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जुलाई, 2007 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

तेजी पर सवार शेयर

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विख्‍यात तकनीकी विश्‍लेषक हितेंद्र वासुदेव से वाह मनी ने बात की और यह जानना चाहा कि निवेशक किन कंपनियों में डिलीवरी बेस खरीद कर भविष्‍य में मुनाफा कमा सकते हैं। वासुदेव की नजर में जिन कंपनियों में डिलीवरी लेकर निकट भविष्‍य में लाभ कमाया जा सकता हैं, वे हैं : जेके टायर पावर फाइनेंस कोलगेट आइडिया सेलुलर यूबी इंजीनियरिंग पेंटालून रिटेल जीएसएफसी वोल्‍टास एबीबी वोलटाम ट्रांसफार्मर रिलायंस नैचुरल रिसोर्स

लॉयड इलेक्ट्रिक पर लगाया जा सकता है दांव

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लॉयड इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग कंडेंसर क्‍वॉइल में अगुआ कंपनी है जो देश में सभी प्रमुख रुम एसी निर्माताओं को इसकी आपूर्ति करती है। साथ ही यह मध्‍य पूर्व और दक्षिण पूर्वी देशों को इसका निर्यात भी करती है। कंपनी के तीन उत्‍पादक संयंत्र है जिनमें से एक राजस्‍थान के अलवर, दूसरा हिमाचल प्रदेश के काला अम्‍ब और तीसरा उत्‍तरांचल के देहरादून में है। अलवर संयंत्र में कंडेंसर और इवार्पोटोर क्‍वाइल्‍स छह उत्‍पादक लाइनों के साथ उत्‍पादन किया जाता है। काला अम्‍ब में दो उत्‍पादक लाइनों के साथ कंडेंसर क्‍वाइल्‍स का उत्‍पादन किया जाता है। कंपनी एसी ओईएम खिलाडि़यों के लिए रुम एसी का भी उत्‍पादन करती है। कंपनी का देहरादून संयंत्र शुरू होने के बाद इसके कार्य प्रदर्शन में बेहतर स्थिति देखने को मिल रही है जिसकी वजह से वर्ष 2007 में ऑपरेटिंग मार्जिन में 50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। एक नजर में देखा जाए तो लॉयड इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग के शेयरों को मध्‍यम से लंबी अवधि के निवेश के लिए खरीदा जा सकता है। चालू वित्‍त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी की शुद्ध बिक्री 17.67 करोड़ रुपए रही, जो पिछले साल इसी अवधि में 12.45 करोड़

होंडा सिएल में है पावर मनी

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होंडा मोटर कंपनी जापान की सब्सि‍डियरी होंडा सिएल पावर प्रोडक्‍ट्स लिमिटेड अब तेजी की राह पर है। कंपनी पोर्टेबल जनरेटर्स, वाटर पम्‍पिंग सेट और जनरल परपज इंजिन बनाती है। कंपनी के संयंत्र नोएडा, रुद्रपुर और पांडिचेरी में हैं। कंपनी को होंडा मोटर कंपनी के व्‍यापक अनुभव का लाभ मिल रहा है। होंडा सिएल पावर देश की पहली ऐसी कंपनी है जिसने सुपर सायलेंट की स्‍टार्ट जनरेटर और पोर्टेबल कैरोसिन जनरेटर के साथ एलपीजी आधारित जनरेटर लांच किया। पोर्टेबल जनरेटर्स में यह बाजार की अगुआ कंपनी है। कंपनी के देश भर में आठ सौ से ज्‍यादा डीलर और 15 एरिया कार्यालय हैं। कंपनी ने अब अपना ध्‍यान उन क्षेत्रों के संस्‍थागत और घरेलू ग्राहकों की ओर बढ़ाया है जहां बिजली की भारी कमी है। कंपनी को उम्‍मीद है कि देश के अनेक भागों में बढ़ रही बिजली की कमी उसके विकास में मदद करेगी। वित्‍त वर्ष 2007/08 में कंपनी की बिक्री 265 करोड़ रूपए और शुद्ध लाभ 23 करोड़ रूपए रहने का अनुमान है। कंपनी की 10.14 करोड़ रूपए की इक्विटी पर प्रति शेयर आय यानी ईपीएस 23 रुपए के करीब रहने की संभावना है। 31 मार्च 2007 को पूरे हुए वित्‍त वर्ष में कंपनी

