सेंसेंक्स 7100 अंक आने की आशंका !
मुंबई में आतंकी हमले के बाद अब पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध की आशंका बढ़ती जा रही है जिससे आने वाले दिनों में भारतीय शेयर बाजारों में एक बार फिर नरमी बढ़ सकती है। अमरीकी अखबार न्यूयार्क टाइम्स ने खुलासा किया है कि भारत पाकिस्तान में चल रहे आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों को खत्म करने की योजना बना रहा है और वह आंतकवाद पर पाकिस्तान के साथ निर्णायक लड़ाई लड़ने के मूड में है।
भारत यदि पाकिस्तान के साथ आतंकवाद के मुद्दे पर युद्ध लड़ता है तो शेयर बाजार को मंदी का सामना करना पड़ेगा और मुंबई स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 7100 अंक तक आ सकता है। आतंकवाद के खिलाफ लड़े जाने वाले युद्ध की आशंका से विदेशी निवेशक भारतीय बाजार से अपना और पैसा निकालने की तैयारी में हैं जिससे बाजार का सेंटीमेंट बिगड़ सकता है। एक संभावना यह भी व्यक्त की जा रही है कि आतंकवाद से निपटने के लिए अमरीका, ब्रिटेन और भारत मिलकर पाकिस्तान से युद्ध कर सकते हैं। आर्थिक मंदी से जूझ रही दुनिया के लिए आतंकवाद एक बड़ा खतरा है और अब इससे निपटने का वक्त आ गया है। इस बीच अमरीका सहित अनेक देश अपनी अपनी अर्थव्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए वित्तीय पैकेज घोषित कर रहे हैं लेकिन बाजार के प्रति निवेशकों का विश्वास लौटाने में खासा समय लगेगा।
भारतीय शेयर बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार बिकवाली मुंबई में हुए ताजा आतंकी हमले के बाद बढ़ सकती है। चालू कैलेंडर वर्ष में ये निवेशक अब तक 54500 करोड़ रुपए से अधिक के शेयरों की बिकवाली कर चुके हैं। आतंक के बढ़ते साये में बिगड़ रही परिस्थितियों की वजह से यदि विदेशी निवेशकों अपना पैसा भारतीय बाजार से निकालते हैं तो रुपया और कमजोर पड़कर 55-57 के स्तर की ओर बढ़ सकता है। इसके अलावा भारत की क्रेडिट रेटिंग में संभावित नेगेटिव परिवर्तन दलाल स्ट्रीट के लिए मुसीबत बढ़ा सकते हैं।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई सेंसेक्स 1 दिसंबर से शुरु हो रहे नए सप्ताह में 9477 अंक से 8633 अंक के बीच घूमता रहेगा। जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई का निफ्टी 2888 अंक से 2744 के बीच कारोबार करेगा। चीन ने अपनी ब्याज दरों में हाल में कटौती की है और अब बाजार उम्मीद कर रहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक भी जल्दी ही ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। ब्याज दर में कटौती शेयर बाजार की मौजूदा पुलबैक रैली को आगे बढ़ा सकता है। विश्लेषकों का कहना है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में घरेलू विकास दर 7.6 फीसदी रही जो उम्मीद से बेहतर है लेकिन आगे रास्ता कठिन है जिसकी वजह से ब्याज दर में की जाने वाली कटौती अर्थव्यवस्था की सेहत के लिए बेहतर होगी।
तकनीकी विश्लेषक हितेंद्र वासुदेव का कहना है कि बीएसई सेंसेक्स में पुलबैक अभी बना रहेगा। पिछले सप्ताह मुंबई में आतंकी हमले के बावजूद सेंसेक्स में कुल 177 अंक की बढ़त रही। वे कहते हैं कि 6 यदि 8316 से नीचे नहीं जाता है तो पुल बैक 9195-9448-9721 तक रहेगा जो आगे बढ़कर 10300-11000 अंक तक जा सकता है। लेकिन सेंसेक्स 8316 से नीचे चला जाता है तो यह 7697-6260-6150 और इसके बाद 4227 तक जा सकता है। इसके सपोर्ट स्तर 8342-8316-7697 और 7222 हैं। साप्ताहिक रेसीसटेंस 9385-9461 पर देखने को मिलेगा।
