आप कुछ नहीं खोएंगे यदि धैर्य है तो
बुरे समय में धैर्य से बेहतर कोई हथियार नहीं। भारतीय शेयर बाजार में आज आई गिरावट कोई अनोखी बात नहीं है, यह तो होना ही था। हमने इस ब्लॉग पर पहले कहा था कि शेयर बाजार 12 से 18 जुलाई के बीच गिरेगा और इस दौरान इंट्रा डे गिरावट आई और सुधार भी। 18 जुलाई को शेयर बाजार तकरीबन 130 अंक तक गिरा भी लेकिन आखिरी 30 मिनट में पूरा बाजार सुधर गया। शेयर बाजार में गिरावट के लिए उस समय भरपूर तैयारी थी लेकिन ऑपरेटरों की बात लीक हो जाने से यह कार्य उस समय नहीं हो सका जो आज हुआ। समूची दुनिया के शेयर बाजारों में आज गिरावट है लेकिन इस समय धैर्य की जरुरत है क्योंकि बड़े ऑपरेटर और संस्थागत निवेशक तो यही चाहते हैं कि आम निवेशक के बेहतर स्टॉक औने पौने में उन्हें मिल जाए और बाद में तेजी के समय वे इन्हें फिर से खरीदे।
हमने समय समय पर चेताया भी था कि मुनाफा वूसली करते रहें और आपने यदि ऐसा किया है तो फिर चिंता न कर, उस पैसे से बेहतर कंपनियों के स्टॉक खरीदें। हमारा स्लोगन ही है संकट में सबसे बड़ा साथी पैसा होता है। यह गिरावट उन निवेशकों के लिए खरीद का एक बेहतर मौका है जिन्होंने हमारी सलाह के मुताबिक समय समय पर आंशिक मुनाफावसूली कर ली थी। हम सभी जानते हैं कि लांग टर्म में भारतीय शेयर बाजार की स्थिति बेहतर रहने वाली है और सेंसेक्स को इस साल 18 हजार और अगले वर्षों में 25 हजार अंक का सफर तय करना है तो यह गिरावट भी लंबे समय नहीं रहेगी।
हालांकि इस संकट में सबसे ज्यादा नुकसान उन निवेशकों का होता है जो एफ एंड ओ खेलते हैं और वाह मनी ब्लॉग ने कभी भी निवेशकों को एफ एंड ओ खेलने की सलाह नहीं दी है। हम अभी भी अपनी इस राय पर कायम हैं। एफ एंड ओ के अलावा उन निवेशकों को नुकसान हो सकता है जिन्होंने कहीं से ब्याज पर पैसा लेकर शेयर बाजार में लगाया है अन्यथा यह बाजार वापस सुधार की ओर बढ़ेगा, यह तय है। जरुरत है तो सिर्फ धैर्य और अपने मुनाफावसूली से आए पैसे की ताकि बेहतर कंपनियों के स्टॉक्स आपके डिमैट खाते में आ सके।
हमने समय समय पर चेताया भी था कि मुनाफा वूसली करते रहें और आपने यदि ऐसा किया है तो फिर चिंता न कर, उस पैसे से बेहतर कंपनियों के स्टॉक खरीदें। हमारा स्लोगन ही है संकट में सबसे बड़ा साथी पैसा होता है। यह गिरावट उन निवेशकों के लिए खरीद का एक बेहतर मौका है जिन्होंने हमारी सलाह के मुताबिक समय समय पर आंशिक मुनाफावसूली कर ली थी। हम सभी जानते हैं कि लांग टर्म में भारतीय शेयर बाजार की स्थिति बेहतर रहने वाली है और सेंसेक्स को इस साल 18 हजार और अगले वर्षों में 25 हजार अंक का सफर तय करना है तो यह गिरावट भी लंबे समय नहीं रहेगी।
हालांकि इस संकट में सबसे ज्यादा नुकसान उन निवेशकों का होता है जो एफ एंड ओ खेलते हैं और वाह मनी ब्लॉग ने कभी भी निवेशकों को एफ एंड ओ खेलने की सलाह नहीं दी है। हम अभी भी अपनी इस राय पर कायम हैं। एफ एंड ओ के अलावा उन निवेशकों को नुकसान हो सकता है जिन्होंने कहीं से ब्याज पर पैसा लेकर शेयर बाजार में लगाया है अन्यथा यह बाजार वापस सुधार की ओर बढ़ेगा, यह तय है। जरुरत है तो सिर्फ धैर्य और अपने मुनाफावसूली से आए पैसे की ताकि बेहतर कंपनियों के स्टॉक्स आपके डिमैट खाते में आ सके।
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