क्‍वॉलिटी डेयरी में कमाई

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क्‍वॉलिटी डेयरी में आज ऊपरी सर्किट देखा जा रहा है और सुबह 25 रुपए में खुला शेयर इस समय 26.75 रुपए है। ऑपरेटरों का कहना है कि क्‍वॉलिटी डेयरी के अगले नतीजे बेहतर आएंगे और इसका दाम 35 रुपए प्रति शेयर तक जा सकता है। कंपनी की पूंजी 18.20 करोड़ रूपए है। कंपनी ने 31 मार्च 2007 को समाप्‍त तिमाही में 47.20 करोड़ रुपए की बिक्री पर 1.97 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया। वर्ष 2006/07 में कंपनी ने 133.13 करोड़ रूपए की बिक्री पर 3.70 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा अर्जित किया। प्रति शेयर आय यानी ईपीएस 2.03 रुपए रही। कंपनी के शेयर होल्डिंग पैटर्न को देखें तो आम जनता के पास केवल 16.16 फीसदी शेयर हैं, जबकि प्रमोटरों के पास 83.84 फीसदी शेयर हैं। इस कंपनी के पिछले हर तिमाही और सालाना नतीजों को देखें तो हर बार बेहतर प्रदर्शन दिखाई देता है।

आप कुछ नहीं खोएंगे यदि धैर्य है तो

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बुरे समय में धैर्य से बेहतर कोई हथियार नहीं। भारतीय शेयर बाजार में आज आई गिरावट कोई अनोखी बात नहीं है, यह तो होना ही था। हमने इस ब्‍लॉग पर पहले कहा था कि शेयर बाजार 12 से 18 जुलाई के बीच गिरेगा और इस दौरान इंट्रा डे गिरावट आई और सुधार भी। 18 जुलाई को शेयर बाजार तकरीबन 130 अंक तक गिरा भी लेकिन आखिरी 30 मिनट में पूरा बाजार सुधर गया। शेयर बाजार में गिरावट के लिए उस समय भरपूर तैयारी थी लेकिन ऑपरेटरों की बात लीक हो जाने से यह कार्य उस समय नहीं हो सका जो आज हुआ। समूची दुनिया के शेयर बाजारों में आज गिरावट है लेकिन इस समय धैर्य की जरुरत है क्‍योंकि बड़े ऑपरेटर और संस्‍थागत निवेशक तो यही चाहते हैं कि आम निवेशक के बेहतर स्‍टॉक औने पौने में उन्‍हें मिल जाए और बाद में तेजी के समय वे इन्‍हें फिर से खरीदे। हमने समय समय पर चेताया भी था कि मुनाफा वूसली करते रहें और आपने यदि ऐसा किया है तो फिर चिंता न कर, उस पैसे से बेहतर कंपनियों के स्‍टॉक खरीदें। हमारा स्‍लोगन ही है संकट में सबसे बड़ा साथी पैसा होता है। यह गिरावट उन निवेशकों के लिए खरीद का एक बेहतर मौका है जिन्‍होंने हमारी सलाह के मुताबिक समय समय पर

शेयर ब्रोकर दोस्‍त नहीं !

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दुनिया के सबसे चतुर निवेशक वारेन बफैट का कहना है कि ब्रोकर आपका दोस्‍त नहीं है। वह एक डॉक्‍टर की तरह होता है जो मरीज से दवा के बदले शुल्‍क लेता है। बेहद सटीक और सही बात है, लेकिन हम अपने शेयर दलाल के बारे में कितना जानते हैं और कितना नहीं, यह खुद से पूछिए। हमें लगता है कि ज्‍यादातर निवेशक अपने शेयर दलाल का नाम, उसकी फर्म और उसके फोन नंबर से अधिक कुछ नहीं जानते। क्‍या आपने कभी सोचा है जो शेयर आप खरीद रहे हैं या बेच रहे हैं, वे किसके ज्ञान के आधार पर। आप खुद रिसर्च करते हैं या फिर शेयर ब्रोकर से पूछकर निवेश कारोबार करते हैं। अपने आप से सच जानिए। यहां भी एक बात साफ है कि अधिकतर निवेशक अपने शेयर ब्रोकर पर भरोसा करते हैं कि वह जो भी बता रहा है, मेरे फायदे के लिए बता रहा है। कई निवेशक यह कहते मिल जाएंगे कि मेरा शेयर ब्रोकर तो मुझे एक दिन पहले ही बता देता है कि फलां कंपनी के शेयर खरीदें या बेच दें। अथवा मैं कल आपके फलां शेयर बेचकर अमुक कंपनी के शेयर खरीद लूंगा और एक निवेशक चुपचाप इसे स्‍वीकार कर लेता है। वह यह सोचता है कि उससे बड़ी वित्‍तीय स्थिति लेकर बैठा ब्रोकर उससे कहीं ज्‍यादा जानता है औ

