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मई, 2007 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

पैसा कमाने के गुर

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दुनिया के दूसरे नंबर के अमीर वारेन बफेट के अमीर बनने के गुर हर कोई जानना चाहता है। बफेट ने ये गुर बताए अपनी कंपनी बर्कशायर हैथवे की सालाना आम बैठक में। आप भी जानिए 75 वर्षीय इस अमीर के मुद्रा मंत्र। 1. बांड की तुलना में स्‍टॉक में निवेश करना ज्‍यादा फायदेमंद होता है। उनकी नजर में अमरीका और कोरिया में आप दांव लगा सकते हैं क्‍योंकि इन दोनों देशों में तेजी रहेगी। हालांकि, अमरीकी डॉलर पर उनकी राय अच्‍छी नहीं है। 2. निवेश करने से पहले यह जानें कि जिस कंपनी में आप पैसा लगाने जा रहे हैं उसका प्रबंधन कैसा है। उसका कारोबार क्‍या है। आप जिस दाम पर शेयर खरीद या बेच रहे हैं क्‍या वह उचित भाव है। उचित कीमत को अनुभव से ही मालूम किया जा सकता है। 3. खूब पढ़ो, जमकर पढ़ो। खुद वारेन बफेट अपना 75 फीसदी समय पढ़ने में गुजारते हैं। शेयर बाजार, निवेश, अर्थव्‍यवस्‍था, राजनीति यानी सब कुछ पढ़ो और इनका विश्‍लेषण करो। 4. लंबी अवधि के लिए निवेश करो। यह अवधि वे 10/15 साल मानते हैं। वारेन बफेट के पास 1980/1981 में जारी कोका कोला के शेयर हैं तो वाशिंगटन पोस्‍ट, अमरीकन एक्‍सप्रेस के शेयर भी वे नहीं बेचते। दैनिक कारोबा

यहां रखें नजर

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शेयर ब्रोकर कंपनी प्रभुदास लीलाधर ने सीएट, एल एंड टी, डिशमैन फार्मा और इंडियन ऑयल कार्पोरेशन को खरीदने की सिफारिश की है। इस फर्म का कहना है कि इन चार कंपनियों में किया गया निवेश निवेशकों के लिए फायदेमंद रहेगा। फिनक्विस्‍ट सिक्‍युरिटीज ने सिनेमैक्‍स इंडिया के शेयर खरीदने की सलाह दी है। शेयर बाजार के कुछ पंटरों का कहना है कि बजाज ऑटो और स्‍टर्लिंग होलीडे में जल्‍दी ही उछाल देखने को मिल सकता है।

शेयर बाजार में गिरावट की आशंका!

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शेयर बाजार में पिछले चंद दिनों से शुरूआती बढ़त कारोबार बंद होते होते जिस तरह सिमटती जा रही है वह बाजार के लिए बेहतर संकेत नहीं है। यहां न तो शेयर बाजार कंसोलिडेशन हो रहा है और न ही नरम और न ही गरम। पंटर और ऑपरेटर कुछ शेयरों को ही चला रहे हैं। इनमें भी जो शेयर एक या दो दिन चलते हैं उन्‍हें ये लोग छोड़ देते हैं और दूसरे शेयरों पर सवार हो जाते हैं। इस तरह का गेम आम निवेशक के लिए फायदेमंद नहीं है। आम निवेशक अमुक शेयर में अचानक आई तेजी को समझ कर उसका लाभ लेने के लिए जब अमुक शेयर में निवेश करता है, तब तक तो ऑपरेटर और पंटर वहां से छूमंतर हो जाते हैं। कमाई केवल चंद हाथों में। निवेशक इस बात का ध्‍यान रखें कि निवेश फंड मुद्रास्‍फीति, आर्थिक विकास दर, औद्योगिक विकास गति और मानसून से जुड़ी खबरों का फायदा उठाते हैं। इन खबरों के टेलीविजन प्रसारण के साथ ही बाजार तेजी से मंदी और मंदी से तेजी की और दौड़ेगा। हमने पहले तकनीकी विश्‍लेषण में बताया था कि शेयर बाजार में बेहतर चमक के लिए बॉम्‍बे स्‍टॉक एक्‍सचेंज के 30 शेयर आधारित सेंसेक्‍स को 14725 के अंक को पार करना होगा या इसे 13500 के ऊपर कंसोलिडेटेड होना

