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दिवाली से दिवाली तक के शेयर

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वाह मनी के अनेक पाठकों ने इस दिवाली से अगली दिवाली तक के लिए ऐसे निवेश योग्‍य उम्‍दा शेयरों की जानकारी मांगी है जिनमें वे निवेश कर सकें और उनके निवेश पर जोखिम कम से कम हो। वाह मनी की राय में बिजली, इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर और बैंकिंग शेयरों में किया गया निवेश बेहतर रहेगा और उम्‍मीद है अगली दिवाली 2008 तक निवेशकों के बैंक खातों में जमा धन में खासा इजाफा होगा। हम यहां उन मिड कैप शेयरों की एक छोटी सूची दे रहे हैं जिनमें बड़ी संभावनाएं मौजूद हैं। हालांकि, इन शेयरों में शार्ट टर्म, मीडियम टर्म और लांग टर्म तीनों तरह से किया गया निवेश फायदेवाला साबित होगा। फिर भी हम कहना चाहेंगे कि निवेश और उससे पर मिलने वाले मुनाफे पर निवेशक अपने विवेक का भी इस्‍तेमाल करें और हर गिरावट पर छोटी छोटी मात्रा में खरीद और हर बड़ी बढ़त पर आंशिक मुनाफा वसूली करते रहें। वाह मनी आपको समय समय पर दूसरे और भी निवेश लायक शेयर बताता रहेगा लेकिन दिवाली से दिवाली तक के इन शेयरों की सूची पर ध्‍यान जरुर रखें। बिजली - पावर ग्रिड कार्पोरेशन, पावर फाइनेंस कार्पोरेशन, एनटीपीसी, पीटीसी इंडिया, टोरेंट पावर, क्राम्‍टपन ग्रीव्‍ज, जीवीके पा

जमाना तो है पावर का

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शेयर बाजार में अब जमाना पावर का है। देश के सबसे पुराने शेयर एक्‍सचेंज बीएसई ने दिवाली की संध्‍या पर पावर इंडेक्‍स जारी कर इसकी आहट दे दी है। वाह मनी ब्‍लॉग के पाठक जानते होंगे कि हम लंबे समय से कह रहे हैं कि पावर सेक्‍टर के शेयरों में निवेश करें और इस सेक्‍टर में किए गए निवेश पर जो प्रतिफल मिलेगा उससे आने वाले दिनों में निवेशक आईटी क्षेत्र की तेजी को भूल जाएंगे, लेकिन जरुरत है धैर्य की। यदि कोई निवेशक यह चाहे कि रातों रात वह पावर सेक्‍टर की कंपनियों में निवेश कर करोड़पति बन जाए तो असंभव है लेकिन मुश्किल नहीं। मुश्किल इस मायने में नहीं क्‍योंकि पावर सेक्‍टर में अभी तेजी ठीक ढंग से शुरू नहीं हुई है और आने वाले इसी सेक्‍टर के हैं। बीएसई ने पावर 14 कंपनियों को लेकर पावर इंडेक्‍स जारी किया है। निवेशकों को हमारी राय है कि इन कंपनियों में हर गिरावट पर निवेश करते रहें। हालांकि, पावर सेक्‍टर में इनके अलावा ढेरों कंपनियां हैं जिनमें से आप बेहतर कंपनियों का चयन करते रहे निवेश के लिए। वाह मनी भी आपको समय समय पर बताता रहेगा इस क्षेत्र की कंपनियां ताकि आप बन सके मालदार। बीएसई ने पावर इंडेक्‍स में जि

शेयर बाजार नई उड़ान में लेगा समय

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शेयर बाजार ने इस साल लाखों निवेशकों की दिवाली को सुधारा है। शेयर बाजार से जुड़े निवेशक वर्ग के पास पिछले दिनों पैसा आया है, हालांकि निवेशकों को उम्‍मीद थी कि धनतेरस को सेंसेक्‍स 21 हजार अंक तक पहुंच सकता है, जो नहीं पहुंचा। फिर भी निवेशकों को निराश नहीं होना चाहिए क्‍योंकि भारतीय शेयर बाजार में विदेशी पैसा आता ही रहेगा क्‍योंकि यहां अन्‍य बाजारों से रिटर्न अधिक है। बड़ा रिटर्न मिलने का लालच भारतीय बाजार से किसी को बाहर नहीं जाने देगा। लेकिन इस समय शेयर बाजार के लिए नई उड़ान भरने के लिए कोई सकारात्‍मक खबर नहीं है। सभी पिछली सकारात्‍मक खबरों से शेयर बाजार को जितना बढ़ना था, वह बढ़ चुका। वाह मनी निवेशकों को यह राय देता रहा है कि आंशिक मुनाफा वसूली करते रहे और जिन्‍होंने इस मंत्र को माना, वे आज खुश हैं क्‍योंकि सेंसेक्‍स अपनी पिछली ऊंचाई से तकरीबन 1200 अंक गिर चुका है और इस गिरावट के अभी रूकने के आसार कम ही हैं। अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में क्रूड के दाम जिस गति से बढ़ रहे हैं, वह हमारे लिए भी बुरी खबर बनेगी। पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा यह संकेत दे चुके हैं कि दिवाली के बाद पेट्रोल व डीजल क