एनटीपीसी सेफ एंड बेस्‍ट

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बिजली क्षेत्र की कंपनी नेशनल थर्मल पावर कार्पोरेशन यानी एनटीपीसी इस समय बेहतर काउंटर है जिसमें कोई भी निवेशक निवेश कर सेफ एंड बेस्‍ट स्थिति महसूस कर सकता है। भारत में बिजली क्षेत्र में जिस तरह मांग खड़ी हो रही है वह इस कंपनी के लिए विपुल संभावनाएं ला रही है। देश में बिजली उत्‍पादन लागत की बात करें तो एनटीपीसी अकेली ऐसी कंपनी है जिसकी बिजली उत्‍पादन लागत सभी दूसरी कंपनियों से कम है। साथ ही बिजली उत्‍पादन क्षमता में भी यह सबसे आगे है। कंपनी 21 हजार मेगावाट की नई क्षमता जोड़ रही है। एक समझदार निवेशक के पोर्टफोलियो में एनटीपीसी के शेयर होने ही चाहिए। एनटीपीसी आज 163 रुपए पर बंद हुआ, जबकि दिन में यह ऊपर में 166 रुपए और नीचे में 158 रुपए था। इस शेयर का अगला लक्ष्‍य 188 रुपए और 223 रुपए है। हमारा मानना है कि यदि आप एनटीपीसी को लंबे समय के लिए होल्‍ड कर सकते हैं तो अगले डेढ़ से दो साल में आप इसका भाव एक हजार रुपए देख सकते हैं।

सेंसेक्‍स तोड़ेगा बिगबुल का रिकॉर्ड !

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भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था के बैरोमीटर बॉम्‍बे स्‍टॉक एक्‍सचेंज ने अब तक कई इतिहास बनाए और बिगाड़े हैं। इस समय निवेशकों, ऑपरेटरों और संस्‍थागत निवेशकों के मन में एक ही बात चल रही है कि क्‍या बीएसई सेंसेक्‍स एक हजार अंक बढ़ने के अपने पिछले रिकॉर्ड को तोड़ेगा या नहीं क्‍योंकि सेंसेक्‍स ने 15 हजार का स्‍तर छूने के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा है और इस समय उम्‍मीद भी यही है कि कूच जारी रहेगी। बिगबुल हर्षद मेहता ने बीएसई सेंसेक्‍स को केवल 16 दिन में एक हजार अंक का सफर तय करा दिया था और 30 मार्च 1992 को बीएसई सेंसेक्‍स तीन हजार से चार हजार अंक पहुंच गया था। यह बढ़त हर्षद मेहता के अलावा उदार निर्यात आयात नीति की देन थी। बीएसई सेंसेक्‍स का आज 12 वां दिन है और इस समय यह 17796 पर है, जो कुछ समय पहले 15868 तक था। देखना है क्‍या सेंसेक्‍स की एक हजार अंक की बढ़त हर्षद मेहता का रिकॉर्ड तोड़ पाती है या नहीं। यहां एक बात और याद आती है कि हर्षद मेहता ने अपने समय में यह कहा था कि बीएसई का सेंसेक्‍स आने वाले 15/20 साल में 25 हजार से ऊपर पहुंच जाएगा और आज सारे विश्‍लेषक यही बात कह रहे हैं कि सेंसेक्‍स 25 हजार पह

नई ऊंचाई देखेगा रामकृष्‍ण फोर्जिंग्‍स

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कोलकाता स्थित कास्टिंग और फोर्जिंग कारोबार से जुड़ी कंपनी रामकृष्‍ण फोर्जिंग्‍स में अब ऑपरेटर सक्रिय हैं और इस समय अपने अब तक के उच्‍च स्‍तर पर बिक रहा यह शेयर पिछले कुछ दिनों से ऑपरेटरों की नजरों में था। आज इस कंपनी का शेयर अपने एक साल के उच्‍च स्‍तर पर जाने के बाद 195 रुपए में बिक रहा है जो कल 187 रुपए पर बंद हुआ था। आज सुबह यह नीचे में 180 रुपए था जबकि ऊपर में 201 रुपए। 30 जून 2007 को पूरी हुई तिमाही में इस कंपनी ने 39.35 करोड़ रुपए की बिक्री पर 2.55 करोड़ रूपए का शुद्ध लाभ कमाया। कंपनी की इक्विटी 15.20 करोड़ रुपए है। ऑपरेटरों पर भरोसा करें तो उनका कहना है कि फोर्जिंग क्षेत्र की सभी कंपनियों में यह एक बेहतर कंपनी है और लांग टर्म में इसका भाव लक्ष्‍य 500 रुपए प्रति शेयर रखा गया है।

