निफ्टी 8980 के नीचे आई तो मुनाफावसूली संभव
नई ऊंचाई छूने के बाद गत सप्ताह भारतीय शेयर बाजार में मुनाफावसूली देखी गई। गत सप्ताह निफ्टी एवं सेंसेक्स क्रमश: 9108/29421 के स्तर पर मामूली साप्ताहिक गिरावट के साथ बंद हुए। घरेलू संस्थागत निवेशकों द्वारा मुनाफावसूली एवं अमरीकी बाजार में कमजोरी ने भारतीय बाजार पर दबाव बनाया लेकिन निचले स्तरों से बाजार में फिर से खरीदारी देखी गई और अंतिम दो दिन बाजार तेजी के साथ बंद हुए।
वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा बैंको के एनपीए को लेकर जल्द ही बड़े कदम उठाने के संकेत दिए जिससे शुक्रवार को पीएसयू बैंको के शेयरो में जोरदार तेजी देखी गई।
इस सप्ताह के प्रमुख घटक:
डॉलर ट्रम्प की नीतियों की वजह से अमरीकी बाजार में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है, जिसका असर भारतीय बाजारो पर भी देखने को मिल रहा है।
इस वर्ष अल-नीनो इफ़ेक्ट की वजह से कमजोर मानसून का डर है लेकिन मौसम विभाग की नॉर्मल मानसून की उम्मीद से बाजार को राहत मिलेगी।
विदेशी निवेशक जो लगातार खरीदारी कर रहे है एवं घरेलू संस्थागत निवेशक जिनके द्वारा मुनाफावसूली देखने को मिल रही है, दोनों का रुख बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण होगा।
गुरुवार को मार्च महीने की एफएंडओ कटान के चलते बाजार में थोड़ी उठापटक देखने को मिल सकती है। इसके अलावा रुपए एवं कच्चे तेल की चाल अन्य प्रमुख घटक रहेंगे।
टेक्निकल आउटलुक: स्वस्तिक इनवेस्टमार्ट, इंदौर के इक्विटी विश्लेषक संतोष मीणा का कहना है कि बाजार में तेजी का मोमेंटम बना हुआ है जहां गिरावट के बाद निफ्टी में 9060-8980 के सपोर्ट क्षेत्र से फिर से खरीदारी देखी गई। 9143-9220 का क्षेत्र मजबूत रेजिस्टेंस का काम करेगा, इसके ऊपर निकलने पर बाजार में फिर से तेजी का मोमेंटम देखने को मिलेगा। नीचे की ओर 8980 के नीचे फिसलने पर मुनाफावसूली का दबाव बढ़ सकता है, जहां 8860-8820 अगला मजबूत सपोर्ट क्षेत्र रहेगा।
वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा बैंको के एनपीए को लेकर जल्द ही बड़े कदम उठाने के संकेत दिए जिससे शुक्रवार को पीएसयू बैंको के शेयरो में जोरदार तेजी देखी गई।
इस सप्ताह के प्रमुख घटक:
डॉलर ट्रम्प की नीतियों की वजह से अमरीकी बाजार में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है, जिसका असर भारतीय बाजारो पर भी देखने को मिल रहा है।
इस वर्ष अल-नीनो इफ़ेक्ट की वजह से कमजोर मानसून का डर है लेकिन मौसम विभाग की नॉर्मल मानसून की उम्मीद से बाजार को राहत मिलेगी।
विदेशी निवेशक जो लगातार खरीदारी कर रहे है एवं घरेलू संस्थागत निवेशक जिनके द्वारा मुनाफावसूली देखने को मिल रही है, दोनों का रुख बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण होगा।
गुरुवार को मार्च महीने की एफएंडओ कटान के चलते बाजार में थोड़ी उठापटक देखने को मिल सकती है। इसके अलावा रुपए एवं कच्चे तेल की चाल अन्य प्रमुख घटक रहेंगे।
टेक्निकल आउटलुक: स्वस्तिक इनवेस्टमार्ट, इंदौर के इक्विटी विश्लेषक संतोष मीणा का कहना है कि बाजार में तेजी का मोमेंटम बना हुआ है जहां गिरावट के बाद निफ्टी में 9060-8980 के सपोर्ट क्षेत्र से फिर से खरीदारी देखी गई। 9143-9220 का क्षेत्र मजबूत रेजिस्टेंस का काम करेगा, इसके ऊपर निकलने पर बाजार में फिर से तेजी का मोमेंटम देखने को मिलेगा। नीचे की ओर 8980 के नीचे फिसलने पर मुनाफावसूली का दबाव बढ़ सकता है, जहां 8860-8820 अगला मजबूत सपोर्ट क्षेत्र रहेगा।
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