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सेंसेक्‍स की विजेता छलांग

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हितेंद्र वासुदेव बीएसई सेंसेक्‍स पिछले सप्‍ताह उम्‍मीद के अनुरुप झूम उठा और 726 अंक की छलांग लगाई जो उससे पहले के सप्‍ताह में लगभग नौ सौ अंक बढ़ा। बीएसई सेंसेक्‍स पिछले सप्‍ताह पूर्व सप्‍ताह के बंद 16564.23 अंक की अपेक्षा बड़े अंतर पर खुला। सेंसेक्‍स 16697.89 अंक पर खुला और नीचे में 16599.66 अंक से नीचे नहीं गया। साप्‍ताहिक ऊंचाई 17361.47 अंक रही और अंत में बंद 17291.10 अंक पर हुआ। साप्‍ताहिक आधार पर यह 726 अंक बढ़ा। 31 अगस्‍त 2007 को सेंसेक्‍स के 15318 अंक पर बंद होने के बाद से साप्‍ताहिक रुझान तेजी का है। साप्‍ताहिक रुख नरमी का तभी दिखेगा जब यह साप्‍ताहिक बंद 16262 से नीचे होगा। अब सेंसेक्‍स के आने वाले दिनों में 17957-19248-21337 अंक जाने की उम्‍मीद है। 27 फरवरी 2008 से 19 मार्च 2008 के बीच सेंसेक्‍स के 17957 अंक जाने की उम्‍मीद की जा सकती है। लेकिन जिस तरह शेयरों के दाम चढ़ रहे हैं उससे 17957 का स्‍तर हमारे अनुमान से जल्‍दी देखने को मिल सकता है। साप्‍ताहिक स्‍पोर्ट 17084-16806-16564 पर होगा। साप्‍ताहिक रेसीसटेंस 17568, 17957, 18050 और 18330 पर रहेगा। उम्‍मीद बाजार के साप्‍ताहिक रेस

ज्‍योतिष कहते हैं गिरेगा शेयर बाजार

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शेयर बाजार में अब करेक्‍शन की बात तकनीकी विश्‍लेषक और निवेश सलाहकार ही नहीं कर रहे बल्कि ज्‍योतिष भी कह रहे हैं। विश्‍व विजय पंचांग के मुताबिक 11 अक्‍टूबर से 7 नवंबर 2007 के बीच शेयर बाजार में भारी मंदी देखने को मिलेगी। जबकि 11 अक्‍टूबर तक रिलायंस और एसीसी में जोरदार तेजी दिखेगी। इस पंचांग पर भरोसा करें तो 7 नवंबर से 31 दिसंबर 2007 के बीच बीएसई में तगड़ा उछाल देखने को मिलेगा। लेकिन यदि इसके बाद मंदी चले तो मंदी का कारोबार करें। पंचांग में कहा गया है कि 12 फरवरी 2008 से पहले नए साल में जबरदस्‍त नरमी आएगी। इसलिए सावधानी से कारोबार करें तो बेहतर है। राजस्‍थान के उदयपुर में मेरे एक निवेशक मित्र रहते हैं जिन्‍होंने बताया कि उन्‍हें भी एक ज्‍योतिष ने बताया है कि 8 से 11 अक्‍टूबर के बीच शेयर बाजार में गिरावट आएगी। वाह मनी ने भी 19 सितंबर को कहा था कि शेयर बाजार में गिरावट दस अक्‍टूबर के बाद ...पढ़ें.... ।