आईटी, चीनी और बिजली शेयरों में दौड़ेगा करंट

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दुनिया भर के शेयर बाजारों में आई मजबूती की चाल भारतीय शेयर बाजार में भी देखने को मिल रही है लेकिन पिछले सप् ‍ ताह के आखिरी दिनों में औद्योगिक जायंट फंडों ने एफआईआई व हैज फंडों का साथ लेकर तेजी को ब्रेक लगा दिया । इस ब्रेक में वे निवेशक घबराएं हुए दिखें जो पिछले साल एफ एंड ओ और डे ट्रेडिंग में कई बार पीट चुके थे । लेकिन ऐसे निवेशक इन फंडों की चाल को समझ ही नहीं सके और अंतत : मोटा फायदा इन बड़े फंडों को ही हुआ । 28 मई से 1 जून के नए सप् ‍ ताह में 31 मई को एफ एंड ओ का सैटलमेंट होना है जिससे यह तो तय है कि अगला सप् ‍ ताह रोमांच और थ्रीलर से भरा होगा । निवेशक इस बात का ध् ‍ यान रखें कि बड़े फंड मुद्रास् ‍ फीति , आर्थिक विकास दर , औद्योगिक विकास गति और मानसून से जुड़ी खबरों का फायदा उठाते हैं । इन खबरों के टेलीविजन प्रसारण के साथ ही बाजार तेजी से मंदी और मंदी से तेजी की और दौड़ेगा । यदि आप गौर करें तो पता चलेगा कि पहले मानसून विभा

बीएसई सेंसेक्‍स को 14725 को पार करना होगा

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वाह! मनी ब्‍लॉग के पाठकों के लिए यह खुशी की बात है कि आप विख्‍यात शेयर तकनीकी विश्‍लेषक श्री हितेंद्र वासुदेव के नजरिए को अब हिंदी में भी जान सकेंगे कि अगले सप्‍ताह शेयर बाजार की चाल कैसी रहेगी। यह पहला मौका और पहला मंच हैं जहां आप श्री हितेंद्र वासुदेव के कॉलम को हिंदी में पढ़ सकेंगे। श्री हितेंद्र वासुदेव का कहना है कि शेयर बाजार में बेहतर चमक के लिए बॉम्‍बे स्‍टॉक एक्‍सचेंज के 30 शेयर आधारित सेंसेक्‍स को 14725 के अंक को पार करना होगा या इसे 13500 के ऊपर कंसोलिडेटेड होना जरुरी है। पिछले सप्‍ताह की समीक्षा करें तो सवाल यह उठता है कि सेंसेक्‍स कब ब्रेकआउट करेगा। हमने ब्रेकआउट नहीं देखा है लेकिन साप्‍ताहिक हलचल दायरेबंद देखने को मिली। जो लांग लेज्‍ड डोजी केंडलस्टिक की रचना कर रही है। तेजडि़यों और मंदडियों के बीच खींचतान के युद्ध में लांग लेज्‍ड डोजी यह संकेत देता है कि बाजार डांवाडोल घूम रहा है। पिछले सप्‍ताह सेंसेक्‍स 14362.63 अंक पर खुला और यह ऊपर में 14500.64 तक गया और गिरकर 14046.06 अंक आया एवं अंत में 14338.45 अंक पर बंद हुआ, जो यह बताता है कि यह सप्‍ताह दर सप्‍ताह आधार पर केवल 35

बॉम्‍बे रेयान में करो ट्रेडिंग

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शेयर बाजार में जब से एफ एंड ओ की लिस्‍ट को बढ़ाया गया है तब से शेयर बाजार में कई निवेशक खूब आनंद लूट रहे हैं। आनंद यानी पैसा और पैसा आनंद तो देता ही है। इस सूची में एक कंपनी है बॉम्‍बे रेयान। बॉम्‍बे रेयान की चाल को एक बार जिस निवेशक ने समझ लिया, वह इसमें रोजाना कारोबार करे बगैर शांत नहीं बैठ सकता। बॉम्‍बे रेयान एफ एंड ओ सूची में आने के बाद कम से कम सौ रुपए के करीब बढ़ गया है और इसमें अभी यह गति जारी रहेगी। हालांकि एक बात आपकों बता दूं कि जब यह शेयर गिरता है तो अच्‍छे अच्‍छे निवेशक हिल भी जाते हैं। इसलिए इसमें कारोबार करते समय हर लेवल पर मुनाफा बुक करते रहें। लेकिन एक बात तो यह तय है कि यह शेयर बड़े दिलवालों के लिए है और जो गति में विश्‍वास रखते हैं। बॉम्‍बे रेयान के फंडामेंटल पर हम बातचीत फिर किसी दिन करेंगे, फिलहाल तो इसमें ट्रेडिंग कर बैंक बैलेंस को बढ़ाएं, लेकिन जरा सावधानी से। कहीं ऐसा न हो जाए कि जोर का झटका लगा धीरे से......। आज यह शेयर ऊपर में तकरीबन 280 रुपए और नीचे में 234 रुपए के करीब था।

