निवेशक लौटने लगे दलाल स्ट्रीट में
दलाल स्ट्रीट में यह दिवाली वाकई जगमग दिवाली रही और मायूस निवेशकों के चेहरों पर फिर से रौनक लौटने लगी। बीएसई सेंसेक्स के पिछले सप्ताह 9700 अंक पार करने के साथ एक बार फिर निवेशकों को यह भरोसा दिलाया जाने लगा है कि चलो दलाल स्ट्रीट। लेकिन कुछ इक्विटी विश्लेषक इस गर्मी को रीलिफ रैली मानते हैं। यानी इस तेजी के टिकाऊ होने के आसार नहीं हैं।
एक फंड प्रबंधक का कहना है कि दलाल स्ट्रीट में पिछले सप्ताह आई तेजी में घटी महंगाई दर की अहम भूमिका रही। दुनिया भर में खासकर अमरीकी वित्तीय बाजार में आया संकट अभी दूर होने के आसार नहीं हैं। साथ ही दुनिया भर के शेयर बाजारों में भी बड़े सुधार के आसार कम हैं। इस बीच, भारतीय रिज़र्व बैंक ने मुख्य दरों में कटौती करके एक बार फिर चौंकाया है। रिजर्व बैंक ने शनिवार दोपहर अचानक सीआरआर और एसएलआर में एक फ़ीसदी और रेपो रेट में 0.5 फीसदी की कटौती कर दी। कटौती के बाद सीआरआर अब 5.5 फीसदी रेपो दर 7.5 फीसदी और एसएलआर 24 फीसदी हो गई है। एक अनुमान के मुताबिक इस कटौती से सिस्टम में करीब 85 हजार करोड़ रुपए आएंगे। नकदी की समस्या से जूझ रहे बैंकिंग सिस्टम को इससे निश्चित तौर पर राहत मिलेगी।
सरकार और रिजर्व बैंक द्धारा उठाए जा रहे कुछ कदमों से शेयर बाजार के खिलाडि़यों की राय में बीएसई सेंसेक्स निकट भविष्य में 11 हजार अंक के करीब पहुंच सकता है लेकिन इस स्तर पर भारी मुनाफा वसूली के पक्के आसार हैं जिससे सेंसेक्स एक बार फिर काफी नीचे आ सकता है। असल में किसी को भी अब यह भरोसा नहीं हैं कि मौजूदा गर्माहट टिकेगी। यही वजह है कि निवेशक इस समय दूध का जला छाछ को भी फूंक फूंककर पीता है, कि स्थिति में हैं। अधिकतर निवेशक अपनी पोजीशन आगे ले जाने के बजाय कारोबार बंद होते होते काटना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई सेंसेक्स 03 नवंबर से शुरु हो रहे नए सप्ताह में 10473 अंक से 9111 अंक के बीच घूमता रहेगा। जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई का निफ्टी 33088 अंक से 2683 के बीच कारोबार करेगा।
तकनीकी विश्लेषक हितेंद्र वासुदेव का कहना है कि बीएसई सेंसेक्स बड़ी तेजी से अपने निचले स्तर 7697 से रिकवर हुआ है जो यह बताता है कि सेंसेक्स आईसीयू से बाहर आया है लेकिन यह देखना होगा कि पुलबैक रैली कितनी बड़ी होती है क्योंकि कहीं ऐसा न हो कि इसके तेजी से बढ़ने से पहले इसकी हवा निकल जाए। वे कहते हैं कि साप्ताहिक रेसीसटेंस 10539-10750 है और साप्ताहिक सपोर्ट 9118-8366-7697 पर दिखाई देगा। वासुदेव पुलबैक स्तर 10532-11395-12284 अंक का मानते हैं।
शेयर बाजार के मौजूदा निचले स्तर पर अब एचएनआई और रिटेल निवेशकों ने फिर से शेयर खरीदने की हिम्मत दिखाना शुरु किया है। यह संख्या बड़ी नहीं है लेकिन काफी निवेशक मानते हैं कि इस समय शेयरों के भाव अपने सही प्राइस पर हैं और कई टुकड़ों में शेयरों की खरीद की जा सकती है। नीचे भावों पर खरीद और ऊपरी भावों पर बिकवाली......शेयर बाजार के इस सामान्य सिद्धांत को जानता तो हर कोई है लेकिन साहस करने वालों की संख्या कम होती है। दुनिया के विख्यात निवेशक वारेन बफेट के अनुयायियों के लिए तो यह समय शेयरों की खरीद और लंबे समय के लिए निवेश का है।