शेयर बाजार में उछाल रहेगा लेकिन झटके खाकर

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भारतीय शेयर बाजार बीएसई के केवल छह दिन में 16 से 17 हजार अंक का सफर तय करते ही निवेशकों के चेहरे मुस्‍करा उठे। इस सफर में मिड कैप और स्‍माल कैप की अनेक कंपनियों ने बढ़त हासिल की जिससे तकरीबन सभी निवेशकों को लाभ हुआ है। क्रिकेट के ट्वेंटी ट्वेंटी मैच की तरह सेंसेक्‍स ने जो छलांग लगाई है उसके बाद सभी ब्रोकरेज हाउस और निवेश सलाहकार यह कह रहे हैं कि अब 20 हजार, 25 हजार और 30 हजार का सेंसेक्‍स जल्‍दी ही दिखेगा। वाह मनी लंबे समय से कह रहा है कि सेंसेक्‍स वर्ष 2008 में दिवाली के बाद कभी भी 25 हजार अंक पहुंच जाएगा ...देखें यहां... । सेंसेक्‍स का बढ़ना कोई अचरज की बात नहीं है। भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था में जो सुधार का शंख पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिंहराव ने फूंका उसे अब उस जमाने के वित्‍त मंत्री और मौजूदा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बढ़ा रहे हैं। देश में सरकार किसी भी दल की आ जाए, उस पर इतने दबाव रहेंगे कि वह चाहकर भी आर्थिक सुधारों को रोक नहीं सकेगी, भले ही इसकी गति धीमी हो। परिवर्तन संसार का नियम है और ऐसे में पीछे लौटा भी नहीं जा सकता। भारत सहित अनेक देशों के शेयर सूचकांक पिछले पांच सालों में इत

शेयर बाजार में नरमी के संकेत, बांध लेना मुनाफा गांठ में

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निवेश गुरु जिम रोजर्स पर भरोसा करें तो अमरीकी फैडरल रिजर्व बैंक द्धारा की गई ब्‍याज दर कटौती गंभीर गलत कदम है और इससे अमरीका में मुद्रास्‍फीति बढ़ेगी। अमरीकी डॉलर का दुनिया भर में बज रहा बैंड और बजेगा। कमोडिटी के बढ़ते दाम और डॉलर की ठुकाई अमरीका में मंदी को बढ़ावा देगी। जिम रोजर्स सोने और कृषि कमोडिटी में तेजी की बात कह रहे हैं। वे कहते हैं कि चीनी मुझे अच्‍छी लग रही है और यह मौजूदा स्‍तर से बढ़ेगी। भारतीय चीनी के संबंध में यहां पढ़े.... चीनी स्‍टॉक्‍स में किया निवेश तो खाएंगे धोखा . ...भविष्‍य कृषि कमोडिटी का है। हालांकि, वे चीन को छोड़कर अन्‍य उभरते बाजारों में तेजी नहीं देखते। वाह मनी ने 19 सितंबर को कहा था कि....केवल अमरीका ने ब्‍याज दरों में कटौती की और दुनिया भर की अर्थव्‍यवस्‍था सुधर गई। ऐसा कोई जादूई कदम हर देश क्‍यों नहीं उठा लेता ताकि सभी जगह खुशहाली दिखाई दे। अमरीका ने ब्‍याज दरों में जो कटौती की है, उसके परिणाम तत्‍काल दिखाई नहीं देंगे और अर्थव्‍यवस्‍था में सुधार भी नहीं होगा। सबप्राइम का मामला केवल इस कदम से ठीक हो सकता है तो पहले यह कदम क्‍यों नहीं उठा लिया गया। हम आम न

शेयर बाजार में होगा तगड़ा मूवमेंट

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शेयर विश्‍लेषक विकास अग्रवाल, राउरकेला का मानना है कि निफ्टी और सेंसेक्‍स मौजूदा स्‍तर पर काफी मजबूत हैं। ताजा खरीद का रुझान बाजार के माहौल को गर्म रखेगा और निफ्टी 4724 और सेंसेक्‍स 16216 से ऊपर रहेगा। समूचे सप्‍ताह में निफ्टी में 745 अंक और सेंसेक्‍स में 2295 अंक की हलचल देखने को मिल सकती है। यदि निफ्टी 4968 और सेंसेक्‍स 16964 अंक से ऊपर टिका रहता है तो ये क्रमश: 5099 अंक और 17365 अंक को छू सकते हैं। नरमी की स्थिति में निफ्टी को 4594 अंक और सेंसेक्‍स को 15815 अंक पर स्‍पोर्ट मिलेगा। निफ्टी फ्यूचर मौजूदा स्‍तर पर 4939.85 अंक के लक्ष्‍य के साथ खरीदा जा सकता है। इसमें स्‍टॉप लॉस या एवरेज 4779.05 अंक से नीचे। रोल्‍टा अक्‍टूबर 2007 को मौजूदा स्‍तर पर 603.65 रुपए के लक्ष्‍य के साथ खरीदें और स्‍टॉप लॉस 490.35 रुपए रखें। यदि आप लंबी अवधि के निवेशक हैं तो बॉम्‍बे डाईंग को मौजूदा स्‍तर पर 1519.75 रुपए के लक्ष्‍य के साथ खरीद सकते हैं। क्रेयन इंडिया 228.50 रुपए के लक्ष्‍य के साथ लिया जा सकता है। मध्‍यम अवधि के निवेशकों के लिए मवाना शुगर्स 28 रुपए के स्‍टॉप लॉस के साथ 46.95 रुपए के लक्ष्‍य को ध्‍य