कमाना है तो यहां करें निवेश

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हम आपको यहां पांच कंपनियों के नाम बता रहे हैं जिनमें जल्‍दी ही आपको बढि़या बढ़त दिखाई देगी। इन कंपनियों में निवेश कर आप मुनाफा कमा सकते हैं। शेयर बाजार में आई मौजूदा नॉन स्‍टॉप तेजी के माहौल में यह ध्‍यान रखें कि निवेश को लंबे समय के लिए न रोककर ट्रेडिंग करें और मुनाफा वसूली से पीछे नहीं हटें अन्‍यथा हो सकता है आपकी जेब में आने वाला लाभ किसी और की जेब में चला जाए। जेके लक्ष्‍मी सीमेंट मंगलम सीमेंट पेट्रोनेट एलएनजी सीएट आइडिया

शेयर बाजार में तेजी जारी रहेगी झटकों के साथ

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हितेंद्र वासुदेव भारतीय शेयर बाजार बॉम्‍बे स्‍टॉक एक्‍सचेंज के सेंसेक्‍स ने पिछले सप्‍ताह 15683 अंक की ऊंचाई को छूआ जो पहले सालाना लक्ष्‍य 15615 को पार कर गया। कैलेंडर वर्ष 2007 के लिए स्‍तर 15615 था। यह स्‍तर हमने आपको इस साल जनवरी में ही बता दिया था। वर्ष 2007 के लिए दूसरा लक्ष्‍य 20851 अंक का है। हालांकि, यह सब भावों के हलचल पर निर्भर है। इस दौरान बाजार में करेक्‍शन के दौर दिखेंगे जो उतार चढ़ाव के होंगे। सेंसेक्‍स ने 144 कैलेंडर दिनों में अपने पिछले ऊपरी स्‍तर 14724 को पीछे छोड़ दिया। अंक संख्‍या 144 फिबोनासी संख्‍या है। हालांकि, अब आगे सेंसेक्‍स में करेक्‍शन देखने को मिलेगा और यह 14724 से नीचे आ भी आ सकता है लेकिन करेक्‍शन इसमें नई संभावनाओं को पैदा करेगा और यह बढ़त को नहीं छोड़ पाएगा। यानी सेंसेक्‍स करेक्‍शन के बाद ऊपर उठेगा। सेंसेक्‍स जब तक 12300 से नीचे नहीं आता और कैलेंडर वर्ष 2007 में इस स्‍तर से नीचे बंद नहीं होता घबराने की कोई बात नहीं है। जबकि इसके विपरीत स्थिति में यह 12300 से नीचे रहता है तो लंबी अवधि में नुकसान बढ़ सकता है। गहरे करेक्‍शन के बाद हर ब्रेकआउट वेव्‍स का विस्

सीमेंट के लौटे दिन

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केंद्र सरकार ने वित्‍त वर्ष 2007/08 का बजट पेश करते समय जिस तरह सीमेंट उत्‍पादकों को हड़काया था, उससे हमें सीमेंट निर्माताओं के साथ सहानुभूति हो रही थी कि ये बेचारे तो मारे गए। लेकिन सरकार ने जल्‍दी ही बात पलटी और अनेक मीठी मीठी बातें कर सीमेंट उत्‍पादक कंपनियों के मूड को अच्‍छा कर दिया। इसके बाद तो सीमेंट के भावों के साथ इन कंपनियों के शेयरों के दाम भी चढ़ने लगे। सीमेंट क्षेत्र के मुख्‍य कंपनी एसीसी अपने कार्य परिणाम 19 जुलाई को घोषित करने जा रही है और जो आरंभिक संकेत मिले हैं, उससे पता चलता है कि सभी सीमेंट कंपनियां बेहतर नतीजे देंगी। कल एसीसी के नतीजे के साथ सीमेंट कंपिनयों के भावों में चमक आने के पूरे आसार हैं। एसीसी की इस तिमाही में शुद्ध बिक्री 1462 करोड़ रूपए से 1810 करोड़ रूपए, शुद्ध लाभ 259 करोड़ रूपए से 353 करोड़ रूपए पहुंचने का अनुमान है। सीमेंट मैन्‍युफैक्‍चरर्स एसोसिएशन का कहना है कि मई में सीमेंट की बिक्री 10.6 फीसदी बढ़कर 142.1 लाख टन पहुंच गई और इस वित्‍त वर्ष के आखिर तक सीमेंट क्षमता में 180/200 लाख टन की बढ़ोतरी होने का अनुमान है। रियल सेक्‍टर, स्‍पेशल इकॉनामिक जोन्‍

