शेयर बाजार नई उड़ान में लेगा समय
शेयर बाजार ने इस साल लाखों निवेशकों की दिवाली को सुधारा है। शेयर बाजार से जुड़े निवेशक वर्ग के पास पिछले दिनों पैसा आया है, हालांकि निवेशकों को उम्मीद थी कि धनतेरस को सेंसेक्स 21 हजार अंक तक पहुंच सकता है, जो नहीं पहुंचा। फिर भी निवेशकों को निराश नहीं होना चाहिए क्योंकि भारतीय शेयर बाजार में विदेशी पैसा आता ही रहेगा क्योंकि यहां अन्य बाजारों से रिटर्न अधिक है। बड़ा रिटर्न मिलने का लालच भारतीय बाजार से किसी को बाहर नहीं जाने देगा। लेकिन इस समय शेयर बाजार के लिए नई उड़ान भरने के लिए कोई सकारात्मक खबर नहीं है। सभी पिछली सकारात्मक खबरों से शेयर बाजार को जितना बढ़ना था, वह बढ़ चुका।
वाह मनी निवेशकों को यह राय देता रहा है कि आंशिक मुनाफा वसूली करते रहे और जिन्होंने इस मंत्र को माना, वे आज खुश हैं क्योंकि सेंसेक्स अपनी पिछली ऊंचाई से तकरीबन 1200 अंक गिर चुका है और इस गिरावट के अभी रूकने के आसार कम ही हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड के दाम जिस गति से बढ़ रहे हैं, वह हमारे लिए भी बुरी खबर बनेगी। पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा यह संकेत दे चुके हैं कि दिवाली के बाद पेट्रोल व डीजल के दाम बढ़ाए जा सकते हैं। साथ ही तेल कंपनियों का भी कहना है कि यदि पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस के दाम नहीं बढ़ाए गए तो उनकी माली हालात चरमरा जाएगी। सरकार को इस संबंध में कुछ कदम उठाने पड़ेंगे जिनमें आयात शुल्क घटाने से लेकर उत्पादों के दाम बढ़ाना तक शामिल हैं। इस कदम का हर जगह असर पड़ेगा जिससे शेयर बाजार अछूता नहीं रहेगा।
गुजरात में दिसंबर में विधानसभा चुनाव है। चुनाव में यदि कांग्रेस जीतती है तो यह तय है कि भारत अमरीका परमाणु करार के संबंध में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह आगे बढ़ सकते हैं। तब शायद कांग्रेस को यह भरोसा हो जाएगा कि मध्यावधि चुनाव की नौबत आती भी है तो हम जीत जाएंगे लेकिन यदि गुजरात के नतीजे भाजपा के पक्ष में आए तो मनमोहन सरकार को चुप्पी साधनी पड़ सकती है। विदेशी संस्थागत निवेशकों को दिसंबर में अपने निवेशकों को लाभांश देना होता है तो, ऐसे में यह बिकवाली शेयर बाजार को कमजोर कर सकती है लेकिन जनवरी में अगले आम बजट की तैयारी व विदेशी संस्थागत निवेशकों के पास निवेश के लिए नया पैसा आता है, जो शेयर बाजार में जोश भरेगा।
शेयर बाजार में अब एक करेक्शन की गुंजाइश बन चुकी है और इस समय जो करेक्शन हो रहा है वह काफी धीमी गति से हो रहा है जब सुबह सुहानी होती है और दोपहर खराब। यानी सुबह शेयर बाजार बढ़कर खुल रहा है और दोपहर में बंद होते समय गिरकर। यह रुख अगले कुछ दिनों तक जारी रहने के आसार हैं। इस गिरावट में हर निवेशक यह मानकर चल रहा है कि कल का दिन अच्छा रहेगा और सुबह आई बढ़त बाजार बंद होते होते नरमी में पलट जाती है। इस तरह की हलचल में ज्यादातर निवेशकों को शेयर बाजार से बाहर निकलने का मौका नहीं मिलता और वे अपने शेयरों के पिछले ऊंचे भाव का इंतजार करते रह जाते हैं। हालांकि, भारतीय शेयर बाजार और अर्थव्यवस्था के अगले संकेत सकारात्मक हैं एवं लंबी अवधि के निवेशको को निराश होने की जरुरत नहीं है। वाह मनी पहले की तरह यह मानता है कि दिवाली 2008 के आसपास बीएसई सेंसेक्स 25 हजार अंक को पार कर जाएगा।
जनवरी तक केवल स्टॉक विशेष में कारोबार करना चाहिए क्योंकि जरुरी नहीं कि आपको चौतरफा तेजी दिखे। निवेशकों को हमारी राय है कि मौजूदा मुनाफा वसूली के पैसे को इस जल्दबाजी में फिर से निवेश न करें कि शेयर बाजार हर बार गिरने पर बहुत तेजी से चंद दिनों में बढ़ जाता है। ऐसा हर बार नहीं होगा। देखों और प्रतीक्षा करो की नीति अपनाने वाले फायदे में रहेंगे। मौजूदा माहौल में हर बड़ी गिरावट पर क्रीम स्टॉक छोटी छोटी मात्रा में खरीदते रहने वाले निवेशक फायदे में रहेंगे। वाह मनी की राय में बिजली, इंफ्रास्ट्रक्चर और बैंक कंपनियों के शेयरों में निवेश अगले साल बड़ा मुनाफे का सौदा हो सकता है। वाह मनी की ओर से आप सभी को दिवाली व नव वर्ष की शुभकामनाएं।