इस सप्ताह निवेशक एक्सिस बैंक, एनटीपीसी, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, इंडियन होटल, इक्रा, एशियन पेंट्स, अदानी एंटरप्राइजेज और हिंदुस्तान यूनिलीवर पर ध्यान दे सकते हैं।
भारत यदि पाकिस्तान के साथ आतंकवाद के मुद्दे पर युद्ध लड़ता है तो शेयर बाजार को मंदी का सामना करना पड़ेगा और मुंबई स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 7100 अंक तक आ सकता है। आतंकवाद के खिलाफ लड़े जाने वाले युद्ध की आशंका से विदेशी निवेशक भारतीय बाजार से अपना और पैसा निकालने की तैयारी में हैं जिससे बाजार का सेंटीमेंट बिगड़ सकता है। एक संभावना यह भी व्यक्त की जा रही है कि आतंकवाद से निपटने के लिए अमरीका, ब्रिटेन और भारत मिलकर पाकिस्तान से युद्ध कर सकते हैं। आर्थिक मंदी से जूझ रही दुनिया के लिए आतंकवाद एक बड़ा खतरा है और अब इससे निपटने का वक्त आ गया है। इस बीच अमरीका सहित अनेक देश अपनी अपनी अर्थव्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए वित्तीय पैकेज घोषित कर रहे हैं लेकिन बाजार के प्रति निवेशकों का विश्वास लौटाने में खासा समय लगेगा।
भारतीय शेयर बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार बिकवाली मुंबई में हुए ताजा आतंकी हमले के बाद बढ़ सकती है। चालू कैलेंडर वर्ष में ये निवेशक अब तक 54500 करोड़ रुपए से अधिक के शेयरों की बिकवाली कर चुके हैं। आतंक के बढ़ते साये में बिगड़ रही परिस्थितियों की वजह से यदि विदेशी निवेशकों अपना पैसा भारतीय बाजार से निकालते हैं तो रुपया और कमजोर पड़कर 55-57 के स्तर की ओर बढ़ सकता है। इसके अलावा भारत की क्रेडिट रेटिंग में संभावित नेगेटिव परिवर्तन दलाल स्ट्रीट के लिए मुसीबत बढ़ा सकते हैं।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई सेंसेक्स 1 दिसंबर से शुरु हो रहे नए सप्ताह में 9477 अंक से 8633 अंक के बीच घूमता रहेगा। जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई का निफ्टी 2888 अंक से 2744 के बीच कारोबार करेगा। चीन ने अपनी ब्याज दरों में हाल में कटौती की है और अब बाजार उम्मीद कर रहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक भी जल्दी ही ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। ब्याज दर में कटौती शेयर बाजार की मौजूदा पुलबैक रैली को आगे बढ़ा सकता है। विश्लेषकों का कहना है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में घरेलू विकास दर 7.6 फीसदी रही जो उम्मीद से बेहतर है लेकिन आगे रास्ता कठिन है जिसकी वजह से ब्याज दर में की जाने वाली कटौती अर्थव्यवस्था की सेहत के लिए बेहतर होगी।
तकनीकी विश्लेषक हितेंद्र वासुदेव का कहना है कि बीएसई सेंसेक्स में पुलबैक अभी बना रहेगा। पिछले सप्ताह मुंबई में आतंकी हमले के बावजूद सेंसेक्स में कुल 177 अंक की बढ़त रही। वे कहते हैं कि 6 यदि 8316 से नीचे नहीं जाता है तो पुल बैक 9195-9448-9721 तक रहेगा जो आगे बढ़कर 10300-11000 अंक तक जा सकता है। लेकिन सेंसेक्स 8316 से नीचे चला जाता है तो यह 7697-6260-6150 और इसके बाद 4227 तक जा सकता है। इसके सपोर्ट स्तर 8342-8316-7697 और 7222 हैं। साप्ताहिक रेसीसटेंस 9385-9461 पर देखने को मिलेगा।
इस सप्ताह निवेशक एक्सिस बैंक, एनटीपीसी, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, इंडियन होटल, इक्रा, एशियन पेंट्स, अदानी एंटरप्राइजेज और हिंदुस्तान यूनिलीवर पर ध्यान दे सकते हैं।
टिप्पणियाँ