आग लगेगी यहां

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दिवान हाउसिंग : दिवान हाउसिंग इस समय 80 रुपए के भाव पर कंसोलिडेशन हो रहा है और इस समूह की कंपनी हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर लिमिटेड के शेयर बाजार में सूचीबद्ध यानी लिस्टिंग होने का इंतजार किया जा रहा है। इस कंपनी का पब्लिक इश्‍यू 28 जून 2007 को खुला था और कट प्राइस 500 रुपए तय हुआ है। हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर लिमिटेड के अगले सप्‍ताह शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने की संभावना है। इस सूचीबद्धता के समय दिवान हाउसिंग 120/125 रुपए के स्‍तर पर पहुंच जाए तो अचरज नहीं करें। दिवान हाउसिंग हर नरमी के साथ लेते रहें और इंतजार करें केवल चंद दिनों का, जब आपको मिलेगा बेहतर रिटर्न। श्रेई इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर : इस समय 98/100 रुपए के बीच यह शेयर कंसोलिडेशन हो रहा है और सर्किट सीमा बढ़ाकर वापस 20 फीसदी कर दी गई है। लंबे समय बाद चले इस शेयर पर सटोरिएं की नजरें लगी हुई हैं। ढ़ेरों निवेशक इस कंपनी में अपने निवेश को लेकर थक गए थे और ज्‍यादातर शेयर 95/103 रुपए के बीच बिक चुके हैं जो अब पंटरों के हाथों में हैं। श्रेई इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर के शेयर खरीदकर आप भी पंटरों की रेस में भाग ले सकते ह

एक का दो

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पेट्रोनेट एलएनजी कंपनी का शेयर आज 60.40 रुपए पर बंद हुआ है। अपने क्षेत्र की इस बेहतर कंपनी के बारे में यह कहा जा सकता है कि हर गिरावट पर इसके शेयर खरीदते रहें। अगले छह महीने में ऑपरेटर और पंटर पेट्रोनेट एलएनजी के शेयर का भाव 120/125 रुपए पहुंचाने की इच्‍छा रखते हैं। आइडिया सेलुलर आदित्‍य बिड़ला समूह की यह एक बेहतर कंपनी कही जा सकती है। वाह मनी ब्‍लॉग पर पहले भी हम इस कंपनी की चर्चा कर चुके हैं। आइडिया सेलुलर में एक बार फिर मूवमेंट दिख रहा है, जल्‍दी ही इसके शेयर का भाव 150 रुपए तक जा सकता है। सेल स्‍टील क्षेत्र का एक बेहतर स्‍टॉक कहा जा सकता है। तकरीबन 155 रुपए में मिल रहा यह स्‍टॉक बेहतर मुनाफा देगा। हमारी राय में सेल आपको आने वाले कुछ दिनों में दो सौ रुपए के पार दिखाई दे तो अचरज न करें।

खरीदो बैंक और कमाओं पैसा

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अति जल्‍द कमाई और अल्‍प समय के लिए चुनिंदा बैंक स्‍टॉक्‍स में खरीद कर मुनाफा कमाया जा सकता है। इन बैंकों पर रखें नजर : विजया बैंक इलाहाबाद बैंक आंध्र बैंक सिंडिकेट बैंक बैंक ऑफ बड़ौदा कार्पोरेशन बैंक कर्नाटक बैंक

शेयर बाजार के अरबी घोड़े

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शेयर बाजार में आ रही नित नई ऊंचाई के बाद हर कोई पूछ रहा है कि अब क्‍या होगा, अब क्‍या होगा। सारे निवेशकों में बेचैनी छाई हुई है कि मुनाफा वसूली करें या नई खरीद। कोई कह रहा है कि बाजार पांच सौ, हजार या डेढ़ हजार तक गिर जाएगा तो कोई गा रहा है कि लगे रहो मुन्‍ना भाई। निवेशकों से हमारा कहना है कि वे मुनाफा वसूली पर ध्‍यान देते हुए अब अपना निवेश उन शेयरों में बढ़ा दें, जो आगे चलकर अरबी घोड़े साबित होंगे। पेश है एक छोटी सी सूची इन घोड़ों की। पेट्रोनेट एलएनजी, पीटीसी इंडिया, पीएफसी, एनटीपीसी, आईडीएफसी, सेल, वरुण शीपिंग, बार्टोनिक्‍स, बॉटलीबाय, आईओएन एक्‍सचेंज, बैंक ऑफ इंडिया, यस बैंक, कर्नाटक बैंक, वोल्टास, जीआईसी हाउसिंग फाइनेंस, होंडा सिएल पावर, आईडीबीआई, आरपीजी ट्रांसमिशन, फिलिप्‍स कार्बन ब्‍लैक, फर्स्‍टसोर्स साल्‍यूशंस ।

