शेयर बाजार की नज़र अमरीकी फैड की बैठक पर
मुंबई। अमरीका के उम्मीद से काफी बेहतर रोज़गार के आंकड़ें आने के बाद वहां जल्द ही ब्याज दरों में बढ़ोतरी की चिंता से गत सप्ताह भारतीय शेयर बाजार में भारी बिकवाली का दबाव देखा गया। सप्ताह की शुरुआत बेहद कमज़ोरी के साथ हुई लेकिन इंश्योरेंस बिल पास होने की उम्मीद से निचले स्तरों से बाज़ार में कुछ खरीदारी देखने को मिली।
जैसे ही इंश्योरेंस बिल पास हो गया, फिर से बाज़ार को अमरीका में ब्याज दरे बढ़ने की चिंता सताने लगी क्योंकि अगर अमरीका में ब्याज दरे बढ़ती है तो भारतीय बाज़ारो में लगा विदेशी निवेशकों का पैसा अमरीका की तरफ जाने लगेगा। खुदरा महंगाई दर उम्मीद से बढ़कर आना भी बाजार में गिरावट की एक वजह थी। डॉलर इंडेक्स के मज़बूत होने से रूपए में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है और रुपया भी डॉलर के मुकाबले 63 के स्तर पर आ गया है। सप्ताह के अंत में सेंसेक्स और निफ्टी क्रमश: 28503/8647 के स्तर पर लगभग 3.2 फीसदी की साप्ताहिक गिरावट दर्ज कर बंद हुए।
इस सप्ताह के प्रमुख घटक: 17-18 मार्च को होने वाली अमरीकी फ़ेडरल बैंक की बैठक बाजार के लिए इस सप्ताह सबसे महत्वपूर्ण घटक है, जहां बाजार को ये संकेत मिलेगा की अमरीका में ब्याज दरें कब तक बढ़ाई जा सकती है। इसी दिन बैंक ऑफ़ जापान की बैठक भी रहेगी। सोमवार को थोक महंगाई दर के आंकड़े जारी होंगे। बिना मौसम बारिश बाजार के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है, क्योंकि इससे महंगाई दर बढ़ेगी और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जल्द ही और ब्याज दरें करने की उम्मीद कम हो जाएगी। शुक्रवार को चीन के मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई आंकड़े जारी होंगे।
टेक्निकल आउटलुक: स्वस्तिक इनवेस्टमार्ट, इंदौर के वरिष्ठ इक्विटी विश्लेषक संतोष मीणा का कहना है कि निफ्टी अपने 50-दिन औसत के नीचे आ गया है, जो बाज़ार में एक कमज़ोरी का संकेत है। नीचे की ओर अब 8470 अगला महत्त्वपूर्ण सपोर्ट रहेगा। ऊपर की ओर 8750/8850 प्रमुख रेजिस्टेंस का काम करेंगे।
किन पर नजर: टेक्निकल चार्ट पर आईओबी के शेयर में कमज़ोरी नज़र आ रही है। वही, डीएलएफ के चार्ट पर मज़बूती देखने को मिल रही है। आईओबी में 40 और डीएलएफ में 169 रुपए के स्तर देखने को मिल सकते है। इनके मौजूदा भाव क्रमश: 43.55/157.4 हैं।
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