चने की खरीददारी हो सकती है फायदे का सौदा

इंदौर। इस समय भारतीय खेतों में चने और दलहनों की बोआई का काम लगभग पूरा हो चुका है। भारतीय कृषि विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष रबी फसल की बोआई में पिछले वर्ष की तुलना में कमी देखी गई है, और चने की बुआई में 30 फीसदी तक कमी बताई जा रही है। जिसका सीधा असर नई फसल की मांग में दिख रहा है और मांग दिनों-दिन बढ़ती जा रही है जिससे चने के भावों में अभी और तेजी देखी जाने की उम्मीद बनती है साथ ही साथ इस से निचले स्तरों से समर्थन भी मिल रहा है।
दूसरी ओर, अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी इस वर्ष चने के उत्पादन में कमी है।  ऑस्ट्रेलिया में इस वर्ष की चने की कटाई हो चुकी है, जो की पिछले साल से लगभग 23 फीसदी कम है। और कनाडा में भी इस वर्ष चना उत्पादन में कमी की संभावना है। इस कारण इस समय अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में चने की मांग बढ़ रही है। इसका असर यह होगा कि भारतीय बाजार में चने के भाव में इस सप्ताह बढ़त देखी जा सकती है।
टेक्निकल : पिछले सप्ताह चना दिल्ली मंडी हाजिर भाव 167 रूपए की शानदार बढ़त के साथ 3267 (+5.39 फीसदी) रुपए प्रति क्विंटल बंद हुआ एवं कमोडिटी एक्सचेंज एनसीडीईएक्‍स में जनवरी माह वायदा 3318 के उच्चतम स्तर को छूने के बाद 185 रुपए की मजबूती के साथ 3297 (+5.98 फीसदी) रुपए बंद हुआ।
स्‍वस्तिक इनवेस्‍टमार्ट, इंदौर के कमोडिटी विश्‍लेषक संयम नीमा का कहना है कि टेक्निकल चार्ट के एनालिसिस के आधार पर एनसीडीईएक्‍स एक्‍सचेंज में चना खरीदी करना अच्छा सौदा रहेगा है। इसलिए इस सप्ताह निवेशक जनवरी माह वायदा में 3225 रुपए का विशेष ध्यान रखे। इस के ऊपर जाने पर निवेशक इस सप्ताह 3270 से 3300 रुपए तक के ऊपरी स्तर देख सकते है।

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