खिलाडि़यों के खिलाड़ी

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हम आपको बाजार पूंजीकरण, आय और ऑपरेट मार्जिन के क्षेत्र के पांच पांच मुख्‍य खिलाडि़यों के नाम बता रहे हैं जिनमें आप निवेश कर अपने बैंक खाते में पैसे का वजन बढ़ा सकते हैं। बाजार पूंजीकरण : रिलायंस इंडस्‍ट्रीज 2.38 खरब रुपए ओएनजीसी 1.88 खरब रुपए भारती 1.62 खरब रुपए एनटीपीसी 1.26 खरब रुपए रिलायंस कम्‍युनिकेशन 1.11 खरब रुपए आय : आईओसी 1.86 खरब रुपए रिलायंस इंडस्ट्रीज 80388 करोड़ रुपए बीपीसीएल 77516 करोड़ रुपए एचपीसीएल 72438 करोड़ रुपए ओएनजीसी 70680 करोड़ रूपए ऑपरेटिंग मार्जिन : पावर फाइनेंस कार्पोरेशन 98.75 % टाटा इनवेस्‍टमेंट कार्पोरेशन 96.91 % जयप्रकाश हाइड्रो 68.24 % नोएडा टोल ब्रिज 62.21 % सन टीवी नेटवर्क्‍स 59.05 %

सेंसेक्‍स का अगला मुकाम 18 हजार !

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मुंबई शेयर बाजार के सेंसेक्‍स ने ज्‍योंहि 15 हजार के अंक को छूआ, लाखों निवेशकों के चेहरे खिल उठे। लेकिन सभी के चेहरों पर एक सवाल उभरा कि सेंसेक्‍स का अगला मुकाम कहां। क्‍या यह तेजी जारी रहेगी या फिर इस स्‍तर पर अपना पोर्टफोलियों हल्‍का कर लिया जाना चाहिए। हालांकि, यह सच है कि मुंबई शेयर बाजार के सेंसेक्‍स ने 14 हजार से 15 हजार अंक की दूरी 145 कारोबारी दिवसों में पूरी की है जो मौजूदा तेजी में लगा सर्वाधिक वक्‍त है। इस तेजी के दौर में अनेक नकारात्‍मक कारक मसलन मुद्रास्‍फीति में उछाल, ब्‍याज दरों में हुई बढ़ोतरी, अमरीकी डॉलर का नरम होना जैसे कारकों को नजरअंदाज करते हुए निवेशकों ने उभरते भारतीय शेयर बाजार में खरीद जारी रखी। फर्स्‍ट ग्‍लोबल के निदेशक शंकर शर्मा मानते हैं कि पब्लिक इश्‍यू में छोटी बचतों के माध्‍यम से करोड़ों रुपए का निवेश हुआ है और अभी इसमें बेहतर होना बाकी है। शर्मा की नजर में शेयर बाजार में गर्मी का दौर बना रहेगा। लेकिन कुछ ऐसे निवेशक जो मानते हैं कि अब उन कंपनियों में निवेश किया जाना चाहिए जिनके हाथ में सूचकांक को नई ऊंचाई तक ले जाने की कमान हो। साथ ही ऐसी मिड कैप कंपनियो

सेफ एंड अर्न

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शेयर बाजार के निवेशक इस समय सबसे ज्‍यादा सुरक्षित और कमाई वाले स्‍टॉक्‍स ढूंढ रहे हो तो पीटीसी इंडिया, पावर फाइनेंस कार्पोरेशन यान पीएफसी और नेशनल थर्मल पावर कार्पोरेशन यानी एनटीपीसी से बेहतर कुछ नहीं हो सकता। शेयर बाजार में गिरावट भी आती है तो भी इन कंपनियों में किया गया निवेश किसी भी हालत में साफ नहीं होगा। इन तीनों में करो रोज ट्रेडिंग और रहो सेफ।

संभलो और खेलो

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भारतीय शेयर बाजार में गिरावट आने का अंदेशा हम पहले ही जता चुके हैं और कार्य परिणामों के मौसम में इंफोसिस ने इसकी शुरूआत कर दी। हमने बताया था कि 12 जुलाई से 18 जुलाई के बीच एक करेक्‍शन आएगा और अब लगता है कि यह करेक्‍शन आ रहा है। हालांकि, कुछ लोग मानते हैं कि चलते चलो...कुछ नहीं होगा। लेकिन हम भी मानते हैं कि शेयर बाजार में तेजी का दौर अभी पूरा नहीं हुआ है और इसे जो बड़ा विराम लगेगा वह सेंसेक्‍स के 25 हजार पहुंचने पर ही लगेगा। लेकिन इस सफर को पूरा करने से पहले कई झटके लगेंगे और उन झटकों से पहले मुनाफा वसूली और फिर वापस खरीदी जरुरी है। यही कार्य बैंक बैलेंस को बढ़ाता है। हालांकि, जिन निवेशकों ने कुछ वर्षों का लक्ष्‍य लेकर खरीद की है और बीच बीच में मुनाफा न काटने की कसम ले रखी है, उन्‍हें छोड़ दें तो हमारा मानना है कि मुनाफा वसूल करते रहें और हर बड़ी गिरावट पर फिर से शेयरों की खरीद। सेंसेक्‍स के 15 हजार पहुंचने के बाद हमारी राय में हर निवेशक को अपने निवेश का 60 फीसदी हिस्‍सा सेंसेक्‍स आधारित कंपनियों में लगाना चाहिए, जबकि 40 फीसदी हिस्‍से में से कुछ राशि ए समूह की दूसरी मजबूत कंपनियों और

