तिमाही नतीजो, विदेशी संकेतों का रहेगा दलाल स्‍ट्रीट पर असर

भारतीय शेयर बाजार गत सप्‍ताह सुस्त शुरुआत के बाद बढ़त के साथ बंद होने में कामयाब रहे। शुरुआती तीन दिनों में निफ्टी एवं सेंसेक्स में सुस्त कारोबार होता दिखा लेकिन गुरुवार को ऑटो, मेटल और बैंकिंग शेयरो में मजबूती की वजह से बाजार में अच्छी तेजी देखी गई। अमरीका में एच1बी वीसा बिल में न्यूनतम वेतन को लेकर संशोधन के लिए प्रस्ताव रखा गया जिससे शुक्रवार को आईटी सेक्टर में तेज गिरावट देखी गई। इस वजह से बाजार पर दबाव बनता दिखा।

सप्ताह के अंत में निफ्टी एवं सेंसेक्स क्रमशः 8243/26759 के स्तर पर 0.71/0.50 फीसदी की साप्ताहिक बढ़त के साथ बंद हुए। निफ्टी और सेंसेक्स में भले ही ज्यादा बढ़त नहीं देखी गई हो लेकिन कई छोटे-मंझौले शेयरो में शानदार तेजी देखने को मिली। बजट के पूर्व यह ट्रेंड आगे भी जारी रहने की उम्मीद है। इस सप्ताह बाजार पर आर्थिक आंकड़ो, तिमाही नतीजों एवं विदेशी संकेतो का असर देखने को मिलेगा।

इस सप्ताह के प्रमुख नतीजे : मंगलवार: इंडसइंड बैंक। गुरुवार: टीसीएस। शुक्रवार: इंफोसिस।          

इस सप्ताह के प्रमुख घटक: गुरुवार शाम को सरकार आईआईपी और खुदरा महंगाई दर के आंकड़े जारी करेगी। घरेलू संस्थागत और विदेशी निवेशकों का रुख महत्वपूर्ण रहेगा, क्योंकि विदेशी निवेशकों द्वारा भारतीय शेयर बाजार में लगातार बिकवाली देखी जा रही है, लेकिन घरेलू संस्थागत निवेशकों की जोरदार खरीदारी से बाजार को सहारा मिल रहा है। इसके आलावा विदेशी बाजारों का रुख, कच्चे तेल और रुपए की चाल अन्य प्रमुख घटक रहेंगे।

टेक्निकल आउटलुक: स्‍वस्तिक इनवेस्‍टमार्ट, इंदौर के वरिष्‍ठ इक्विटी विश्‍लेषक संतोष मीणा का कहना है कि बाजार में मजबूती का रुख है लेकिन निफ्टी को 8275-8330 के रेजिस्टेंस जोन में संघर्ष करना पड़ रहा है।  8330 के ऊपर निकलते ही बाजार में अच्छी तेजी देखने को मिल सकती है जहां 8410/8500 निफ्टी के लिए अगले रेजिस्टेंस होंगे। नीचे की ओर 8200 निकटतम और महत्वपूर्ण सपोर्ट है इसके निचे फिसलने पर 8100-8050 अगला सपोर्ट जोन रहेगा।    

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