इस सप्ताह निवेशक अरेवा टी एंड डी, हिंडाल्को, मैक्स इंडिया, आईओएन एक्सचेंज, पुंज लायड, टिस्को, वोल्टास, गेल, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंडियन बैंक और टीटागढ़ वैगन पर ध्यान दे सकते हैं।
एक फंड प्रबंधक का कहना है कि दलाल स्ट्रीट में पिछले सप्ताह आई तेजी में घटी महंगाई दर की अहम भूमिका रही। दुनिया भर में खासकर अमरीकी वित्तीय बाजार में आया संकट अभी दूर होने के आसार नहीं हैं। साथ ही दुनिया भर के शेयर बाजारों में भी बड़े सुधार के आसार कम हैं। इस बीच, भारतीय रिज़र्व बैंक ने मुख्य दरों में कटौती करके एक बार फिर चौंकाया है। रिजर्व बैंक ने शनिवार दोपहर अचानक सीआरआर और एसएलआर में एक फ़ीसदी और रेपो रेट में 0.5 फीसदी की कटौती कर दी। कटौती के बाद सीआरआर अब 5.5 फीसदी रेपो दर 7.5 फीसदी और एसएलआर 24 फीसदी हो गई है। एक अनुमान के मुताबिक इस कटौती से सिस्टम में करीब 85 हजार करोड़ रुपए आएंगे। नकदी की समस्या से जूझ रहे बैंकिंग सिस्टम को इससे निश्चित तौर पर राहत मिलेगी।
सरकार और रिजर्व बैंक द्धारा उठाए जा रहे कुछ कदमों से शेयर बाजार के खिलाडि़यों की राय में बीएसई सेंसेक्स निकट भविष्य में 11 हजार अंक के करीब पहुंच सकता है लेकिन इस स्तर पर भारी मुनाफा वसूली के पक्के आसार हैं जिससे सेंसेक्स एक बार फिर काफी नीचे आ सकता है। असल में किसी को भी अब यह भरोसा नहीं हैं कि मौजूदा गर्माहट टिकेगी। यही वजह है कि निवेशक इस समय दूध का जला छाछ को भी फूंक फूंककर पीता है, कि स्थिति में हैं। अधिकतर निवेशक अपनी पोजीशन आगे ले जाने के बजाय कारोबार बंद होते होते काटना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई सेंसेक्स 03 नवंबर से शुरु हो रहे नए सप्ताह में 10473 अंक से 9111 अंक के बीच घूमता रहेगा। जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई का निफ्टी 33088 अंक से 2683 के बीच कारोबार करेगा।
तकनीकी विश्लेषक हितेंद्र वासुदेव का कहना है कि बीएसई सेंसेक्स बड़ी तेजी से अपने निचले स्तर 7697 से रिकवर हुआ है जो यह बताता है कि सेंसेक्स आईसीयू से बाहर आया है लेकिन यह देखना होगा कि पुलबैक रैली कितनी बड़ी होती है क्योंकि कहीं ऐसा न हो कि इसके तेजी से बढ़ने से पहले इसकी हवा निकल जाए। वे कहते हैं कि साप्ताहिक रेसीसटेंस 10539-10750 है और साप्ताहिक सपोर्ट 9118-8366-7697 पर दिखाई देगा। वासुदेव पुलबैक स्तर 10532-11395-12284 अंक का मानते हैं।
शेयर बाजार के मौजूदा निचले स्तर पर अब एचएनआई और रिटेल निवेशकों ने फिर से शेयर खरीदने की हिम्मत दिखाना शुरु किया है। यह संख्या बड़ी नहीं है लेकिन काफी निवेशक मानते हैं कि इस समय शेयरों के भाव अपने सही प्राइस पर हैं और कई टुकड़ों में शेयरों की खरीद की जा सकती है। नीचे भावों पर खरीद और ऊपरी भावों पर बिकवाली......शेयर बाजार के इस सामान्य सिद्धांत को जानता तो हर कोई है लेकिन साहस करने वालों की संख्या कम होती है। दुनिया के विख्यात निवेशक वारेन बफेट के अनुयायियों के लिए तो यह समय शेयरों की खरीद और लंबे समय के लिए निवेश का है।
इस सप्ताह निवेशक अरेवा टी एंड डी, हिंडाल्को, मैक्स इंडिया, आईओएन एक्सचेंज, पुंज लायड, टिस्को, वोल्टास, गेल, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंडियन बैंक और टीटागढ़ वैगन पर ध्यान दे सकते हैं।
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