हार के बाद ही जीत है.......
दैनिक जागरण ने अपनी वेबसाइट पर एक बढि़या खबर लगाई है कि गिरकर भी देश का मान बढ़ाएगा सेंसेक्स....पढि़ए पूरी खबर जो कर रही है आपका इंतजार.....विश्व कप के शुरुआती दौर में ही बांग्लादेश के हाथों टीम इंडिया को मिली शर्मनाक हार से हर भारतीय निराश है। उनकी निराशा जायज भी है, लेकिन हर खेल प्रेमी को यह नहीं भूलना चाहिए कि हार के बाद ही जीत का सिलसिला शुरू होता है। शेयर बाजार के आंकड़े भी भारत के पक्ष में हैं। वैसे तो शेयर बाजार का क्रिकेट से कोई संबंध नहीं है, सिवाय इसके कि आजकल दोनों में गिरावट का दौर जारी है। हालांकि, जब-जब सेंसेक्स में गिरावट का दौर रहा है, भारत अपनी प्रतिद्वंद्वी टीम को धूल चटाता रहा है।
वर्ष 1986 में शेयर बाजार के अस्तित्व में आने के बाद से अब तक पांच विश्व कप खेले जा चुके हैं। इसलिए अगर सेंसेक्स के प्रदर्शन को कसौटी मानें तो भारत विश्व कप क्रिकेट जीत सकता है और यदि यह संभव न हुआ तो कम से कम देश का सम्मान तो बरकरार रह ही सकता है।
हम वर्ष 2003 विश्व कप की बात करें तो इसके आयोजन के दौरान 9 फरवरी से 24 मार्च के बीच सेंसेक्स में 139 अंकों की गिरावट दर्ज की गई थी। इस विश्व कप में भारत फाइनल में पहुंच गया था। इसी प्रकार वर्ष 1996 में भारत विश्व कप के सेमी फाइनल तक पहुंचा था और इस दौरान 14 फरवरी से 17 मार्च के बीच सेंसेक्स में 185 अंकों की गिरावट दर्ज की गई थी। क्रिकेट प्रेमियों के लिए खुशी की बात यह है कि बाजार अभी मंदड़ियों के प्रभाव में है तथा वेस्टइंडीज में हो रहे विश्व कप की शुरुआत के बाद से शेयर बाजार में लगभग 450 अंकों की गिरावट दर्ज की गई है। मुद्रास्फीति की दर में बढ़त के चलते देश के शेयर बाजारों के सूचकांक सरक रहे हैं। चूंकि महंगाई रोकने के सरकार के तमाम प्रयास बेकार हो चुके हैं, इसलिए बाजार विश्लेषकों का मानना है कि सेंसेक्स में गिरावट का दौर फिलहाल जारी रहेगा। ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले मैचों में भारत की जीत की पताका फहराएगी। साभार- जागरण डॉट कॉम से।
टिप्पणियाँ