चीनी स्‍टॉक्‍स में निवेश किया तो खाएंगे धोखा

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केंद्र सरकार अब चीनी उद्योग को अनेक रियायतों की बातें कर रही हैं जिससे शेयर बाजार में इन दिनों चीनी शेयरों को खरीदने की सिफारिश बड़े पैमाने पर हो रही है। बीच बीच में चीनी शेयरों के दाम इस तरह बढ़े भी हैं कि अच्‍छे अच्‍छे निवेशक पैसे बनाने के लालच में आ जाएं। जबकि हकीकत यह है कि चीनी शेयरों में निवेश करने वाले निवेशक एक दिन अपने को ठगा हुआ महसूस करेंगे। चीनी उद्योग के हालात मिलने वाली रियायतों के बावजूद खराब ही रहेंगे। अब जानिए हकीकत जो चीनी के मिठास जितनी ही कड़वी है। केंद्र सरकार चीनी उद्योग को दिए जा रहे निर्यात प्रोत्‍साहन समय को एक साल के लिए बढ़ाएगी। एथनॉल की ब्‍लेंडिंग पांच से बढ़ाकर दस फीसदी की जाएगी, जबकि इस समय ब्‍लेंडिंग पांच तो छोड़ों दो फीसदी भी नहीं हो रही। सीधे गन्‍ने में से एथनॉल बनाने का ढांचा ही नहीं है। ऐसी बुनियादी सुविधाएं खड़ी करने में दो साल लगेंगे। नाबार्ड बैंक के कर्ज को रिस्‍ट्रक्‍चरिंग करने की है तो हम आपको बता दें कि शेयर बाजार में लिस्‍टेड किसी भी शुगर कंपनी के पास नाबार्ड बैंक का कर्ज नहीं है, तो फायदा किसे मिलेगा। केवल उत्‍तर प्रदेश में गन्‍ने के दाम घटाए

शेयर बाजार में चमक बनी रहने की आस

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हितेंद्र वासुदेव शेयर बाजार ने पिछले सप्‍ताह ‘ क्‍या सेंसेक्‍स शिखर को पार कर पाएगा..? ’ का जवाब सकारात्‍मक दिया। हमने शेयर बाजार को ब्रेकआउट होते और नई ऐतिहासिक ऊंचाई बनाते देखा। पिछले सप्‍ताह बीएसई सेंसेक्‍स 15664.74 अंक पर खुला और नीचे में 15467.46 अंक तक गया लेकिन बाद में यह तेजी से उठकर 16616.84 के मुकाम पर पहुंच गया। अंत में यह 16564.23 अंक पर बंद हुआ। इस तरह सेंसेक्‍स ने साप्‍ताहिक आधार पर 927 अंक की रिकॉर्ड तोड़ बढ़त हासिल की। हमने सेंसेक्‍स में तीन सप्‍ताह पहले नौ सौ अंक की बढ़त देखी थी और फिर से पिछले सप्‍ताह नौ सौ अंक का उछाल देखा। बीएसई सेंसेक्‍स में तेजी का दौर 31 अगस्‍त 2007 को साप्‍ताहिक बंद स्‍तर 15318 अंक से ही चल रहा है। नरमी की बात करें तो साप्‍ताहिक रुझान शुक्रवार को 15769 अंक से बंद आने पर या सेंसेक्‍स के तेजी से गिरकर 15300 से नीचे पहुंचने पर ही दिखेगा। अगले सप्‍ताह करेक्‍शन देखने को मिल सकता है लेकिन इसमें बढ़त की गुजांइश से भी इनकार नहीं किया जा सकता। अब सेंसेक्‍स आने वाले समय में 17957-19248-21337 पर दिख सकता है। 27 फरवरी 2008 से 19 मार्च 2008 के बीच सेंसेक्‍स