शेयर बाजार पर दुनिया का पहला हिंदी पोर्टल मोलतोल डॉट इन
मोलतोल डॉट इन www.moltol.in शेयर बाजार और कारोबार जगत पर दुनिया की पहली हिंदी वेबसाइट आज 7 मई 2008 को लांच हुई। देश में अब तक पूंजी बाजार और निवेश पर अंग्रेजी में अनेक वेबसाइट मौजूद हैं लेकिन देश के एक बड़े हिंदी भाषी निवेशक वर्ग को बरसों से हिंदी की वेबसाइट का इंतजार था जो अब खत्म हो गया है।
मोलतोल के कार्यकारी शुभम शर्मा का कहना है कि इस वेबसाइट पर शेयर बाजार के हर पहलू की ऐसी जानकारी है जिसे आम निवेशक जानना चाहता है। सूचनाओं और उनसे समृद्ध होने का खजाना है यहां। मोलतोल डॉट इन आम आदमी को ऐसी सूचनाएं देने का प्रयास है जिससे वह वित्तीय रुप से मजबूत बनने के साथ देश को भी आर्थिक महासत्ता बनाने में अपना योगदान दे सकता है। असल में इस वेबसाइट का उद्देश्य आम आदमी की आर्थिक ताकत बढ़ाना है।
मोलतोल डॉट इन में शेयर बाजार, बिजनेस जगत की ताजा खबरों से लेकर दिग्गज संस्थागत निवेशकों की राय, उनसे बातचीत, पब्लिक इश्यू, म्युचुअल फंड, पूंजी बाजार पर खास फीचर और आर्थिक व्यंग्य के साथ शेयर बाजार की हस्तियों के इंटरव्यू, निवेश से जुड़े सवाल-जवाब और कमोडिटी बाजार का हाल हैं। साथ में है रेडियो दलाल स्ट्रीट जिसमें है दलाल स्ट्रीट में चल रही कानाफूसी, बातें, खबरें, अफवाह और बाजार की मसालेदार भेलपुरी।.
मोलतोल के कार्यकारी शुभम शर्मा का कहना है कि इस वेबसाइट पर शेयर बाजार के हर पहलू की ऐसी जानकारी है जिसे आम निवेशक जानना चाहता है। सूचनाओं और उनसे समृद्ध होने का खजाना है यहां। मोलतोल डॉट इन आम आदमी को ऐसी सूचनाएं देने का प्रयास है जिससे वह वित्तीय रुप से मजबूत बनने के साथ देश को भी आर्थिक महासत्ता बनाने में अपना योगदान दे सकता है। असल में इस वेबसाइट का उद्देश्य आम आदमी की आर्थिक ताकत बढ़ाना है।
मोलतोल डॉट इन में शेयर बाजार, बिजनेस जगत की ताजा खबरों से लेकर दिग्गज संस्थागत निवेशकों की राय, उनसे बातचीत, पब्लिक इश्यू, म्युचुअल फंड, पूंजी बाजार पर खास फीचर और आर्थिक व्यंग्य के साथ शेयर बाजार की हस्तियों के इंटरव्यू, निवेश से जुड़े सवाल-जवाब और कमोडिटी बाजार का हाल हैं। साथ में है रेडियो दलाल स्ट्रीट जिसमें है दलाल स्ट्रीट में चल रही कानाफूसी, बातें, खबरें, अफवाह और बाजार की मसालेदार भेलपुरी।.
टिप्पणियाँ
इन्टरनैट पर हिन्दी की व्यवसायिक पत्रिकाओं के आने से हिन्दी भाषी भी शेयर बाजार से लाभ उठा सकेंगे। पैसा कमाने मे भाषा कोई बाधा नही बननी चाहिए। बहुत अच्छा प्रयास है, पत्रिका का ले-आउट काफी प्रोफ़ेशनल है।
छवि मीडिया को तकनीकी कार्य के लिए ढेर सारी बधाईयां।