औरा हीलींग संभाल लेगा आपको शेयर बाजार में
गरिमा तिवारी
शेयर बाजार में इन दिनों चल रही उथल पथल के कारण हर निवेशक परेशान है, बाजार का कुछ भरोसा नही, कब लाल या कब हरा॥ इस कड़ी मे मै खुद परेशान हो रही थी।
सच कहूं तो मुझे ऐसा लगने लगा कि कहां हीलर थी, काम भी अच्छा खासा चल रहा था, और अब ये कहा फंस गई। इसी सोच मे थी कि एक क्लाईंट औरा रीडींग के लिए आया, उस को कलर यानी रंगों के बारे मे समझा रही थी, तभी खुद मेरे समझ मे आया कि अरे, शेयर बाजार हीलींग का असर क्यूं ना देखा जाए।
दरअसल, प्रभामंडल मे बाहरी स्तर पर हरा और उसके बाद लाल रंग का होना व्यवसाय के लिए अच्छा होता है, जिस किसी भी व्यवसायी के प्रभामंडल मे इन रंगों की कमी होती है, उसके व्यवसाय के घाटे में जाने कि स्थिति उत्पन्न होने लगती है।
कारण कि हरा रंग धन, वृद्धि, भाग्य आदि का प्रतीक है, और लाल रंग शौर्य, पराक्रम, और ताकत का प्रतीक है। हरा रंग जहां भाग्योदय में काम करता है, लाल रंग उसका साथ देकर भाग्य को मजबूत बनाता है। ऐसे योग के बाद इंसान भाग्य के पीछे नहीं बल्कि भाग्य इंसान के पीछे भागता है, और सभी तरह की विषम परिस्थितीयो में साथ देता है, संतुलित रखता है, और आगे बढ़ाता है। लाल रंग मनोबल को उच्च रखता है एवं हरा रंग अनुकूल परिस्थितियो का निर्माण करता है।
शेयर बाजार मे उतरने वालो के लिए भी यह सम्बल उतना ही जरूरी है जितना कि, किसी अन्य व्यवसाय में उतरने के लिए। बस फिर क्या था मै रोज बाजार मे आने के पहले मै अपना प्रभामण्डल बैलेंस करने लगी इसे सही दिशा प्रदान करती हूं फिर शेयर बाजार की तरफ रुख करती हूँ, और इसका परिणाम यह है कि जाने अनजाने मुझ द्वारा कि गई हर प्रकिया का परिणाम पोजीटिव आने लगा।
कई बार ऐसा भी हो रहा है कि शाम को बैलेंस बनाकर देखते वक्त सोचती रह जाती हूं अरे यह क्या॥ यह कैसे हुआ ? पर जो भी होता है अच्छा ही होता है। और कल शाम तो मै खुशी से उछल पड़ी इन कुछ दिनों में ना ही सिर्फ घाटा कवर हुआ, बल्कि उससे ऊपर मुनाफा भी कमाया।
तो दोस्तों शेयर बाजार मे निवेश करने से पहले कुछ बातो का ध्यान दे :
1. मार्केट मे होने वाली हलचल के लिए बिजनैस न्यूज जरूर पढ़े।
2.विश्लेषकों की राय ध्यान में रखें।
3. अच्छी कंपनियों की लिस्ट बनाकर, उनका तुलनात्मक अध्ययन करके निवेश करें।
बाकी औरा हीलींग है ना... सब सम्भाल लेगा। सपंर्क पता : avgroup@gmail.com
शेयर बाजार में इन दिनों चल रही उथल पथल के कारण हर निवेशक परेशान है, बाजार का कुछ भरोसा नही, कब लाल या कब हरा॥ इस कड़ी मे मै खुद परेशान हो रही थी।
सच कहूं तो मुझे ऐसा लगने लगा कि कहां हीलर थी, काम भी अच्छा खासा चल रहा था, और अब ये कहा फंस गई। इसी सोच मे थी कि एक क्लाईंट औरा रीडींग के लिए आया, उस को कलर यानी रंगों के बारे मे समझा रही थी, तभी खुद मेरे समझ मे आया कि अरे, शेयर बाजार हीलींग का असर क्यूं ना देखा जाए।
दरअसल, प्रभामंडल मे बाहरी स्तर पर हरा और उसके बाद लाल रंग का होना व्यवसाय के लिए अच्छा होता है, जिस किसी भी व्यवसायी के प्रभामंडल मे इन रंगों की कमी होती है, उसके व्यवसाय के घाटे में जाने कि स्थिति उत्पन्न होने लगती है।
कारण कि हरा रंग धन, वृद्धि, भाग्य आदि का प्रतीक है, और लाल रंग शौर्य, पराक्रम, और ताकत का प्रतीक है। हरा रंग जहां भाग्योदय में काम करता है, लाल रंग उसका साथ देकर भाग्य को मजबूत बनाता है। ऐसे योग के बाद इंसान भाग्य के पीछे नहीं बल्कि भाग्य इंसान के पीछे भागता है, और सभी तरह की विषम परिस्थितीयो में साथ देता है, संतुलित रखता है, और आगे बढ़ाता है। लाल रंग मनोबल को उच्च रखता है एवं हरा रंग अनुकूल परिस्थितियो का निर्माण करता है।
शेयर बाजार मे उतरने वालो के लिए भी यह सम्बल उतना ही जरूरी है जितना कि, किसी अन्य व्यवसाय में उतरने के लिए। बस फिर क्या था मै रोज बाजार मे आने के पहले मै अपना प्रभामण्डल बैलेंस करने लगी इसे सही दिशा प्रदान करती हूं फिर शेयर बाजार की तरफ रुख करती हूँ, और इसका परिणाम यह है कि जाने अनजाने मुझ द्वारा कि गई हर प्रकिया का परिणाम पोजीटिव आने लगा।
कई बार ऐसा भी हो रहा है कि शाम को बैलेंस बनाकर देखते वक्त सोचती रह जाती हूं अरे यह क्या॥ यह कैसे हुआ ? पर जो भी होता है अच्छा ही होता है। और कल शाम तो मै खुशी से उछल पड़ी इन कुछ दिनों में ना ही सिर्फ घाटा कवर हुआ, बल्कि उससे ऊपर मुनाफा भी कमाया।
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1. मार्केट मे होने वाली हलचल के लिए बिजनैस न्यूज जरूर पढ़े।
2.विश्लेषकों की राय ध्यान में रखें।
3. अच्छी कंपनियों की लिस्ट बनाकर, उनका तुलनात्मक अध्ययन करके निवेश करें।
बाकी औरा हीलींग है ना... सब सम्भाल लेगा। सपंर्क पता : avgroup@gmail.com
टिप्पणियाँ
आपके नय लगाये हुए गूगल सर्च ईंजिन में मैने खोजा "रिलायंस" तो आपके चिट्ठों में से रिलायंस संबंधी 94 प्रविष्टियों के बारे में जानकारी मिली http://www.google.com/custom?num=20&domains=wahmoney.blogspot.com&sitesearch=wahmoney.blogspot.com&ie=UTF-8&oe=UTF-8&q=%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A4%BE%E0%A4%AF%E0%A4%82%E0%A4%B8+&hl=en&sa=%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B9+%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%80+%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82+%E0%A4%96%E0%A5%8B%E0%A4%9C%E0%A5%87%E0%A4%82
अब अगर मैं गूगल में सर्च करता तो पता नहीं कितने रिलायंस मिलते और आपकी पोस्ट को उनमें से खोजना कितना मुश्किल होता!