शेयरों में बुक करते रहें मुनाफा

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बॉम्‍बे स्‍टॉक एक्‍सचेंज यानी बीएसई का इंडेक्‍स आज 14454 अंक पर बंद हुआ है और यह ऊपर में 14484 और नीचे में 14348 अंक था। जैसा कि हमने पहले बताया था कि शेयर बाजार का इंडेक्‍स नया इतिहास लिखने के मूड में है। यानी अपने पहले के शिखर 14723 अंक को पीछे करने की तैयारी कर चुका है और इस लेवल को पार करना अब मामूली बात है। लेकिन यह मामूली बात कई बार बड़ी बात बन गई। इतिहास इस बात का गवाह है कि ऐसा कई बार हुआ है जब मामूली बात ने ही खिलाडि़यों के पूरे गणित को उल्‍ट दिया। हालांकि, इस समय जो हवा बह रही है उसे देखते हुए लगता है कि इंडेक्‍स में एक करेक्‍शन 15 हजार अंक को छूने के बाद ही आएगा। निवेशकों को हमारी सलाह है कि शेयरों में मुनाफा बुक करते रहे और लंबे निवेश के बजाय शार्ट टर्म निवेश और डे ट्रेडिंग से इस समय पैसा बनाने में ज्‍यादा भरोसा करें ताकि आपकी कैपिटल यानी पूंजी में बढ़ोतरी हो सके। पंटर इस समय एक दिन जहां इंडेक्‍स या ए श्रेणी के शेयर पकड़ते हैं तो दूसरे दिन मिड कैप या स्‍मॉल कैप में चले जाते हैं और इस तरह खेल बदल बदलकर खेल रहे हैं। यदि आप पंटरों की चाल को नहीं समझ सकते तो इस खेल का मजा भी नह

एबीसी बियरिंग्‍स में निवेश कर लूटो मजा

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बियरिंग क्षेत्र की किसी कंपनी में निवेश करने का आपका इस समय मन कर रहा हो तो एबीसी बियरिंग्‍स से भला और कहां निवेश किया जा सकता है। एबीसी बियरिंग्‍स अपने कारोबार के पुनर्गठन, ऊंची ब्‍याज दर वाले कर्ज के पुनर्भुगतान, आक्रामक पूंजीगत खर्च योजना के बाद विकास के पथ पर है। इस कंपनी में निवेश इसलिए करना चाहिए क्‍योंकि ऑटो उद्योग की अगले पांच वर्षों में सालाना औसत विकास दर 13 फीसदी रहने का अनुमान है। इसके साथ कृषि और मैन्‍युफैक्‍चरिंग क्षेत्र में हो रहा विकास भी बियरिंग उद्योग को गति दे रहा है। बियरिंग उद्योग का विकास तकनीकी पर निर्भर करता है और इसके लिए भारी भरकम पूंजीगत खर्चा भी करना होता है। एबीसी के संबंध जापानी कंपनी एनएसके के साथ हैं, जो कि तकनीकी की दृष्टि से दुनिया में सबसे बड़ी बियरिंग निर्माता कंपनियों में से एक है। यह सहयोग एबीसी को अपनी विस्‍तार योजना में मददगार होगा। यह कंपनी अपने विस्‍तार के तहत वर्ष 2010 तक 80 करोड़ रूपए से अपनी बियरिंग क्षमता को 65 लाख से बढ़ाकर 120 लाख बियरिंग करने जा रही है। यह विस्‍तार कंपनी व्‍यावसायिक वाहन, औद्योगिक बियरिंग सेगमेंट में अपनी बाजार हिस्‍सेद

सेफ इनवेस्‍टरों के सेफ आइटम

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जीमेल पर चैट करते समय कल मुझसे एक ब्‍लॉगर मित्र ने कहा कि मैं शेयर बाजार में निवेश करना चाहता हूं लेकिन रिस्‍क उठाने की हिम्‍मत नहीं है। उसने बताया कि वह सेफ इनवेस्‍टर है। हालांकि, जब हम घर से बाहर निकलते हैं तो सेफ नहीं होते फिर यह तो बाजार है जहां सटोरिएं, पंटर और ऑपरेटर इस तरह सक्रिय होते हैं कि उनके गणित को तगड़े तगड़े निवेशक नहीं समझ पाते। खैर! इन ब्‍लॉगर मित्र के सेफ इनवेस्‍टर वाले फंडे पर मुझे भी सूझा कि क्‍यों नहीं कुछ कंपनियां खोज निकालूं जहां कोई भी निवेशक अपने निवेश को सुरक्षित पा सकता है। हालांकि, इन कंपनियों में किए गए निवेश से आपको हर साल बेहतर लाभांश मिलता रहेगा, भले ही इन कंपनियों के शेयर खूब न चढ़े, लेकिन अधिक गिरते भी नहीं हैं। जानिए यह सूची : एनटीपीसी, यूनिवर्सल कार्बोरेंडम, चंबल फर्टिलाइजर, आयशर मोटर्स, वोल्‍टास, फिनोलैक्‍स केबल्‍स, ओएनजीसी, ब्‍लू स्‍टार, आंध्र बैंक, महाराष्‍ट्र बैंक, जियोजिट फाइनेंशियल, क्‍लेरियंट कैमिकल्‍स, बर्जर पेंट्स, वरुण शीपिंग, नोवार्तिस इंडिया, ग्रेफाइट इंडिया, इंडो रामा सिंथेटिक, मर्क, जीई शीपिंग। यह सूची और लंबी हो सकती है, लेकिन फिलहाल

