दलाल स्ट्रीट में मुनाफावसूली से हिचके नहीं
भारतीय शेयर बाजार में एक बार फिर रौनक है। सरकारी कंपनियों के विनिवेश और समूचे भारत में मानसून की शुरुआत ने दलाल स्ट्रीट के निवेशकों को एक बार फिर जोश में ला दिया है। लेकिन निवेशक बेहद सावधानी से कारोबार करें क्योंकि जोश की यह सवारी कहीं उन्हें फिर ने नीचे ना ला पटके। आम बजट से निराश दलाल स्ट्रीट को अब हर महीने बेहतर खबरें मिलती रहेंगी। जैसा हमने पिछली बार कहा था कि इस सरकार की मजबूरी अपने आम बजट को राज्यसभा में पारित कराने की है और इस मजबूरी ने ही उसे फीका बजट पेश करने पर विवश किया है। शेयर बाजार के लिए ट्रिगर साबित होने वाली इसी तरह की अनेक घोषणाएं हर महीने सुनने को मिल सकती हैं।
अतत: देश के अधिकांश हिस्सों में मानूसन का पहुंचना शुरु हो गया है। मानसून का पहला दौर काफी खराब रहा है लेकिन अब दूसरे दौर से यह कमी काफी पूरी होने की उम्मीद है। इस बारिश से आम आदमी के साथ किसानों ने राहत की सांस ली है। हमारी सकल घरेलू विकास दर में मानूसन एवं कृषि की हिस्सेदारी 20 फीसदी है लेकिन मानूसन के विफल रहने की स्थिति में बेशक नुकसान ज्यादा होता है। मानसून की इस साल की स्थिति ने आम आदमी और प्रशासन को यह भी चेता दिया है कि ग्लोबल वार्मिंग के नतीजे इससे भी अधिक खतरनाक हो सकते हैं। प्रकृति के साथ खिलवाड़ को रोकने का संदेश इस साल सभी को मिल गया है।
मोर्गन स्टेनली के प्रबंध निदेशक एवं सह प्रमुख इक्विटी रिद्धम देसाई का कहना है कि निवेशकों को हर गिरावट पर शेयरों की खरीद करनी चाहिए और इसमें अगले तीन से चार साल में शानदार रिटर्न मिलेगा। वे कहते हैं कि कंज्यूमर सैक्टर अगली तेजी की अगुवाई करेगा। इसके अलावा ऑटो, मीडिया, शिक्षा, रिटेल क्षेत्र से निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिलेगा। हमारे देश ने पिछले पांच से छह साल में जो प्रगति की है उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि आने वाले वर्षों में हमारी विकास दर नौ फीसदी नहीं, बल्कि 11-12 फीसदी पहुंच सकती है। देसाई कहते हैं कि वर्ष 2010 में सेंसेक्स की प्रति शेयर आय (ईपीएस) 1030-1040 रुपए और वर्ष 2011 में 1130 रुपए रह सकती है।
20 जुलाई से शुरु हो रहे नए सप्ताह में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 15155 से 14144 के बीच घूमता रहेगा। जबकि, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 4488 से 4144 के बीच रहेगा। लेकिन कार्पोरेट नतीजों के इस मौसम में शेयर बाजार पिछले सप्ताह जिस तरह तेजी से बढ़ा है उसमें मुनाफावसूली से हिचके नहीं। तकनीकी विश्लेषक हितेंद्र वासुदेव का कहना है कि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सेंसेक्स का अगला रेसीसटेंस स्तर 15100-15600-16196 है। वे कहते हैं कि सेंसेक्स में गिरावट तभी बढ़ेगी जब यह 13200 के नीचे बंद होगा। रेसीसटेंस के विफल होने पर सपोर्ट 14255-13709-13219 पर मिलेगा।
सूरत कॉमर्शियल कार्पोरेशन, सूरत के इक्विटी विश्लेषक गोपाली मोदी का कहना है कि जब तक सेंसेक्स 15077 अंक को पार नहीं करेगा, मंदडि़एं अपने प्रयासों को नहीं रोकेंगे। यदि बाजार में मंदडि़एं हावी हो जाते हैं तो सेंसेक्स गिरकर 14330 से 14050 तक आ सकता है एवं इस स्तर के टूटने पर यह 13725 अंक तक जा सकता है। मोदी कहते हैं कि जब तक सेंसेक्स 14628 के ऊपर बना रहेगा अगले सप्ताह के दौरान सेंसेक्स 15232 से 15462 तक जा सकता है। लेकिन इस स्तर पर पहुंचने के लिए 15077 के ऊपर सेंसेक्स का बंद होना बेहद जरुरी है।
अरिहंत कैपिटल मार्केटस लिमिटेड, इंदौर के मुख्य तकनीकी विश्लेषक राजेश पालविया का कहना है कि निफ्टी का मुख्य रेसीसटेंस स्तर 4450 है। निफ्टी 4450 का स्तर पार करता है तो यह 4600-4700 तक जा सकता है। समूचा बाजार इस समय एफ एंड ओ एक्सपायरी पर निर्भर है। इस महीने के अंत तक आम बजट को भी पारित होना जरुरी है। इन घटनाओं के बीच नए सप्ताह में मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है जिससे निफ्टी 4250 तक आ सकता है। पालविया की राय में आम निवेशक को मौका मिलने पर मुनाफावसूली करते रहना चाहिए क्योंकि बाजार में एक बार फिर सस्ते में बेहतर शेयर मिल सकते हैं।
