शेयर बाजार के लिए बड़ी हलचल का है यह सप्ताह
कार्पोरेट नतीजों के इस मौसम में भारतीय बैंकिंग क्षेत्र के बेहतर कार्य नतीजों और देश की निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का प्रदर्शन आशंका से कम खराब आने की वजह से निवेशकों ने शेयर बाजार में अपने निवेश को बनाए रखा हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था की कई बुनियादी बातों ने निवेशकों के मन में यह विश्वास बैठा रखा है कि शेयर बाजार में तेजी की किरण जल्दी दिखाई देगी। हालांकि, दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमरीका में नए राष्ट्रपति बराक ओबामा के आने से पूर्व राष्ट्रपति रुजवेल्ट जैसे चमत्कार की उम्मीद की जा रही है। लेकिन ओबामा के लिए मंदी की चपेट में आई अमरीकी अर्थव्यवस्था को उबारने की कोई जादूई छड़ी नहीं है। लेकिन वे 1929 की महामंदी से उबारने के रुजवेल्ट के किए गए प्रयासों से कई पाठ सीख सकते हैं। यदि ओबामा अमरीका को मंदी से उबार ले जाते हैं तो वे इस सदी के महानायक बनकर उभर जाएंगे। अमरीका और यूरोप में बैंकिंग जगत को अपना अस्तित्व टिकाए रखना मुश्किल नजर आ रहा है। यहां पैदा हुई बैंकिंग जगत की मुश्किलों ने दुनिया के सभी देशों पर प्रतिकूल असर डाला है, हालांकि भारत में भारती...