पैसे का फ्यूज नहीं उड़ेगा इंडो एशियन में


एलवी इलेक्ट्रिकल स्विचगियर और लाइटिंग इकिवपमेंट बनाने वाली कंपनी इंडो एशियन फ्यूजगियर में किए गए निवेश का फ्यूज नहीं उड़ेगा। मध्‍यम से दीर्घकाल के निवेश करने वाले निवेशकों के लिए यह बेहतर कंपनी है। कंपनी के पंजाब, हरियाणा और उत्‍तरांचल में आठ उत्‍पादन इकाईयां हैं। कंपनी ने हाल में उत्‍तरांचल में दो संयंत्र कर मुक्‍त क्षेत्र में लगाए हैं। कंपनी इसी क्षेत्र में एक स्विचगियर संयंत्र भी लगा रही है, जिसके जल्‍दी ही चालू होने के आसार हैं।

कंपनी के उत्‍पादों की मांग भारत में ही नहीं वरन दुनिया के 80 से ज्‍यादा देशों में है। पिछले साल कंपनी के कुल कारोबार में निर्यात की हिस्‍सेदारी 16 फीसदी के आसपास रही। कंपनी ने विदेशों में अपने कारोबार को बढ़ाने पर ध्‍यान केंद्रित किया है और इसी सिलसिले में नेपाल, श्रीलंका, मध्‍य पूर्व के बाजारों में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के जोरदार प्रयास कर रही है। कंपनी ने स्‍पेन की सिमोन के साथ उच्‍च गुणवत्‍ता वाली वायरिंग एस्‍सरीज, बिल्डिंग ऑटामेशन और इंटेलीजेंट स्विचिंग उत्‍पादों व प्रणालियों, ऊर्जा संबंधी विभिन्‍न उत्‍पादों के उत्‍पादन व विपणन के लिए संयुक्‍त उद्यम लगाया है।

इस साल कंपनी की बिक्री 217 करोड़ रुपए और शुद्ध लाभ 17.84 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है। इंडो एशियन फ्यूजगियर की शेयरधारिता की बात करें तो प्रमोटरों के पास इसके 28.98 फीसदी शेयर हैं, जबकि कार्पोरेट संस्‍थानों के पास 36.35 फीसदी, आम जनता के पास 26.43 फीसदी, म्‍युच्‍युअल फंडों के पास 4.97 व एफआईआई के पास 3.27 फीसदी शेयर हैं। आज 11 मई 2007 को इंडो एशियन फ्यूजगियर का शेयर 110 रुपए पर बंद हुआ, जबकि पिछले 52 सप्‍ताह में यह ऊपर में 319 रुपए (18 मई 2006) और नीचे में 88 रुपए (8 मार्च 2007) को था।

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