संदेश

व्‍हर्लपूल होगा तुरुप का पत्‍ता

चित्र
व्‍हर्लपूल इंडिया लिमिटेड का शेयर आने वाले दिनों में तुरुप का पत्‍ता निकले तो अचरज नहीं होगा उन निवेशकों को जो इस समय इसे अपने डिमैट खातों में जमा कर रहे हैं। आज यह शेयर 28.45 रुपए पर बिक रहा है और केवल मुंबई शेयर बाजार यानी बीएसई में सूचीबद्ध है। बीएसई में इसका नंबर है 500238 और 52 सप्‍ताह में यह ऊपर में 44.80 रुपए और नीचे में 20.60 रुपए था। मेरे अनुमान के मुताबिक व्‍हर्लपूल इंडिया के शेयर का भाव अगले एक साल में 60-65 रुपए रहना चाहिए। इसे निवेशक 23 से 28 रुपए के बीच जमा कर सकते हैं या ट्रेड भी कर सकते हैं। व्‍हर्लपूल इंडिया ने अगले 18 महीनों में 200 लाख डॉलर का निवेश करने की योजना बनाई है जिसके तहत यह कंपनी भारत में अपनी उत्‍पादन क्षमताओं में जोरदार इजाफा करेगी। इसकी मूल अमरीकी कंपनी यह मानती है कि भारत में उसके लिए खूब संभावनाएं हैं। कंपनी ने कुछ वर्ष बाद ऑपरेटिंग लाभ कमाया है, चालू वित्‍त वर्ष 2007-08 में शुद्ध लाभ कमाने की उम्‍मीद बांधी है। अप्रैल से दिसंबर 2006 के नौ महीनों में कंपनी ने ऑपरेटिंग लाभ से 44.21 करोड़ रुपए कमाए जबकि पिछली समान अवधि में यह लाभ केवल 2.18 करोड़ रुपए था।

प्रतिभा में है ढ़ेर सारी प्रतिभा

चित्र
अमृतसर और अहमदाबाद हवाई अड्डों की विकास परियोजनाओं पर काम कर रही प्रतिभा इंडस्‍ट्रीज आने वाले समय में शेयर बाजार की एक बेहतर कंपनी साबित हो तो अचरज नहीं होना चाहिए। आम बजट के बाद हालांकि इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर क्षेत्र के शेयरों पर सीधा दांव लगाने से निवेशक हिचक रहे हैं लेकिन इस क्षेत्र की अनेक कपंनियों के शेयर घटे भावों पर लेने जैसे दिख रहे हैं। इन्‍हीं कंपनियों में से एक छोटी कंसट्रक्‍शन कंपनी प्रतिभा इंडस्‍ट्रीज है। कंपनी के पास 1700 करोड़ रूपए के ऑर्डर हैं। कंपनी के पास जो परियोजनाएं हैं उनका औसत आकार 10-20 करोड़ रूपए से 100 करोड़ रूपए है। कंपनी ने हाल में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी टनलिंग कंपनी ओस्‍तु स्‍तेतिन ऑफ आस्ट्रिया के साथ करार किया है। इस करार से प्रतिभा इंडस्‍ट्रीज को शहरी इलाकों में भूमिगत टनलिंग परियोजनाओं को पूरा करने में मदद मिलेगी। कंपनी पानी से जुड़ी परियोजनाओं पर गहराई से ध्‍यान दे रही है। चालू वित्‍त वर्ष के आम बजट में वॉटर इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर पर खास ध्‍यान दिए जाने से कंपनी को बेहतर विकास होने की उम्‍मीद है। प्रतिभा इंडस्‍ट्रीज की लगभग 60 फीसदी आय इस समय महाराष्‍ट्र राज्