नया इतिहास लिखने के मूड में इंडेक्‍स

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भारतीय शेयर बाजार का इंडेक्‍स अब नया इतिहास लिखने के मूड में है। 21 से 25 मई के दौरान यदि बॉम्‍बे स्‍टॉक एक्‍सचेंज यानी बीएसई का सेंसेक्‍स 14560 अंक से ऊपर बंद होता है तो यह 14715 अंक तक देखने को मिलेगा। शेयर बाजार में करेक्‍शन यानी गिरावट की उम्‍मीद पाले अनेक निवेशक ही नहीं ऑपरेटर और पंटर तक पिछले दिनों बढ़े दो हजार अंक की गर्मी का मजा नहीं ले सके। जबकि, अर्थव्‍यवस्‍था के आंकड़ों और बाजार के मूड को भांपने में विफल रहने वाले ही इस लाभ में भागीदार नहीं बन सके। यहां हम एक बात बताना चाहेंगे कि बड़े बड़े निवेशक, ऑपरेटर और निवेश कंपनियां मनोवैज्ञानिकों के अपने यहां इसलिए रखती हैं कि आम आदमी के मन और मस्तिषक का अध्‍ययन किया जा सके और इसी आधार पर तेजी मंदी का खेल खेला जाता है। जब लोग यह आश्‍वस्‍त हो जाते हैं कि अब मंदी या करेक्‍शन आना तय है तो यह नहीं आएगा। बड़े खिलाड़ी हमेशा विपरीत दिशा में नाव खेते हैं, तभी तो उनके जहाज धन से भरे रहते हैं और वे लोग खाली घूमते हैं जो मास सायक्‍लोजी नहीं पढ़ पाते। शेयर बाजार में सफल होने का यही पहला और आखिरी मंत्र है कि आप मास सायक्‍लोजी पढ़ना जानते हैं या न

शेयर बाजार में आज नरमी संभव

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भारतीय शेयर बाजार में आज नरमी की संभावना है और चार दिन से चली आ रही तेजी को ब्रेक लग सकता है। साथ ही मिड कैप और स्‍मॉल कैप शेयरों के भाव स्थिर से कुछ नरम रह सकते हैं। तेजी को ब्रेक की वजह अंतरराष्‍ट्रीय शेयर बाजारों से अभी तक के मिले संकेत हैं। हमने भारतीय शेयर बाजार में नरमी का अनुमान इसी आधार पर लगाया है। जापान, हागंकांग, सिंगापुर, अमरीकी सहित दुनिया भर के अनेक शेयर बाजारों के इंडेक्‍स गिरे हुए हैं। हालांकि, हम साफ कर दें कि घबराने की कोई जरुरत नहीं है। भारतीय शेयर बाजारों का भविष्‍य बेहतर है और तेजी जारी रहेगी। तेजी और मंदी के इस खेल में चढ़ाव उतार आना स्‍वाभाविक है। लेकिन एक दिन के रुझान से आप यह नहीं कह सकते कि अब तो यही चाल जारी रहेगी। यदि बाजारों में तेजी और मंदी बंद हो जाए या एक तरफा चाल रहे तो किसी को फायदा नहीं होता केवल लांग टर्म निवेशकों को ही इसका लाभ होता है। सभी को फायदा हो इसके लिए जरुरी है कि तेजी और मंदी का खेल जारी रहे। यदि आज बाजार में नरमी का रुझान दिखाई देता है, जिसके चांस ज्‍यादा है, तो अच्‍छी कंपनियों के शेयर निचले स्‍तरों पर खरीदे। शेयर खरीदते समय एक बात जरुर

