सेंसेक्‍स के लिए दिल्‍ली अभी भी दूर

हितेंद्र वासुदेव
शेयर बाजार के लिए दिल्‍ली अभी भी दूर है। पिछले सप्‍ताह हमने बताया था कि बीएसई सेंसेक्‍स को 14725 के अंक को पार करना जरुरी है, तभी यहां ब्रेकआउट देखने को मिल सकता है। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। हालांकि कुछ दूसरे इंडेक्‍स नई ऊंचाई पर पहुंचने में सफल रहे खासकर निफ्टी। लेकिन फ्रंटलाइन स्‍टॉक्‍स से बने सेंसेक्‍स के अभी भी इस मुकाम पर पहुंचने का सभी इंतजार कर रहे हैं। कमजोर प्रदर्शन कर रहे कुछ स्‍टॉक्‍स में सुधार के आसार दिख रहे हैं जिससे सेंसेक्‍स के सामने 14725 अंक को पार करने और इससे ऊपर पहुंचने के अवसर हैं। सेंसेक्‍स के 14725 अंक के पार करने पर शेयर बाजार में मजबूत तेजी की उम्‍मीद की जा सकती है।

पिछले सप्‍ताह सेंसेक्‍स 14536.61 अंक पर खुला और नीचे में 14368.40 अंक तक गया और ऊपर में यह 14682.10 अंक आया लेकिन अंत में यह कमजोर पड़कर 14570.75 अंक पर बंद हुआ। हालांकि सप्‍ताह भर में यह सप्‍ताह दर सप्‍ताह देखें तो 232 अंक बढ़ा। सेंसेक्‍स जब 18 मई 2007 को समाप्‍त सप्‍ताह में 14303 अंक पर बंद हुआ तभी से यह गर्मजोशी लिए हुए है। शेयर बाजार की चाल सेंसेक्‍स के 14046 से नीचे गिरने या फिर शुक्रवार के बंद 14252 से नीचे आने पर ही ढीली पड़ सकती है। साप्‍ताहिक रेजीसटेंस अभी भी 14600/14725 अंक होगा। यदि बीएसई सेंसेक्‍स ब्रेकआउट करता है और यह 14725 के स्‍तर से ऊपर बंद होता है तो सेंसेक्‍स कम से कम 15026 अंक तक जा सकता है। यदि ब्रेकआउट होता है और सेंसेक्‍स 14725 से ऊपर बंद होता है तो यह काफी मजबूत दिखेगा और इसमें पर्याप्‍त हलचल दिखाई देगी और यह कम से कम 15500 अंक तक पहुंचने की आस की जा सकती है।

साप्‍ताहिक स्‍पोर्ट 14540/14398/14300 अंक होगा। गिरावट की दशा में सेंसेक्‍स का बंद स्‍तर 14300 से नीचे रहता है तो इसमें नरमी रहेगी या यह दायरेबंद चलकर कंसोलिडेटेड होगा। ऐसी दशा में सेंसेक्‍स के कम से कम 14086 तक जाने की संभावना है। जब तक सेंसेक्‍स 13500 से ऊपर है, शार्ट और मीडियम अवधि में तेजी की उम्‍मीद कायम रखें हालांकि इस बीच हल्‍का करेक्‍शन और चंचलता देखने को मिल सकती है। हम बगैर निफ्टी जूनियर के आगे नहीं बढ़ सकते, जिसे की वायदा कारोबार में जोड़ा गया है। इसका चार्ट मजबूती दिखाता है। बीएसई कैप गुड क्षेत्र के इंडेक्‍स जैसे मजबूत चार्ट दिखा रहे हैं। वायदा कारोबारी निफ्टी जूनियर में लंबी पोजीशन ले सकते हैं और यह मौजूदा स्‍तर 8086 स्‍तर से कम से कम बढ़कर 9008 तक जाएगा। सभी इंडेक्‍स में से बीएसई कैप, निफ्टी जूनियर, बीएसई बैंक्‍स और सीएनएक्‍स मिड कैप में मजबूती बढ़ने के आसार हैं। कमजोर इंडेक्‍स में बीएसई ऑटो और बीएसई आईटी को शामिल किया जा सकता है लेकिन इनकी मजबूती फ्रंटलाइन का आधार मजबूत करने में मदद कर सकते हैं। लेकिन कुल मिलाकर ये क्षेत्र घसीटते हुए चलेंगे। हालांकि, व्‍यापक दृष्टिकोण से देखें तो बाजार के अच्‍छा रहने की उम्‍मीद है लेकिन यह कुछ चुनिंदा फ्रंट लाइनर्स पर निर्भर रहेगा जो कि सेंसेक्‍स को उड़ान भरने से रोक रहे हैं।

