शेयर बाजार कहीं भागकर नहीं जा रहा...
भारतीय शेयर बाजार बीएसई सेंसेक्स के नई ऊंचाई पर पहुंचने के बाद अधिकतर निवेशकों का कहना था कि जल्दी बताओं कौन कौनसी कंपनियों के शेयर खरीदें...हम तो गाड़ी चूक गए। गाड़ी न पकड़ पाए और यदि गाड़ी में बैठे हैं तो ऐसे निवेशक एक बार इसे पढ़ लें... शेयर बाजार में गिरावट का खेल दस अक्टूबर के बाद ....। हम गाड़ी पकड़ने के लिए दौड़ने वाले निवेशकों को राय देना चाहेंगे कि शेयर बाजार में आपाधापी का खेल न खेलें और अब तक जो भी निवेशक शेयर बाजार को कोसते हुए मिलते हैं या जिन्होंने इस बाजार में अपने हाथ जलाएं हैं वे आपाधापी में थे कि मैं क्यों नहीं पैसा कमा सका। उसकी कमीज मेरी कमीज से ज्यादा सफेद क्यों। इस समय शेयर बाजार में अलग अलग विश्लेषक अलग अलग बात कह रहे हैं...जैसे क्रिस्टॉप लालो को लें...उभरते शेयर बाजारों में विपुल संभावनाएं हैं। लेकिन मुद्रा यानी करेंसी एपरिसिएट होना लंबी अवधि के लिए अच्छा नहीं है। मेरे ख्याल से इस साल के आखिर या अगले साल की शुरूआत में बीएसई सेंसेक्स 20 हजार अंक तक पहुंच जाएगा। अब लें...जेएम फाइनेंशियल के तकनीकी विश्लेषक गौतम शाह को...अक्टूबर का महीना बाजार के लिए