डीसीबी इज द बेस्‍ट

चित्र
डेवलपमेंट क्रेडिट बैंक यानी डीसीबी का शेयर इंट्रा डे और शार्ट टर्म कारोबार के लिए बेहतर माना जा रहा है। दलाल स्‍ट्रीट में चल रही चर्चा पर भरोसा करें तो डीसीबी जल्‍दी ही 80 रुपए प्रति शेयर तक पहुंच जाएगा जो इस समय 70 रुपए से अधिक पर चल रहा है। आज यह नीचे में 66 रुपए था। पिछले 52 सप्‍ताह में इसका अधिकतम भाव 86 रुपए और न्‍यूनतम भाव 35 रुपए प्रति शेयर था।

एग्रो टेक फूड्स में मिलेगा पैसा

चित्र
सनड्रॉप, क्रिस्‍टल और रथ वनस्‍पति तेल बनाने वाली और दुनिया में नंबर वन पापकॉर्न ब्रांड एसटीसी ll की कंपनी एग्रो टेक फूड्स मौजूदा भाव 80 रुपए पर निवेश के लिए अच्‍छा स्‍टॉक है। दुनिया में तीसरी बड़ी फूड कंपनी कोनाग्रा फूड्स की एग्रो टेक फूड्स में 48.3 फीसदी हिस्‍सेदारी है। एग्रो टेक ब्रांडेड फूड्स और बल्‍क व प्रोसेस्‍ड कमोडिटीज के कारोबार से जुड़ी हुई हैं। कंपनी चिप्‍स व आटा जैसे अलाभकारी कारोबार को पहले ही बंद कर चुकी है और उन्‍हीं क्षेत्रों पर ध्‍यान दे रही है जहां सकल मार्जिन 20 फीसदी से ज्‍यादा हो। एग्रो टेक फूड्स पहले आईटीसी समूह की कंपनी थी। एग्रो टेक फूड्स के पास उत्‍पादन संबंधी कोई सुविधा नहीं है। यह असंगठित खिलाडि़यों से अपनी गुणवत्‍ता के अनुरुप उत्‍पादन करवाती है। इसलिए कंपनी को पूंजीगत खर्च या वोल्‍यूम बढ़ाने के लिए किसी दूसरी तरह के निवेश की जरुरत नहीं पड़ती। इस कंपनी के कुल कारोबार में सनड्रॉप का हिस्‍सा एक तिहाई है। इस ब्रांड के कारोबार में हर साल दस फीसदी बढ़ोतरी हो रही है। कंपनी के सकल लाभ मार्जिन में इस ब्रांड का हिस्‍सा 15 फीसदी है जिसे 20 फीसदी तक करने पर ध्‍यान दिया

शेयर बाजार 13 अप्रैल से नए दौर में

चित्र
भारतीय शेयर बाजार की शुरूआत आज अच्‍छी हुई है। इस समय सेंसेक्‍स दोहरा शतक लगाकर आगे खेल रहा है। लेकिन असली परीक्षा 13 अप्रैल से है, जब सॉफ्टेवयर क्षेत्र की मुख्‍य कंपनी इंफोसिस अपने सालाना नतीजों की घोषणा करेगी। इसके बाद हर रोज अनेक कंपनियों के कार्य परिणाम आने शुरू हो जाएंगे। इंफोसिस अपने नतीजों के अलावा गाइडेंस भी जारी करेगी जिसकी अहम् भूमिका होगी। हालांकि, इसके नेगेटिव आने के ज्‍यादा आसार हैं। बाजार इस मसले को पहले ही डिसकाउंट कर चुका है, इसलिए अधिक असर दिखाई नहीं देगा। लेकिन हरेक कंपनी के नतीजे शेयर बाजार की अगली चाल तय कर देंगे। मौजूदा आर्थिक माहौल में फार्मा, पॉवर और इंजीनियरिंग कंपनियों में निवेश करने वाले सर्वाधिक मुनाफे में रहेंगे। 9 से 13 अप्रैल के बीच बीएसई सेंसेक्‍स 12700 से 13300 के बीच घूमता रहेगा। निफ्टी 3594 से 3946 अंक के बीच रहेगा। चीनी स्‍टॉक से बचें पहले हमने कहा था कि चीनी उद्योग की कंपनियों के शेयरों में डे ट्रेडिंग की जा सकती है। लेकिन अब हम देख रहे हैं कि चीनी उद्योग के लिए फिर से नेगेटिव स्थिति खड़ी हो रही है। लंदन में व्‍हाइट शुगर के भाव पिछले सप्‍ताह 730 रुपए

