आइडिया है चोखा
कहावत है आइडिया दुनिया पर शासन करते हैं....लेकिन अब टेलीकॉम की दुनिया में भारती टेली और रिलायंस कम्युनिकेशन के बाद पूंजी बाजार में आई कंपनी आइडिया को भविष्य की उन कंपनियों की सूची में शामिल किया जा सकता है जो निवेशकों के लिए वरदान बनेगी न कि बोझ। कुमार मंगलम बिड़ला ने जिस तरह अपने पिता आदित्य बिड़ला के औद्योगिक साम्राज्य को महज 28 साल की आयु में संभाला और बेहतर संचालन के जरिए जिस मुकाम पर पहुंचाया है वह सराहनीय है। यह यात्रा आगे भी इसी तरह चलती रहेगी। आइडिया की बात करें तो भारत की छठी सबसे बड़ी मोबाइल ऑपरेटर कंपनी के ग्राहकों की संख्या और विस्तार में तेजी आ रही है। कंपनी ने अपने शेयर 75 रुपए प्रति शेयर पर जारी किए और बाजार में सूचीबद्ध यानी लिस्टिंग हुए 14 फीसदी प्रीमियम पर। कंपनी जिन टेलीकॉम सर्किल में काम कर रही है उनमें इसकी स्थिति देखें तो यह गुजरात में तीसरे नंबर, महाराष्ट्र में पहले नंबर, मध्य प्रदेश में दूसरे नंबर, आंध्र प्रदेश में चौथे नंबर, दिल्ली में पांचवें नंबर, हरियाणा में पहले नंबर, केरल में तीसरे नंबर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहले नंबर पर है। नए सर्किल जहां आइडिया ने अभी प्रवेश किया है, उनमें हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और पूर्वी उत्तर प्रदेश में छठे नंबर पर है। इन राज्यों में दिल्ली व राजस्थान में सात ऑपरेटर हैं, जबकि बाकी जगह छह ऑपरेटर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इस तरह इस दौड़ में आइडिया लगातार अपनी बढ़त बना रही है। कंपनी जल्दी ही मुंबई और बिहार में भी प्रवेश करने जा रही है। हालांकि, निवेशकों से कहना है कि आइडिया के शेयर का भाव जब भी 105 रुपए और इसके बाद लगातार बढ़त दिखती है तो 120 रुपए पर मुनाफा जरुर वसूल लें और गिरने पर फिर से पोजीशन ली जा सकती है। इस कंपनी में किया गया निवेश घाटे का सौदा नहीं होगा।
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