आया मौसम पैसे का

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वाह मनी के विजिटरों को हम हमेशा से कहते आए हैं कि शेयर बाजार आने वाले दिनों में नई ऊंचाई को छूता जाएगा, हालांकि हर नई ऊंचाई से पहले कुछ झटके खाने पड़ सकते हैं लेकिन इनसे डरने की जरुरत नहीं है। इस साल के आखिर तक सेंसेक्‍स के 18 हजार अंक को छू जाने की उम्‍मीद है। इस मुकाम पर पहुंचने से पहले यदि सेंसेक्‍स 15211 से ऊपर बंद होता है तो यह 15443 अंक तक जाएगा। इसका स्‍पोर्ट स्‍तर इस समय 14617 अंक है। निफ्टी 4255 के स्‍पोर्ट पर 4465 के ऊपर बंद होता है तो नया रिकॉर्ड स्‍तर देखने को मिलेगा। शेयर ऑपरेटर हर गिरावट पर यह कहकर कि अब तो शेयर बाजार का बंटाढार तय है, आम निवेशक से बेहतर कंपनियों के शेयर निकलवा लेते हैं। आम निवेशक जानकारी के अभाव और ऑपरेटरों पर भरोसा कर उनके झांसे में आ जाते हैं और अपने पास रखी शानदार कंपनियों के शेयर बेच डालते हैं। शेयर बाजार में आगामी गिरावट पर आम निवेशक बिल्‍कुल न घबराएं और औने पौने में अपने कीमती शेयरों को न बेचें। एक बात गांठ बांध लें....धैर्यवान की ही जीत होती है। बाजार में धैर्य रखना जरुरी होता है। जिसने अपना धैर्य खोया वहीं प‍राजित होता है। साथ ही एक बात और जानना

खेलो इंडिया खेलो

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बॉम्‍बे स्‍टॉक एक्‍सचेंज के सेंसेक्‍स के 15 हजार अंक को पार करते ही हर आदमी यह पूछ रहा था कि अब अगला मुकाम कहां। यह सवाल हर बार उठता है जब सेंसेक्‍स एक हजार अंक का चक्र पूरा कर लेता है। हमारा कहना है कि सेंसेक्‍स की चिंता के साथ यह चिंता भी करें कि आपके निवेश पर अब कितना रिटर्न मिल रहा है या आपने जिन शेयरों में निवेश किया है वे बढ़े हैं या नहीं। इंडेक्‍स कहीं भी पहुंच जाए, जब तक आपके शेयर नहीं बढ़ते खुशियां मनाना बेकार और बेमानी जैसा है। हम अपने पिछले दो साल के मत पर आज भी कायम है और मानते हैं कि इस साल के आखिर तक सेंसेक्‍स 18 हजार अंक को छू लेगा और अगले साल दिवाली के बाद दिसंबर तक 25 हजार अंक। अनेक निवेश सलाहकार मानते हैं कि बीएसई सेंसेक्‍स 25 हजार अंक तक वर्ष 2010 तक पहुंच पाएगा लेकिन आज जैसी स्थितियां दिखाई दे रही हैं, उसमें यह उपलब्‍धता 2008 में मिल सकती है। हम निवेशकों से कहना चाहेंगे कि 30 कंपनियों पर आधारित सेंसेक्‍स में तभी बढ़ोतरी होती है, जब इन 30 कंपनियों के शेयरों में उछाल आता है। इसलिए अपने निवेश को इन 30 कंपनियों में जरुर बढ़ाए और जब सेंसेक्‍स अपने शबाब पर हो तो मोटा मुना