एफएंडओ में हो रहा है बड़ा गेम

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नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज ने 31 कंपनियों को एफएंडओ यानी फ्युचर एंड ऑप्‍शन में रखा है और इनमें 14 मई से एफएंडओ कैटेगरी में कारोबार हो रहा है। इस कैटेगरी में आने के बाद इन कंपनियों के शेयरों में खासी बढ़त देखी जा रही है। आप भी रखिए इन पर नजर और कमाए पैसा। ADITYA BIRLA NUVO LIMITED ADLABS FILMS LTD AIA ENGINEERING LIMITED DECCAN AVIATION LIMITED ANSAL PROP & INFRA LTD ALSTOM PROJECTS INDIA LTD OSWAL CHEM. & FERT. LTD. BIRLA CORPORATION LTD BOMBAY RAYON FASHIONS LTD DENA BANK EDUCOMP SOLUTIONS LTD EVEREST KANTO CYLINDERLTD FINANCIAL TECHNO (I) LTD MAHINDRA GESCO DEVELOPERS HOTEL LEELA VENTURES LTD INDIA INFOLINE LIMITED KESORAM INDUSTRIES LTD MOSER-BAER (I) LTD PANTALOON RETAIL (I) LTD PATEL ENGINEERING LTD. PENINSULA LAND LIMITED PETRONET LNG LIMITED RAJESH EXPORTS LTD REL. NAT. RESOURCES LTD. ROLTA INDIA LTD SHREE CEMENTS L

फिलिप्‍स कार्बन ब्‍लैक में पैसा ही पैसा

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यदि आप इस समय निवेश के लिए एक बेहतर कंपनी की तलाश कर रहे हैं तो आपकी यह तलाश आरपीजी समूह की कंपनी फिलिप्‍स कार्बन ब्‍लैक के साथ पूरी हो सकती है। अब इस कंपनी के मुख्‍य कर्ता धर्ता अशोक गोयल हैं जिन्हें टर्नअराउंड विशेषज्ञ माना जाता है तभी तो उन्‍होंने 45 साल के इतिहास में पहली बार घाटे में गई इस कंपनी को एक साल के भीतर फिर से मुनाफे वाली कंपनियों की सूची में ला खड़ा किया। घरेलू कार्बन ब्‍लैक की मांग वर्ष 2006 में 3.70 लाख टन थी जो वर्ष 2010 तक सालाना आठ फीसदी की दर से बढ़ती हुई 5.20 लाख टन पहुंच जाएगी। टायर उद्योग की बढ़ती मजबूत मांग से यह तय है कि कार्बन ब्‍लैक की मांग अगले पांच वर्ष में 7.4 फीसदी की औसत दर से बढ़ती रहेगी। जबकि कार्बन ब्‍लैक की आपूर्ति इस अवधि में पांच फीसदी की औसत सालाना दर से बढ़ेगी। फिलिप्‍स कार्बन ब्‍लैक, भारत की सबसे बड़ी कार्बन ब्‍लैक उत्‍पादक कंपनी है और इसकी बाजार हिस्‍सेदारी 41 फीसदी है। यही वजह है कि कंपनी को इस बढ़ते बाजार में जोरदार लाभ होगा। कार्बन ब्‍लैक का टायर उद्योग में सबसे ज्‍यादा 64 फीसदी, रबर होज, कनवेर्स, ऑटो कम्‍पोनेंट में 33 फीसदी और प्रिंटिंग

पैसे का पावर या पावर का पैसा

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नवधनाढ़य जो नए नए पैसे आने पर इतराते हुए घूमते हैं उनके लिए एक कहावत याद आती है पैसे का पावर....लेकिन यदि आप इसमें शामिल नहीं हैं तो आप पावर का पैसा बना सकते हैं। सरकार ने अगले 30 साल के भीतर देश के कौने कौने में 24 घंटे बिजली उपलब्‍ध कराने का लक्ष्‍य तय किया है। इस लक्ष्‍य को पाने के लिए भारी भरकम निवेश करना होगा जिसका बड़ा लाभ ज्‍योति स्‍ट्रक्‍चर, एबीबी और थर्मेक्‍स जैसी कंपनियों को होगा। पावर इक्विपमेंट, पावर ट्रांसमिशन, पावर उत्‍पादन से जुड़ी कंपनियों का भविष्‍य लंबे समय तक उज्‍जवल रहेगा। शेयर बाजार में भले ही उतार चढ़ाव होता रहे लेकिन इन कंपनियों की आय और शेयरों की कीमत हमेशा बढ़ती रहेगी। यदि हम पिछले छह महीनों का ही हिसाब किताब देखें तो एबीबी के शेयरों के दाम 31 फीसदी, अरेवा टीएंडडी के 65 फीसदी और ज्‍योति स्‍ट्रक्‍चर के 69 फीसदी बढ़े। शेयर विश्‍लेषकों पर भरोसा करें तो एबीबी, क्रॉम्‍पटन ग्रीव्‍ज और भेल को बिजली क्षेत्र की मांग को देखते हुए तगड़े निवेश से अपना भावी विस्‍तार करना होगा। भारत में जरुरी बिजली उत्‍पादन क्षमता खड़ी करने और वितरण के लिए एक लाख करोड़ रुपए से अधिक राशि निवे

