प्रतिभा में है ढ़ेर सारी प्रतिभा
अमृतसर और अहमदाबाद हवाई अड्डों की विकास परियोजनाओं पर काम कर रही प्रतिभा इंडस्ट्रीज आने वाले समय में शेयर बाजार की एक बेहतर कंपनी साबित हो तो अचरज नहीं होना चाहिए। आम बजट के बाद हालांकि इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र के शेयरों पर सीधा दांव लगाने से निवेशक हिचक रहे हैं लेकिन इस क्षेत्र की अनेक कपंनियों के शेयर घटे भावों पर लेने जैसे दिख रहे हैं। इन्हीं कंपनियों में से एक छोटी कंसट्रक्शन कंपनी प्रतिभा इंडस्ट्रीज है। कंपनी के पास 1700 करोड़ रूपए के ऑर्डर हैं। कंपनी के पास जो परियोजनाएं हैं उनका औसत आकार 10-20 करोड़ रूपए से 100 करोड़ रूपए है। कंपनी ने हाल में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी टनलिंग कंपनी ओस्तु स्तेतिन ऑफ आस्ट्रिया के साथ करार किया है। इस करार से प्रतिभा इंडस्ट्रीज को शहरी इलाकों में भूमिगत टनलिंग परियोजनाओं को पूरा करने में मदद मिलेगी।
कंपनी पानी से जुड़ी परियोजनाओं पर गहराई से ध्यान दे रही है। चालू वित्त वर्ष के आम बजट में वॉटर इंफ्रास्ट्रक्चर पर खास ध्यान दिए जाने से कंपनी को बेहतर विकास होने की उम्मीद है। प्रतिभा इंडस्ट्रीज की लगभग 60 फीसदी आय इस समय महाराष्ट्र राज्य से आ रही है। कंपनी अब राजस्थान, मध्य प्रदेश और अन्य जगहों पर पानी पाइप लाइनें बिछाने की परियोजनाएं हासिल कर रही हैं। राजस्थान में कंपनी को 136 किलोमीटर पानी परिवहन की परियोजना मिली है। राजस्थान सरकार अगले तीन वर्षों में से 12 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा राशि इस तरह की परियोजनाओं पर खर्च करेगी। कंपनी ने मुंबई में भी 65 करोड़ रुपए की पानी आपूर्ति परियोजना हासिल की है, जहां केवल एक कंपनी हिंदुस्तान कंसट्रक्शन से उसकी प्रतिस्पर्धा थी।
देश में 44 नए हवाई अड्डों का फिर से विकास करने की योजना है। कंपनी को अमृतसर और अहमदाबाद हवाई अड्डों के विकास की परियोजनाएं मिली हैं। अमृतसर में उसका सहयोगी यूनिटेक है और इस परियोजना की लागत 67 करोड़ रूपए है। अहमदाबाद परियोजना की लागत 133 करोड़ रूपए है और इसकी सहयोगी है आईटीडी सीमेंटेशन।
कंपनी सॉ स्पिरल पाइप्स के उत्पादन से भी जुड़ी हुई है। ये पाइप उपभोक्ता उद्योग ऑयल व गैस को सप्लाई होंगे। कंपनी 81 करोड़ रुपए खर्च कर 92 हजार टन की क्षमता एक साल में खड़ी करेगी। अगले तीन सालों में इस परियोजना के पूरी तरह चालू हो जाने की उम्मीद है। हमारे देश में तेल और गैस के परिवहन के लिए पाइप लाइन बिछाने की जोरदार मांग है। रिलायंस इंडस्ट्रीज, नेशनल गैस पाइप लाइन ग्रिड और गेल तेल व गैस की पाइप लाइन बिछाने में बड़े निवेश कर रही हैं। इसके अलावा पानी के वितरण के लिए भी पाइप लाइनें बिछाई जा रही हैं। सॉ पाइप से कंपनी को वर्ष 2008 में 160 करोड़ रुपए की आय होगी और वर्ष 2009 में 60 फीसदी क्षमता के साथ 240 करोड़ रुपए की कमाई होगी।
