शेयर बाजार: एफएंडओ कटान से अस्थिरता की आशंका
मुंबई। इराक संकट की वजह से कच्चे तेल की कीमतों में बड़ा उछाल देखा गया। भारत अपनी कच्चे तेल की जरूरत के लिए मुख्यतः आयात पर निर्भर है अतः इसका भारत की अर्थव्यवस्था पर काफी नकारात्मक असर देखा
जा सकता है। यही वजह है कि गत सप्ताह भारतीय शेयर बाजार में घबराहट
देखी गई और बाजार पूरे सप्ताह भारी उठापटक के बाद कमजोरी के साथ बंद हुआ। निफ्टी और सेंसेक्स 0.4 फीसदी की साप्ताहिक गिरावट के साथ 7511/25105 के स्तर पर बंद हुए।
रुपया फिर पहुंचा 60 के पार: इराक संकट की वजह से अचानक डॉलर की मांग बढ़ने से रुपए में भी कमजोरी देखी गई और इस सप्ताह रुपया लगभग 0.35 पैसे कमजोर होकर 60.19 के स्तर पर बंद हुआ।
मुख्य घटक: कच्चे तेल की कीमत, मानसून की स्थिति, विदेशी बाजारों की चाल और एफएंडओ कटान इस सप्ताह बाजार के लिए मुख्य घटक रहेंगे।
टेक्निकल एवं डेरीवेटिव आउटलुक: स्वस्तिक इनवेस्टमार्ट, इंदौर के इक्विटी विश्लेषक संतोष
मीणा का कहना है कि पिछले सप्ताह
निफ्टी ने 7500-7700 के दायरे में काम किया। जहां 7487-7452 जोन निफ्टी के लिए मुख्य सपोर्ट का काम करेगा। इसके नीचे फिसलने
पर 7360 का स्तर देखा जा सकता है। अगर निफ्टी 7500 के स्तर से तेजी दिखाने में कामयाब होती है तो 7620-7670
मुख्य रेजिस्टेंस
जोन का काम करेगा। वायदा कारोबार के आंकड़ों के अनुसार जून महीने की
एक्सपायरी 7500-7600 का दायरा लेकर चल रही है लेकिन अगर निफ्टी 7475 के ऊपर बने रहने में असफल हुइ तो बाजार इस सप्ताह दबाव में रह सकता है। वहीं 7650
के ऊपर जाने से शार्ट कवरिंग के सहारे बाजार में तेजी आ सकती है।
किन पर रखे नजर: इराक संकट की वजह से शेयर बाजार अभी दिशाहीन बना हुआ
है, लेकिन मिडकैप ग्रुप में डिसमेन फार्मा के शेयर मे अच्छी तेजी की उम्मीद लग रही है इसमें 155 का स्तर देखा जा सकता है। इसका मौजूदा भाव 129.3 है। वहीं अगर बाजार तेजी का रुख अपनाता है तो टाटा स्टील के
शेयर में भी अच्छी मजबूती देखी जा सकती है।
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