वन टू का फोर, फोर टू का वन

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शेयर बाजार में निकट भविष्‍य में बढ़ने वाले तीन ऐसे शेयर जिनमें आप आंख मूंदकर पैसा लगा सकते हैं जो आपके निवेश को हमेशा सुरक्षित रखेंगे। हालांकि, इन तीन कंपनियों में बढ़त धीमी लग सकती है लेकिन होगी ठोस और सुरक्षित। ये कंपनियां हैं: एनटीपीसी, पावर फाइनेंस कार्पोरेशन यानी पीएफसी और पीटीसी इंडिया। दूर रहें: शेयर बाजार में मौजूदा तेजी में बेहतर, अच्‍छी और घटिया यानी कचरा कंपनियों के शेयरों में खूब तेजी देखी जा रही है। कुछ कंपनियों को ऑपरेटर चला रहे हैं तो कुछ को उनके प्रमोटर या निदेशक। याद रखें रेसकार्स में पैसा घोड़ों पर लगाया जाता है न कि खच्‍चर या गधों पर। अपनी मेहनत के पैसे को बेहतर कंपनियां जिनके फंडामेंटल्‍स खूब मजबूत हैं और आप उसे खुद ट्रेक कर सकें, में ही निवेश करें। केवल सर्किट टू सर्किट चलें उनमें पैसा लगाकर देखा जाए कि थ्‍योरी पर निवेश न करे। मसलन : टूरिज्‍म फाइनेंस कार्पोरेशन ऑफ इंडिया को लें जिसमें पिछले कुछ दिन से पांच फीसदी ऊपर का सर्किट लग रहा है और किसी ब्रोकर हाउस का कहना था कि यह 30 रुपए पहुंच जाएगा, बस पैसा डाल दो। दूसरा उदाहरण : जयंत एग्रो का है। एक शेयर पर एक शेयर बोनस

सेंसेक्‍स को गिराने का खेल है तैयार !

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भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था का बैरोमीटर बॉम्‍बे स्‍टॉक एक्‍सचेंज यानी बीएसई आज एक बार फिर नई ऊंचाई पर है और इसके निरंतर अभी नए रिकॉर्ड बनाने के आसार हैं। लेकिन आम निवेशक शेयर बाजार के ऑपरेटरो, पंटरो और सटोरियों के मन में जो चल रहा है, से अनजान हैं। शेयर बाजार के खिलाडि़यों ने अब समूचे देश को तेजी के घोड़े पर बैठा दिया है जो अभी तो खूब दौड़ेगा....संभवत: 15000/15200 अंक तक इस घोड़े के रुकने के आसार नहीं है। सभी निवेशक खिलाडि़यों के इस अंकजाल में फंसे हुए हैं और यह मान रहे हैं कि 15000/15200 तक तो वे बाजीगर की भांति खेल सकते हैं तो फिर कैसा डर। यद्यपि इस समय अच्‍छे अच्‍छे विश्‍लेषक यह बताने में असमर्थ हैं कि सेंसेक्‍स का अगला पड़ाव कहां। सभी यह जरुर बताएंगे कि सेंसेक्‍स जल्‍दी ही 15000 या 17000 पहुंच जाएगा लेकिन इस मुकाम पर पहुंचने से पहले झटके कितने खाएंगे, यह कोई नहीं जानता। जैसे आपको एक ठीकठाक ज्‍योतिष यही बताएगा कि आगे चलकर दशा बदल रही है और अच्‍छे दिन आ रहे हैं लेकिन यह नहीं बता सकता कि मौत कैसे होगी या कौन कौन सी पीड़ा भोगनी पड़ेगी। आप किसी भी ज्‍योतिष को यह बिल्‍कुल आभास नहीं होने दें क

शेयर बाजार में सचेत रहने की जरुरत

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भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था का बैरोमीटर बॉम्‍बे स्‍टॉक एक्‍सचेंज यानी बीएसई आज नई ऊंचाई पर लंबे इंतजार के बाद पहुंच ही गया। लेकिन इस ऊंचाई पर टिक नहीं सका और मुनाफा वसूली ने इसे बीच बीच में नीचे की ओर धकेला। खैर! अंत में 13.75 अंक की बढ़त लेकर सेंसेक्‍स 14664.26 अंक पर बंद हुआ, जो इसके पिछले उच्‍च रिकॉर्ड 14723 से नीचे ही रहा। हालांकि, आज दिन में इसने 14745 का नया रिकॉर्ड बनाया। रिकॉर्ड बनते रहेंगे, बिगड़ते रहेंगे, लेकिन अहम बात यह है कि आप अपने निवेश पर मुनाफा वसूल पाते हैं या नहीं अथवा केवल दिन भर भाव जानने के बाद बाजार बंद होने पर यह देख लिया कि कागजों पर तो चांदी ही चांदी है और अगले दिन यह चांदी स्‍टील में बदल गई और इसके बाद स्‍टील कबाड़ में। निवेशकों को हमारी सलाह है कि अब सचेत रहते हुए मुनाफा वसूल करते रहें और हर बढ़त का लाभ लें। हमारी राय में शेयर बाजार की चमक निवेशकों को ज्‍यादा जोश दिला सकती है और इसी अतिरिक्‍त जोश में सब कुछ ठंडा हो जाता है। सभी को तेजी के रथ पर सवार कर ऑपरेटर और पंटर बाजार को मंदा करने का प्रयास जरुर करेंगे। हमारी राय में कुछ दिन बाद आपको बाजार के ढीले पड़ने के स