ईलियट वेव काउंट को देखें जो हमें बाजार की व्‍यापक तस्‍वीर दिखाते हैं :
फर्स्‍ट काउंट :
वेव से
इंटरनल्‍स ऑफ वेव
वेव 1- 2594 से 3758;
वेव 2- 3758 से 2828;
वेव 3-2828 से 12671;
इंटरनल्‍स ऑफ वेव 3
वेव i- 2904 से 3416
वेव ii- 3416 से 2904
वेव iii- 2904 से 6249
वेव iv- 6249 से 4227
वेव v- 4227 से 12671
वेव 4
वेव a -12671 से 8799
वेव b-8799 से 14723
वेव c-14723 से 12316
वेव 5- 12316 से 14682 (मौजूदा चाल प्रगति पर)
इंटरनल्‍स ऑफ वेव 5
वेव 1- 12316 से 13386
वेव 2- 13386 से 12425
वेव 3- 12425 से 14384
वेव 4- 14384 से 13554
वेव 5- 13554 से 14682 (मौजूदा चाल प्रगति पर)
वैकल्पिक तौर पर, वेव 4 अभी भी प्रगति पर है और यह ट्रायंगल का विस्‍तार कर रही है। विस्‍तारित ट्रायंगल को देखें तो हमें इंटरनल्‍स ऑफ वेव 4 इस तरह दिखेगी :
वेव a -12671 से 8799
वेव b-8799 से 14723
वेव c-14723 से 12316
वेव d- 12316 से 14682 (अभी पूरी नहीं, मौजूदा चाल प्रगति पर)
विस्‍तारित ट्रायंगल में प्रत्‍येक वेव अपनी पिछली चाल से अधिक है और सारी बढ़ोतरी किसी की चाल पर पीछे आ जाती है। ऐसे में, यदि वेव डी चलती है तो यह अपने उच्‍च स्‍तर 14724 को पार कर जाएगी और पीछे लौटने पर 12300 तक आ सकती है। वेव डी 14724 को पार करती है और वेव डी के पूरा होने पर वेव ई नीचे आती है तो यह 12300 का स्‍तर होगा। एक बार जब ए, बी, सी, डी और ई की रचना पूरी हो जाने पर एक बार फिर तेजी की उम्‍मीद की जा सकती है और वेव 5 नई ऊंचाई पर पहुंचेगी। लेकिन वेव 5 विफल भी हो सकती है। वेव काउंट की पुनर्समीक्षा करने पर यह कहा जा सकता है कि रेजीसटेंस काफी कठिन है और तगड़ी तेजी के लिए 14724 के स्‍तर को पार करना जरुरी है। बाजार सीमित दायरे में घूमता रहे तो कारोबारियों को चाहिए कि वे मुनाफा वसूली करें और नए बेहतर स्‍टॉक में निवेश करें।

सप्‍ताह के लिए रणनीति

निवेशकों को हमेशा यह देखना चाहिए की बाजार में क्‍या घट रहा है और यही रणनीति काम आती है। कमजोर शेयरों में जब अच्‍छा रिटर्न मिल रहा हो तो इसे ले लेना चाहिए क्‍योंकि ऐसा मौका फिर ना मिले। कमजोर शेयरों को हमेशा नजरअंदाज करें और पूरी तेजी में इनसे बाहर निकल जाएं। मजबूत शेयरों में बने रहें या इनमें थोड़ा मुनाफा वसूल कर लें ताकि आपकी खरीद लागत कम हो सके। नए बेहतर स्‍टॉक तलाश कर उनमें निवेश करें। (हितेंद्र वासुदेव के इस साप्‍ताहिक तकनीकी कॉलम के अनुवादक कमल शर्मा)

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