सेंसेक्‍स की चाल पर नहीं लगेगी लगाम

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उत्‍तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे शेयर बाजार के लिए उत्‍साहजनक हैं। उत्‍तर प्रदेश में सपष्‍ट बहुमत के साथ जो राजनीतिक स्थिरता आई है, उसका शेयर बाजार पर मनोवैज्ञानिक असर दिखाई देगा। साथ ही शेयर बाजार में आई शार्ट कवरिंग ने मंदडि़यों को अपना खेल खेलने से पीछे हटने को मजबूर किया है। 14 मई से 18 मई के सप्‍ताह के दौरान बीएसई सेंसेक्‍स 14061 के ऊपर बंद होता है तो यह 14290 अंक तक देखने को मिलेगा। राजनीति के गलियारों में यह चर्चा है कि उत्‍तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव नतीजों ने वामपंथियों की आंखें खोल दी हैं। पहले पंजाब, उत्‍तरांचल के नतीजों ने वामपंथियों को चेताया था लेकिन उत्‍तर प्रदेश ने इनकी आंखें पूरी तरह खोलने का काम किया है। वामपंथियों ने 15 मई को नंदीग्राम घटना पर विचार करने के लिए अपनी बैठक बुलाई है लेकिन असल में इस में यह विचार होगा कि अब यूपीए सरकार के साथ किस तरह का संबंध रखा जाए। कहीं कांग्रेस के हाथ के साथ अपना भी हंसिया व हथौड़ा किसी काम का न रह जाए। अत: मंगलवार शेयर बाजार के लिए थोड़ा रिस्‍की हो सकता है। केवल वामपंथियों की बैठक को छोड़ दें तो शेयर बाजार के लिए कोई रिस्‍क नज

पैसे का फ्यूज नहीं उड़ेगा इंडो एशियन में

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एलवी इलेक्ट्रिकल स्विचगियर और लाइटिंग इकिवपमेंट बनाने वाली कंपनी इंडो एशियन फ्यूजगियर में किए गए निवेश का फ्यूज नहीं उड़ेगा। मध्‍यम से दीर्घकाल के निवेश करने वाले निवेशकों के लिए यह बेहतर कंपनी है। कंपनी के पंजाब, हरियाणा और उत्‍तरांचल में आठ उत्‍पादन इकाईयां हैं। कंपनी ने हाल में उत्‍तरांचल में दो संयंत्र कर मुक्‍त क्षेत्र में लगाए हैं। कंपनी इसी क्षेत्र में एक स्विचगियर संयंत्र भी लगा रही है, जिसके जल्‍दी ही चालू होने के आसार हैं। कंपनी के उत्‍पादों की मांग भारत में ही नहीं वरन दुनिया के 80 से ज्‍यादा देशों में है। पिछले साल कंपनी के कुल कारोबार में निर्यात की हिस्‍सेदारी 16 फीसदी के आसपास रही। कंपनी ने विदेशों में अपने कारोबार को बढ़ाने पर ध्‍यान केंद्रित किया है और इसी सिलसिले में नेपाल, श्रीलंका, मध्‍य पूर्व के बाजारों में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के जोरदार प्रयास कर रही है। कंपनी ने स्‍पेन की सिमोन के साथ उच्‍च गुणवत्‍ता वाली वायरिंग एस्‍सरीज, बिल्डिंग ऑटामेशन और इंटेलीजेंट स्विचिंग उत्‍पादों व प्रणालियों, ऊर्जा संबंधी विभिन्‍न उत्‍पादों के उत्‍पादन व विपणन के लिए संयुक्‍त उद्यम लगाय

आखिरी तेजी, वो क्‍या होता है..!

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शेयर बाजार को गिराने की तैयारी !....ब्‍लॉग पर लिखने के बाद अनेक निवेशक मित्रों के फोन आए कि क्‍या यह आखिरी तेजी है। सारे शेयर बेच बाचकर फ्री हो जाएं क्‍या। क्‍या होगा, समझ नहीं आता, आदि आदि। शीत पेय थम्‍स अप का एक विज्ञापन आता है जिसमें फिल्‍मी हीरो अक्षय कुमार कहता है कि आखिरी थम्‍स अप, वो क्‍या होता है.........यही कहना है कि हमारा शेयर बाजार के बारे में। आखिरी तेजी वो क्‍या होती है। मंदी और तेजी बाजार के दो पहलू हैं जैसे की रात और दिन। हम आज भी अपनी इस पुरानी बात पर कायम हैं कि भारतीय शेयर बाजार का सेंसेक्‍स 17 हजार अंक को छू जाएगा और अगले साल दिवाली के बाद दिसंबर अंत तक 25 हजार अंक के आसपास होगा। सभी फंडामेंटल्‍स और तकनीकी स्थि‍ति को देखते हुए सेंसेक्‍स के पायदान में बदलाव की हमें कोई जरुरत महसूस नहीं हो रही है। लेकिन बाजार में चल रही अंदरुनी हलचल का ज्‍योंहि हमें पता चला हमने आम निवेशक को यह अवगत कराना अपनी जिम्‍मेदारी समझा और लिखा ‘शेयर बाजार को गिराने की तैयारी !’ हालांकि, हम यह भी साफ कर दें कि जब महासागर में भयंकर तूफानी लहरें उठती हैं तो छोटी मोटी नौकाएं डूब जाती हैं। ऐसे में

शेयर बाजार को गिराने की तैयारी !

