठपुतली है, जो लाखों करोड़ों, अरबों की पूँजी निवेश करके या बाजार से निकाल कर बाजार को उठा या गिरा सकते हैं।<BR/><BR/>संस्थागत निवेशकों के लिए सीमा होनी चाहिए कि वे किसी कम्पनी के 1 प्रतिशत से अधिक शेयर कदापि खरीद नहीं पाएँ। किसी एक संस्था को नहीं बेचे जाएँ। तभी शेयर बाजार प्रैक्टिकल आधार पर टिक सकता है।हरिरामhttps://www.blogger.com/profile/12475263434352801173noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7265410993522478386.post-40055393786929634402008-01-19T11:56:00.000+05:302008-01-19T11:56:00.000+05:30शेयर बाज़ार की समझ अधिक समझ नहीं है लेकिनअविनाश वाच...शेयर बाज़ार की समझ अधिक समझ नहीं है लेकिन<BR/>अविनाश वाचस्पति जी की कविता बडी झकास हैराजीव तनेजाhttps://www.blogger.com/profile/00683488495609747573noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7265410993522478386.post-73758797942978190552008-01-18T22:47:00.000+05:302008-01-18T22:47:00.000+05:30यदि मेरी स्मृति दुरुस्त है तो रिलायंस इंडस्टरीज के...यदि मेरी स्मृति दुरुस्त है तो रिलायंस इंडस्टरीज के नतीजे आने पर पिछले वर्ष भी इसके दाम गिरे थे। <BR/><BR/>शेयर बाजार है ऐसी रेल, गिराने उठाने का खेले खेल। <BR/>जब हो तेज चढ़ जा प्यारे, धीमी होने पर उतरना जान।।<BR/>कहना कमल का अवश्य मान, अमल कर ले shriमान।।।<BR/><BR/>रेल से शेयर बाजार की तुलना ठीक की गई है। ऐसी रपटें जनहित में जारी रहनी चाहिएं।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7265410993522478386.post-6493751026131377552008-01-18T22:46:00.000+05:302008-01-18T22:46:00.000+05:30यदि मेरी स्मृति दुरुस्त है तो रिलायंस इंडस्टरीज के...यदि मेरी स्मृति दुरुस्त है तो रिलायंस इंडस्टरीज के नतीजे आने पर पिछले वर्ष भी इसके दाम गिरे थे। <BR/><BR/>शेयर बाजार है ऐसी रेल, गिराने उठाने का खेले खेल। <BR/>जब हो तेज चढ़ जा प्यारे, धीमी होने पर उतरना जान।।<BR/>कहना कमल का अवश्य मान, अमल कर ले shriमान।।।<BR/><BR/>रेल से शेयर बाजार की तुलना ठीक की गई है। ऐसी रपटें जनहित में जारी रहनी चाहिएं।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7265410993522478386.post-59685816831878071652008-01-18T21:53:00.000+05:302008-01-18T21:53:00.000+05:30कभी ना कभी तो ये होना ही था। आशंका तो पहले भी थे। ...कभी ना कभी तो ये होना ही था। आशंका तो पहले भी थे। इंफ़ोसिस, टीसीएस और रिलायंस के अच्छे नतीजे भी बाजार को गिरने से नही रोक सके। गिरने दो, ये सब एफ़आईआई का खेल है, उनकी खरीद पूरी होते ही, बाजार वापस आएंगे।<BR/><BR/>हमरी भी सुन लो, हम अपना पोर्टफोलिए (प्रोफ़िट वाले शेयर्स) तो पहले ही हल्के कर चुके है, नयी खरीदारी भी स्क्रिप्ट टू स्क्रिप्ट बेसिस पर जारी है। अभी तेजी फिर लौटेगी, टेंशन नही लेने का , लेकिन उस समय भी दिमाग की माने, दिल को काबू मे रखकर,अच्छे फ़ंडामेंटल्स वाले शेयरों मे निवेश करें, शार्ट टर्म वाले ट्रेडर्स सावधान रहें, लांग टर्म वाले निश्चिंत रहें।Jitendra Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/09573786385391773022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7265410993522478386.post-12815532910349321392008-01-18T20:20:00.000+05:302008-01-18T20:20:00.000+05:30अपन तो लम्बे काल के इंवेस्ट में विश्वास करते है. त...अपन तो लम्बे काल के इंवेस्ट में विश्वास करते है. तो थोड़ा गिरने ही देते है, कुछ ले लेंगे.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7265410993522478386.post-65559155424419955482008-01-18T17:13:00.000+05:302008-01-18T17:13:00.000+05:30आज के गिरावट के बारे मे अन्दाजा कल शाम ही हो गया थ...आज के गिरावट के बारे मे अन्दाजा कल शाम ही हो गया था, कैसे, सिम्प्ल दलाल स्ट्रीट जिन्दाबाद ::D, इसलिये पोर्ट्फोलिओ कुछ हद तक हल्का कर लिया था :) पर अब ये नही पता सोमवार को क्या होगा... सो देखा जायेगा :Pगरिमाhttps://www.blogger.com/profile/12713507798975161901noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7265410993522478386.post-16103791051746279482008-01-18T17:12:00.000+05:302008-01-18T17:12:00.000+05:30kamaljibazar to unke liye hai jinke pass paisa hai...kamalji<BR/>bazar to unke liye hai jinke pass paisa hai.Unke liye ye post kam ki hai. hum jaise kadkon ke liye kya rakha hai bazar main.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7265410993522478386.post-74803021473922824672008-01-18T16:50:00.000+05:302008-01-18T16:50:00.000+05:30आपने तो शेयर बाजार को रेल गाड़ी बना दिया, खैर मुना...आपने तो शेयर बाजार को रेल गाड़ी बना दिया, खैर मुनाफावसूली जिंदाबादAshish Maharishihttps://www.blogger.com/profile/04428886830356538829noreply@blogger.com