tag:blogger.com,1999:blog-7265410993522478386.post7699764121611884299..comments2023-10-05T15:40:49.590+05:30Comments on वाह! मनी Wah! Money: शेयर बाजार में गिरावट का खेल दस अक्टूबर के बादचलते चलतेhttp://www.blogger.com/profile/00891524525052861677noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-7265410993522478386.post-53144290638667290032007-09-26T14:16:00.000+05:302007-09-26T14:16:00.000+05:30Kamal JiSensex is touching 17000, whats your view ...Kamal Ji<BR/><BR/>Sensex is touching 17000, whats your view on thisAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7265410993522478386.post-75873805241992560372007-09-19T16:57:00.000+05:302007-09-19T16:57:00.000+05:30हां, खूबसूरत पिक्चर खड़ी कर छोटे निवेशकों की जेब ...<B>हां, खूबसूरत पिक्चर खड़ी कर छोटे निवेशकों की जेब से पैसा निकालने के लिए जमकर राय देना संस्थागत निवेशकों के लिए कारोबार करने वाले विश्लेषकों के लिए जरुर मुनाफे का सौदा है। ये ही विश्लेषक चंद दिनों पहले कह रहे थे कि शेयर बाजार का बंटाढार हो जाएगा।</B><BR/><BR/>एकदम खरी बात है. थोड़ा और अच्छा होता कि अपन इसमें आंकड़े देते हुए यह साबित कर देते कि छोटी और मंझोली कंपनियों की दशा क्या चल रही है फिलहाल. <BR/>फिर भी आपकी पैनी नज़र ने जो देखा है वही प्रत्येक शब्द में परिलक्षित हो रहा है.नीरज दीवानhttps://www.blogger.com/profile/14728892885258578957noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7265410993522478386.post-70554082631995704572007-09-19T16:42:00.000+05:302007-09-19T16:42:00.000+05:30सही फरमाया.सही फरमाया.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7265410993522478386.post-28600618863354302742007-09-19T16:36:00.000+05:302007-09-19T16:36:00.000+05:30कमल जी आपके ब्लग पर अभी किसी महाशय का कमेंट देखा.....कमल जी आपके ब्लग पर अभी किसी महाशय का कमेंट देखा.. मुझे इन महाशय के कल और आज का तो पता नहीं लेकिन मुझे इनकी सोच पर बड़ा रोना आ रहा हैं. भाई साहेब लिखते हैं की कभी मन्दड़िये तो कभी तेजड़िये कभी दोनो ही किसी को भी जैसे योगेन्द्र यादव, विनोद मेहता या एन राम को कभी भी अपने फायदे के वक्तव्य देने के लिये " मना" सकते हैं.....भाई साहेब आप जिन पर मना लेने का आरोप लगा रहे हैं वो देश के ही नहीं दुनिया के बेहतरीन संपादकों और जानकारों में से एक हैं. उनकी मेहनत की एक पाई भी शेयर बाजार में नहीं लागिन है. आब आप पूछेंगे की यह बात मुझे केसे पता तो बस मैं यहीं कहना चाहूँगा देश को हमारे जेसे लोगों को उनपर नाज़ हैं. <BR/><BR/>bAshish Maharishihttps://www.blogger.com/profile/04428886830356538829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7265410993522478386.post-32341678565744063872007-09-19T16:25:00.000+05:302007-09-19T16:25:00.000+05:30एक्दम सही लिखा है, मुझे कभी भी स्माल कैप मे मुनाफा...एक्दम सही लिखा है, मुझे कभी भी स्माल कैप मे मुनाफा नही हुआ है... मिड कैप मे कभी कभार थोड़ा बहुत फायदा हुआ है... लेकिन कमाल की बात है कि हैवीवैट्स में अधिकांश समय मुनाफा हुआ है लेकिन बहुत सीमित मात्रा में.... <BR/>मुझे लगता है कि अगले 1-2 माह में जब एक बार फिर फेडरल रिज़र्व बैंक ब्याज दरो में कटौती करेगा तो बाज़ार को औधे मुह गिरा दिया जायेगा... और यह फिजुल का तर्क दिया जायेगा कि इतने कम समय मे दरो में कटौती होने का अर्थ है कि अर्थव्यवस्था की स्थिति अच्छी नही है और " कुछ" मुनाफा वसूली कर लेना ही बेहतर होगा.... <BR/><BR/>और जहां तक अपनी घरेलू राजनैतिक स्थिति का सवाल है वो तो माशा अल्लाह है ही... कभी मन्दड़िये तो कभी तेजड़िये कभी दोनो ही किसी को भी जैसे योगेन्द्र यादव, विनोद मेहता या एन राम को कभी भी अपने फायदे के वक्तव्य देने के लिये " मना" सकते हैं....rajitsinhahttps://www.blogger.com/profile/05623586230895629830noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7265410993522478386.post-26325782223113288952007-09-19T15:02:00.000+05:302007-09-19T15:02:00.000+05:30अपने सही कहा की यदि ब्याज दरों से फर्क पड़ने लगे त...अपने सही कहा की यदि ब्याज दरों से फर्क पड़ने लगे तो चारों और हरियाली हरियाली हो जाए. ब्याज दरों के अलावा भी कई बातें हैं जो जो की शेयर मार्केटपर असर डालती हैं.Ashish Maharishihttps://www.blogger.com/profile/04428886830356538829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7265410993522478386.post-77734043170160738722007-09-19T14:48:00.000+05:302007-09-19T14:48:00.000+05:30बढ़िया विवेचनबढ़िया विवेचनRajesh Roshanhttps://www.blogger.com/profile/14363549887899886585noreply@blogger.com