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भारतीय शेयर बाजारों के लिए मई का महीना भय का महीना बन गया है। 12 मई 1992, 15 मई 2006, 17 मई 2004, 18 मई 2006, 19 मई 2006 और 22 मई 2006 को आई गिरावट को याद कर निवेशक आज भी अंदर तक कांप जाते हैं। मई की इन तारीखों ने बड़े बड़े और धैर्यवान निवेशकों तक को रुला दिया था। दुनिया के कई शेयर बाजारों में आज भी गर्मी है, लेकिन भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्‍त बिकवाली का माहौल पिछले दो दिनों से देखा जा रहा है। यही वजह है कि आज भी बॉम्‍बे स्‍टॉक एक्‍सचेंज यानी बीएसई का सेंसेक्‍स 114 अंक गिरकर बंद हुआ है। बीएसई सेंसेक्‍स यह 13765 अंक पर बंद हुआ है, जो 14 हजार के मानसिक स्‍तर से नीचे है। निवेशकों के दिलों को सुकून तब मिलेगा जब सेंसेक्‍स 14 हजार अंक से ऊपर बंद होगा, अन्‍यथा दिलों की धड़कन बढ़ जाएगी। पूंजी बाजार के अनेक खिलाड़ी कह रहे हैं कि इस महीने बीएसई सेंसेक्‍स एक हजार अंक तो गिर ही जाएगा, लेकिन लंबी अवधि में वे यह भी मानते हैं कि मंदी टिक नहीं पाएगी। यहां गिरावट का एक अन्‍य कारण जो नजर आ रहा है वह भी गौर करने लायक है क्‍योंकि आपने कहावत सुनी होगी कि मौत के अनेक बहाने....सेबी ने डीएलएफ के पब्लिक इश्‍

मध्‍यम, छोटे क्रीम शेयरों में आक्रामक तेजी

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भारतीय शेयर बाजार के लिए पिछला सप्‍ताह तेजी का रहा, हालांकि शुक्रवार को बाजार में मंदी रही लेकिन घबराने की कोई बात नहीं है। कार्पोरेट जगत के बेहतर नतीजों से अंतरराष्‍ट्रीय शेयर बाजारों में तेजी का माहौल बना हुआ है। अगले सप्‍ताह अमरीकी शेयर बाजार में भी तेजी रहेगी क्‍योंकि वहां दो बड़े अधिग्रहण होने की दिशा में बात आगे बढ़ रही है। इनमें पहला है याहू का अधिग्रहण। माइक्रोसॉफ्ट कंपनी की नजर याहू पर है। दूसरा, मीडिया मोगल रुपर्ट मर्डोक की नजर न्‍यूज एजेंसी डॉव जोंस पर है। पिछले सप्‍ताह यूरोप, अमरीका और लैटिन अमरीका के शेयर बाजारों में गर्मी देखने को मिली। कुछ एशियाई देशों मसलन चीन, इंडोनेशिया, सिंगापुर, कोरिया और मलेशिया के शेयर बाजारों में भी तेजी थी। अगले सप्‍ताह इन बाजारों में तेजी बनी रहेगी जिसकी अगुआई डॉव जोंस इं‍डस्ट्रियल एवरेज करेगा। आने वाले दिनों में मिड और स्‍मॉल कैप के उन शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिलेगी, जो बेहतर प्रबंधन के तहत कामकाज कर रही हैं। यानी मिड और स्‍मॉल कैप के क्रीम स्‍टॉक में तेजी देखने को मिलेगी। हालांकि, बाजार की नजरें उत्‍तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के परिण

पैसा बने कूल कूल...टेंशन जाओं भूल भूल..