कंपनी को वर्ष 2007 में 310 करोड़ रुपए और वर्ष 2008 में 610 करोड़ रुपए की कमाई होने की आस है। इस वर्ष शुद्ध लाभ 17.98 करोड़ रुपए और अगले वर्ष 36.60 करोड़ रुपए रहने की संभावना है। प्रति शेयर आय यानी ईपीएस वर्ष 2007 में 12.59 रुपए और वर्ष 2008 में 25.63 रुपए रहने की आस है। इस समय कंपनी की आय में पानी परियोजनाओं का हिस्सा 82 फीसदी, सड़क परियोजनाओं की भागीदारी 10 फीसदी और शहरी इंफ्रास्ट्रक्चर का योगदान आठ फीसदी है। बीएसई में यह शेयर इस समय 168 रुपए चल रहा है जो आज नीचे में 167 रुपए और ऊपर में 179 रुपए था। पिछले 52 सप्ताह में प्रतिभा इंडस्ट्रीज का शेयर नीचे में 132 रुपए और ऊपर में 392 रुपए बिका था।
कंपनी पानी से जुड़ी परियोजनाओं पर गहराई से ध्यान दे रही है। चालू वित्त वर्ष के आम बजट में वॉटर इंफ्रास्ट्रक्चर पर खास ध्यान दिए जाने से कंपनी को बेहतर विकास होने की उम्मीद है। प्रतिभा इंडस्ट्रीज की लगभग 60 फीसदी आय इस समय महाराष्ट्र राज्य से आ रही है। कंपनी अब राजस्थान, मध्य प्रदेश और अन्य जगहों पर पानी पाइप लाइनें बिछाने की परियोजनाएं हासिल कर रही हैं। राजस्थान में कंपनी को 136 किलोमीटर पानी परिवहन की परियोजना मिली है। राजस्थान सरकार अगले तीन वर्षों में से 12 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा राशि इस तरह की परियोजनाओं पर खर्च करेगी। कंपनी ने मुंबई में भी 65 करोड़ रुपए की पानी आपूर्ति परियोजना हासिल की है, जहां केवल एक कंपनी हिंदुस्तान कंसट्रक्शन से उसकी प्रतिस्पर्धा थी।
देश में 44 नए हवाई अड्डों का फिर से विकास करने की योजना है। कंपनी को अमृतसर और अहमदाबाद हवाई अड्डों के विकास की परियोजनाएं मिली हैं। अमृतसर में उसका सहयोगी यूनिटेक है और इस परियोजना की लागत 67 करोड़ रूपए है। अहमदाबाद परियोजना की लागत 133 करोड़ रूपए है और इसकी सहयोगी है आईटीडी सीमेंटेशन।
कंपनी सॉ स्पिरल पाइप्स के उत्पादन से भी जुड़ी हुई है। ये पाइप उपभोक्ता उद्योग ऑयल व गैस को सप्लाई होंगे। कंपनी 81 करोड़ रुपए खर्च कर 92 हजार टन की क्षमता एक साल में खड़ी करेगी। अगले तीन सालों में इस परियोजना के पूरी तरह चालू हो जाने की उम्मीद है। हमारे देश में तेल और गैस के परिवहन के लिए पाइप लाइन बिछाने की जोरदार मांग है। रिलायंस इंडस्ट्रीज, नेशनल गैस पाइप लाइन ग्रिड और गेल तेल व गैस की पाइप लाइन बिछाने में बड़े निवेश कर रही हैं। इसके अलावा पानी के वितरण के लिए भी पाइप लाइनें बिछाई जा रही हैं। सॉ पाइप से कंपनी को वर्ष 2008 में 160 करोड़ रुपए की आय होगी और वर्ष 2009 में 60 फीसदी क्षमता के साथ 240 करोड़ रुपए की कमाई होगी।
कंपनी को वर्ष 2007 में 310 करोड़ रुपए और वर्ष 2008 में 610 करोड़ रुपए की कमाई होने की आस है। इस वर्ष शुद्ध लाभ 17.98 करोड़ रुपए और अगले वर्ष 36.60 करोड़ रुपए रहने की संभावना है। प्रति शेयर आय यानी ईपीएस वर्ष 2007 में 12.59 रुपए और वर्ष 2008 में 25.63 रुपए रहने की आस है। इस समय कंपनी की आय में पानी परियोजनाओं का हिस्सा 82 फीसदी, सड़क परियोजनाओं की भागीदारी 10 फीसदी और शहरी इंफ्रास्ट्रक्चर का योगदान आठ फीसदी है। बीएसई में यह शेयर इस समय 168 रुपए चल रहा है जो आज नीचे में 167 रुपए और ऊपर में 179 रुपए था। पिछले 52 सप्ताह में प्रतिभा इंडस्ट्रीज का शेयर नीचे में 132 रुपए और ऊपर में 392 रुपए बिका था।
टिप्पणियाँ
अनाम टिप्पणी कर्ता से कहना चाहुंगा, इस प्रकार की जानकारी और जगहो पर भी हो सकता है मिलती हो, मगर क्या हिन्दी मे6 उपलब्ध है?
आपने चिट्ठे पर ग्लेमर की पूट भी सही दी है. ;)