निवेशक इस सप्ताह साउथ इंडियन बैंक, कोरोमंडल फर्टिलाइर्ज्स, आईडीएफसी, जीएमआर इंफ्रा, जेएसडब्लू स्टील, व्हर्लपूल ऑफ इंडिया, पेट्रोनेट एलएनजी, गुजरात स्टेट पेट्रोनेट, जीएमडीसी, एनएमडीसी, जयप्रकाश एसोसिएटस, आईआरबी इंफ्रा, टोरेंट पावर, मंगलम टिम्बर के शेयरों पर ध्यान दे सकते हैं।
अतत: देश के अधिकांश हिस्सों में मानूसन का पहुंचना शुरु हो गया है। मानसून का पहला दौर काफी खराब रहा है लेकिन अब दूसरे दौर से यह कमी काफी पूरी होने की उम्मीद है। इस बारिश से आम आदमी के साथ किसानों ने राहत की सांस ली है। हमारी सकल घरेलू विकास दर में मानूसन एवं कृषि की हिस्सेदारी 20 फीसदी है लेकिन मानूसन के विफल रहने की स्थिति में बेशक नुकसान ज्यादा होता है। मानसून की इस साल की स्थिति ने आम आदमी और प्रशासन को यह भी चेता दिया है कि ग्लोबल वार्मिंग के नतीजे इससे भी अधिक खतरनाक हो सकते हैं। प्रकृति के साथ खिलवाड़ को रोकने का संदेश इस साल सभी को मिल गया है।
मोर्गन स्टेनली के प्रबंध निदेशक एवं सह प्रमुख इक्विटी रिद्धम देसाई का कहना है कि निवेशकों को हर गिरावट पर शेयरों की खरीद करनी चाहिए और इसमें अगले तीन से चार साल में शानदार रिटर्न मिलेगा। वे कहते हैं कि कंज्यूमर सैक्टर अगली तेजी की अगुवाई करेगा। इसके अलावा ऑटो, मीडिया, शिक्षा, रिटेल क्षेत्र से निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिलेगा। हमारे देश ने पिछले पांच से छह साल में जो प्रगति की है उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि आने वाले वर्षों में हमारी विकास दर नौ फीसदी नहीं, बल्कि 11-12 फीसदी पहुंच सकती है। देसाई कहते हैं कि वर्ष 2010 में सेंसेक्स की प्रति शेयर आय (ईपीएस) 1030-1040 रुपए और वर्ष 2011 में 1130 रुपए रह सकती है।
20 जुलाई से शुरु हो रहे नए सप्ताह में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 15155 से 14144 के बीच घूमता रहेगा। जबकि, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 4488 से 4144 के बीच रहेगा। लेकिन कार्पोरेट नतीजों के इस मौसम में शेयर बाजार पिछले सप्ताह जिस तरह तेजी से बढ़ा है उसमें मुनाफावसूली से हिचके नहीं। तकनीकी विश्लेषक हितेंद्र वासुदेव का कहना है कि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सेंसेक्स का अगला रेसीसटेंस स्तर 15100-15600-16196 है। वे कहते हैं कि सेंसेक्स में गिरावट तभी बढ़ेगी जब यह 13200 के नीचे बंद होगा। रेसीसटेंस के विफल होने पर सपोर्ट 14255-13709-13219 पर मिलेगा।
सूरत कॉमर्शियल कार्पोरेशन, सूरत के इक्विटी विश्लेषक गोपाली मोदी का कहना है कि जब तक सेंसेक्स 15077 अंक को पार नहीं करेगा, मंदडि़एं अपने प्रयासों को नहीं रोकेंगे। यदि बाजार में मंदडि़एं हावी हो जाते हैं तो सेंसेक्स गिरकर 14330 से 14050 तक आ सकता है एवं इस स्तर के टूटने पर यह 13725 अंक तक जा सकता है। मोदी कहते हैं कि जब तक सेंसेक्स 14628 के ऊपर बना रहेगा अगले सप्ताह के दौरान सेंसेक्स 15232 से 15462 तक जा सकता है। लेकिन इस स्तर पर पहुंचने के लिए 15077 के ऊपर सेंसेक्स का बंद होना बेहद जरुरी है।
अरिहंत कैपिटल मार्केटस लिमिटेड, इंदौर के मुख्य तकनीकी विश्लेषक राजेश पालविया का कहना है कि निफ्टी का मुख्य रेसीसटेंस स्तर 4450 है। निफ्टी 4450 का स्तर पार करता है तो यह 4600-4700 तक जा सकता है। समूचा बाजार इस समय एफ एंड ओ एक्सपायरी पर निर्भर है। इस महीने के अंत तक आम बजट को भी पारित होना जरुरी है। इन घटनाओं के बीच नए सप्ताह में मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है जिससे निफ्टी 4250 तक आ सकता है। पालविया की राय में आम निवेशक को मौका मिलने पर मुनाफावसूली करते रहना चाहिए क्योंकि बाजार में एक बार फिर सस्ते में बेहतर शेयर मिल सकते हैं।
निवेशक इस सप्ताह साउथ इंडियन बैंक, कोरोमंडल फर्टिलाइर्ज्स, आईडीएफसी, जीएमआर इंफ्रा, जेएसडब्लू स्टील, व्हर्लपूल ऑफ इंडिया, पेट्रोनेट एलएनजी, गुजरात स्टेट पेट्रोनेट, जीएमडीसी, एनएमडीसी, जयप्रकाश एसोसिएटस, आईआरबी इंफ्रा, टोरेंट पावर, मंगलम टिम्बर के शेयरों पर ध्यान दे सकते हैं।
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