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वोल्‍टास निवेश के लिए सदाबहार कंपनी। एक ऐसी इंजीनियरिंग कंपनी जिसमें आप कभी भी निवेश कर सकते हैं और जब चाहे मुनाफा कमाकर बाहर निकल सकते हैं। वोल्‍टास की इलेक्‍ट्रो मैकेनिकल उत्‍पादों के क्षेत्र में मजबूत स्थिति है। पश्चिम एशिया में कंसट्रक्‍शन क्षेत्र में जिस तरह की गर्मी देखने को मिल रही है, उसे शीतलता देने का काम वोल्‍टास को मिल रहा है जिससे इसकी आय और मुनाफे में खूब बढ़ोतरी हो रही है। यदि कोई निवेशक अपने निवेश को तीन साल रोककर रखने की हिम्‍मत रखता है तो उसके लिए वोल्‍टास से बेहतर कंपनी नहीं है। वर्ष 2008 में कंपनी की सालाना आय में 30 फीसदी का इजाफा होने की संभावना है। वोल्‍टास एयर कं‍डिशनिंग और इंजीनियरिंग सॉल्‍यूशंस प्रोवाइडर कंपनी है। इस कंपनी का मूल कामकाज घरों और दफ्तरों, मॉल्‍स, एयरपोर्टस, मल्‍टीप्‍लेक्‍स के लिए बेहतर एयर कंडीशनिंग आवश्‍यकताओं को पूरा करना है। यह कंपनी उन क्षेत्रों में भी काम करती है, जहां तापमान, आर्द्रता और हवा पर निगरानी रखने की जरुरत होती है। इन उपयोगकर्ताओं में स्‍टील और बिजली संयंत्र, पेट्रोकैमिकल्‍स सुविधाएं और लैबोरेटरीज शामिल हैं। वोल्टास मटीरियल हैंड

सिकंदर का मुकद्दर गरवारे ऑफशोर

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अब तक तो आपने सुना होगा मुकद्दर का सिकंदर....लेकिन सिकंदर ने तो खुद अपना मुकद्दर बनाया था। इसीलिए हम चाहते हैं कि आप भी मुकद्दर के सिकंदर के बजाय एक सिकंदर के रुप में अपना मुकद्दर खुद बनाएं। बात जब मालदार बनने की आती है तो निवेश के साधनों की खूब चर्चा होती है कि कहां ब्‍याज ज्‍यादा मिलेगा या कहां निवेश बढ़ने की गारंटी अथवा कहां रुपए दुगुने हो सकते हैं। देश की मालदार कंपनियों की बात करने की अपनी श्रृंखला में आज हम बात करेंगे एक ऐसी ही कंपनी की जिसके शेयर का दाम देखते देखते काफी बढ़ा और इसमें आगे भी भरपूर संभावनाएं मौजूद हैं। कंपनी है गरवारे ऑफशोर सर्विसेज लिमिटेड। एक जमाने में गरवारे शीपिंग के नाम से प्रसिद्ध इस कंपनी की स्‍थापना स्‍वर्गीय बी डी गरवारे ने की थी, जो कि गरवारे समूह के संस्‍थापक थे। जनरल कार्गो वेसलस के कारोबार से जुड़ी इस कंपनी ने 1998 में शीपिंग कारोबार को छोड़ अपना विविधीकरण खासे आकर्षक कारोबार ऑफशोर सप्‍लाई वेसलस की ओर किया। इस कंपनी ने 1983/84 में सिंगापुर में पांच एएचटीएसवी बनाए और उन्‍हें ओएनजीसी की सेवा में सौंप दिया। अप्रैल 2005 में इनमें से एक एएचटीएसवी को बेच द

स्‍टार न्‍यूज के खुलासे के बाद जीएमआर के शेयर बेचो

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स्‍टार न्‍यूज चैनल पर आई इस खास रिपोर्ट के बाद कि दिल्‍ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्‍ट्रीय हवाई अड्डे की सुरक्षा को कोई भी भेद सकता है और उसके एक कैमरा मैन विकास पांडे को वहां कार्गो में लोडर की नौकरी एक लाख रुपए की रिश्‍वत देकर मिल गई, के बाद हम निवेशकों को जीएमआर इंडस्‍ट्रीज और जीएमआर इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर कंपनी के शेयरों को बेचने की सलाह दे रहे हैं। विकास पांडे को जो नौकरी मिली और उसके जिस पहचान पत्र को स्‍टार न्‍यूज ने दिखाया है उस पर जीएमआर कंपनी का नाम छपा हुआ है। जीएमआर को दिल्‍ली हवाई अड्डे के आधुनिकीकरण और विस्‍तार का ठेका मिला हुआ है। कई अन्‍य महत्‍वपूर्ण परियोजनाओं पर यह कंपनी कार्य कर रही है। यह कंपनी काफी तेजी से इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर के क्षेत्र में बढ़ रही है। इस कंपनी ने हवाई अड्डों के ठेके पाने में रिलायंस जैसे घराने को पछाड़ दिया था और अदालत में जाने पर रिलायंस को मुंह की खानी पड़ी थी। निवेशकों को हमारी राय है कि वे अपने पास रखे जीएमआर इंडस्‍ट्रीज और जीएमआर इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर के शेयर बेच दें। जब तक सारी मामले की जांच नहीं हो जाएगी और पूरी रिपोर्ट सामने नहीं आती, इस कंपनी में अ