दिवाली रिटर्न शेयर बाजार का

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दिवाली यानी लक्ष्‍मी के घर आने का पर्व। दिवाली के साथ ही लोग लक्ष्‍मी के आगमन का इंतजार करते हैं। लक्ष्‍मी अलग अलग रास्‍तों से लोगों के घर पहुंचती है। शेयर बाजार में कारोबार करने वाले इसीलिए दिवाली के दिन मुहूर्त कारोबार में भाग लेते हैं ताकि कुछ पैसा उन तक पहुंच सके। यहां हम 1991 से 2006 तक के दिवाली मुहूर्त कारोबार पर बंद हुए बीएसई सेंसेक्‍स के आंकडे आपकी जानकारी के लिए दे रहे हैं। बीएसई सेंसेक्‍स दिवाली मुहूर्त पर वर्ष 1992 में 6.3 फीसदी, 1994 में 6.2 फीसदी, 1995 में 6.8 फीसदी, 1996 में 4.9 फीसदी और 1997 में 8.5 फीसदी गिरकर बंद हुआ था, जबकि अन्‍य वर्षों में यह बढ़कर बंद हुआ। वर्ष 1991 में दिवाली मुहूर्त कारोबार पर बीएसई सेंसेक्‍स 1917.96 अंक पर बंद हुआ था, जो वर्ष 1992 में 2987.21 अंक, 1993 में 2786.41 अंक, 1994 में 4303.65 अंक, 1995 में 3486.20 अंक, 1996 में 3080.26 अंक, 1997 में 3803.24 अंक, 1998 में 2853.27 अंक, 1999 में 4650.54 अंक, 2000 में 3757.16 अंक, 2001 में 3113.04 अंक, 2002 में 2987.58 अंक, 2003 में 4802.28 अंक, 2004 में 5964.01 अंक, 2005 में 8471.04 अंक, 2006 में 12736.8

सेंसेक्‍स 21 हजार की ओर करेगा कूच

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हितेंद्र वासुदेव बीएसई सेंसेक्‍स पिछले सप्‍ताह एक बार फिर नई ऊंचाई पर पहुंचा। यह सेंसेक्‍स की अच्‍छी आदत कही जा सकती है कि सेंसेक्‍स नई ऊंचाई बना रहा है। लेकिन बढ़त मुनाफा वसूली को नहीं रोक पा रही है। सोमवार को सेंसेक्‍स 19621.39 अंक के गेप के साथ खुला और बढ़त लेकर मंगलवार को 20238.16 अंक की नई ऊंचाई पर पहुंच गया। दो नवंबर शुक्रवार को बाजार गिरकर खुला लेकिन गेप को कवर करते हुए यह बढ़ता गया। साप्‍ताहिक आधार पर सेंसेक्‍स में बढ़त 673 अंक की रही। 26 अक्‍टूबर को 19243 अंक पर बंद होने के साथ साप्‍ताहिक रुझान तेजी का है। साप्‍ताहिक रुझान सेंसेक्‍स के 17 हजार या शुक्रवार के साप्‍ताहिक बंद 18798 से नीचे आने पर ही बदल सकता है। वर्ष 2007 के कैलेडर वर्ष की शुरुआत में सेंसेक्‍स का वार्षिक स्‍तर हमने 20851 अंक बताया था। यदि मौजूदा रुझान जारी रहता है तो यह संभव है। अगले रेसीसटेंस स्‍तर 22000-24000 की रेंज में हैं। सेंसेक्‍स के हर ऊंचे स्‍तर पर चंचलता और दामों का बढ़ना बना रहेगा। सप्‍ताह का अहम सपोर्ट स्‍तर 19621-19100 है। यदि सेंसेक्‍स 19100 से नीचे बंद होता है तो गहरे करेक्‍शन को आमंत्रण देगा और स