हिज मास्‍टर वॉयस यानी चाबी वाला बाजा

चित्र
ग्रामोफोन आज बीते जमाने की बात हो गई है क्‍योंकि अब संगीत सुनने के साधन इतनी तेजी से बदल रहे हैं कि बहुत कम लोगों को ही इसके बीते महत्‍व के बारे में पता है। एक जमाना था जब संगीत सुनने के लिए ग्रामोफोन के अलावा कोई दूसरा सशक्‍त माध्‍यम नहीं था। उन दिनों रेडियो पर गीत जरुर प्रसारित होते थे लेकिन संगीत का पर्याप्‍त आनंद लेने के लिए घर में ग्रामोफोन होना जरुरी माना जाता था। आज से लगभग 130 वर्ष पूर्व एडीसन ने ऐसी मशीन का आविष्‍कार किया था जिससे रिकॉर्ड की गई आवाज सुनी जा सकती थी और इस मशीन का नाम फोनोग्राफ रखा गया। उस समय थियेटरों में फोनोग्राफ खास शो में रखा जाता था। एडीसन स्‍वयं भी थियेटरों में हाजिर रहते थे और लोग फोनोग्राफ सुनने के लिए बैठे रहते। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए एमिल बर्लीनर ने वर्ष 1888 में ग्रामोफोन बाजार में जारी किया। एक ही वर्ष बाद इंग्‍लैंड में ग्रामोफोन कंपनी की स्‍थापना हुई। शुरूआत में इस कंपनी के ट्रेडमार्क में एक देवदूत को लिखते हुए बताया गया। कुछ समय बाद ही इसे बदल दिया गया और ग्रामोफोन के लाउडस्‍पीकर के समक्ष बैठे कुत्‍ते का प्रतीक रखा गया। स्‍वयं के मालिक की आवा

एनएचपीसी में है बेहतर रिटर्न

चित्र
सरकारी बिजली कंपनी एनएचपीसी ने पूंजी बाजार में उतरने का फैसला किया है। सरकार इस कंपनी में अपनी पांच फीसदी हिस्सेदारी शेयर बाजार के जरिए बेचने जा रही है। एनएचपीसी ने अपने पब्लिक इश्यू के लिए सेबी के पास आवेदन जमा करा दिया है। कंपनी 167 करोड़ शेयर जारी करने का इरादा रखती है। एनएचपीसी का यह पब्लिक इश्‍यू जून 2007 तक आने की संभावना है। सरकार की पांच फीसदी हिस्सेदारी बेचने के अलावा 111.7 करोड़ नए शेयर भी जारी किए जाएंगे। पब्लिक इश्यू के बाद एनएचपीसी में केंद्र सरकार की हिस्सेदारी घटकर 86.30 फीसदी रह जाएगी। कुल इश्यू का 60 फीसदी हिस्सा योग्य संस्थागत खरीदारों को बेचा जाएगा, जबकि पांच फीसदी शेयर म्युचुअल फंडों को बेचे जाएंगे। 30 फीसदी शेयर खुदरा निवेशकों को दिए जाएंगे। पब्लिक इश्‍यू की राशि का उपयोग एनएचपीसी अपनी विस्तार योजना के लिए करेगी, जबकि पांच फीसदी सरकारी हिस्सेदारी की बिक्री से मिली राशि केंद्र सरकार को सौंप दी जाएगी। संयोग ही है कि एनएचपीसी से पहले भी वर्ष 2004 में किसी सरकारी कंपनी के विनिवेश की शुरुआत बिजली क्षेत्र की कंपनी एनटीपीसी से ही की गई थी। देश में बिजली की बढ़ती कमी और