वाह मनी निवेशकों को यह राय देता रहा है कि आंशिक मुनाफा वसूली करते रहे और जिन्होंने इस मंत्र को माना, वे आज खुश हैं क्योंकि सेंसेक्स अपनी पिछली ऊंचाई से तकरीबन 1200 अंक गिर चुका है और इस गिरावट के अभी रूकने के आसार कम ही हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड के दाम जिस गति से बढ़ रहे हैं, वह हमारे लिए भी बुरी खबर बनेगी। पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा यह संकेत दे चुके हैं कि दिवाली के बाद पेट्रोल व डीजल के दाम बढ़ाए जा सकते हैं। साथ ही तेल कंपनियों का भी कहना है कि यदि पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस के दाम नहीं बढ़ाए गए तो उनकी माली हालात चरमरा जाएगी। सरकार को इस संबंध में कुछ कदम उठाने पड़ेंगे जिनमें आयात शुल्क घटाने से लेकर उत्पादों के दाम बढ़ाना तक शामिल हैं। इस कदम का हर जगह असर पड़ेगा जिससे शेयर बाजार अछूता नहीं रहेगा।
गुजरात में दिसंबर में विधानसभा चुनाव है। चुनाव में यदि कांग्रेस जीतती है तो यह तय है कि भारत अमरीका परमाणु करार के संबंध में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह आगे बढ़ सकते हैं। तब शायद कांग्रेस को यह भरोसा हो जाएगा कि मध्यावधि चुनाव की नौबत आती भी है तो हम जीत जाएंगे लेकिन यदि गुजरात के नतीजे भाजपा के पक्ष में आए तो मनमोहन सरकार को चुप्पी साधनी पड़ सकती है। विदेशी संस्थागत निवेशकों को दिसंबर में अपने निवेशकों को लाभांश देना होता है तो, ऐसे में यह बिकवाली शेयर बाजार को कमजोर कर सकती है लेकिन जनवरी में अगले आम बजट की तैयारी व विदेशी संस्थागत निवेशकों के पास निवेश के लिए नया पैसा आता है, जो शेयर बाजार में जोश भरेगा।
शेयर बाजार में अब एक करेक्शन की गुंजाइश बन चुकी है और इस समय जो करेक्शन हो रहा है वह काफी धीमी गति से हो रहा है जब सुबह सुहानी होती है और दोपहर खराब। यानी सुबह शेयर बाजार बढ़कर खुल रहा है और दोपहर में बंद होते समय गिरकर। यह रुख अगले कुछ दिनों तक जारी रहने के आसार हैं। इस गिरावट में हर निवेशक यह मानकर चल रहा है कि कल का दिन अच्छा रहेगा और सुबह आई बढ़त बाजार बंद होते होते नरमी में पलट जाती है। इस तरह की हलचल में ज्यादातर निवेशकों को शेयर बाजार से बाहर निकलने का मौका नहीं मिलता और वे अपने शेयरों के पिछले ऊंचे भाव का इंतजार करते रह जाते हैं। हालांकि, भारतीय शेयर बाजार और अर्थव्यवस्था के अगले संकेत सकारात्मक हैं एवं लंबी अवधि के निवेशको को निराश होने की जरुरत नहीं है। वाह मनी पहले की तरह यह मानता है कि दिवाली 2008 के आसपास बीएसई सेंसेक्स 25 हजार अंक को पार कर जाएगा।
जनवरी तक केवल स्टॉक विशेष में कारोबार करना चाहिए क्योंकि जरुरी नहीं कि आपको चौतरफा तेजी दिखे। निवेशकों को हमारी राय है कि मौजूदा मुनाफा वसूली के पैसे को इस जल्दबाजी में फिर से निवेश न करें कि शेयर बाजार हर बार गिरने पर बहुत तेजी से चंद दिनों में बढ़ जाता है। ऐसा हर बार नहीं होगा। देखों और प्रतीक्षा करो की नीति अपनाने वाले फायदे में रहेंगे। मौजूदा माहौल में हर बड़ी गिरावट पर क्रीम स्टॉक छोटी छोटी मात्रा में खरीदते रहने वाले निवेशक फायदे में रहेंगे। वाह मनी की राय में बिजली, इंफ्रास्ट्रक्चर और बैंक कंपनियों के शेयरों में निवेश अगले साल बड़ा मुनाफे का सौदा हो सकता है। वाह मनी की ओर से आप सभी को दिवाली व नव वर्ष की शुभकामनाएं।
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