आज 22 जून का मानसून पूर्वानुमान

नई दिल्‍ली। दक्षिण पश्चिम मॉनसून बीते छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार में कुछ और आगे बढ़ा है। इस समय मॉनसून की उत्तरी सीमा वलसाड़, नाशिक, बुलधाना, यवतमाल, रायपुर, डाल्टनगंज और सुपौल में पहुंच गई है। पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और इससे सटे भागों के पास बना हुआ है। इसके प्रभाव से विकसित हुआ चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर-पश्चिमी राजस्थान और इससे सटे भागों पर दिखाई दे रहा है।

स्‍काईमेट का कहना है कि पश्चिमी भारत से पूर्वी भारत तक एक ट्रफ रेखा बनी हुई है। यह सिस्टम गंगा के मैदानी भागों से गुजर रही है और उत्तर प्रदेश पर बने चक्रवाती सिस्टम को भी जोड़ रही है। उत्तरी बांग्लादेश पर भी एक चक्रवाती सिस्टम बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल से बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है। पश्चिमी तटों पर बनी मॉनसून ट्रफ इस समय कमजोर हो गई है।

मॉनसून का प्रदर्शन : बीते 24 घंटों के दौरान सबसे अधिक मॉनसूनी सक्रियता ओड़ीशा में देखी गई। राज्य में कई जगहों पर मध्यम से भारी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। केरल और तटीय कर्नाटक में भी कुछ स्थानों पर अच्छी वर्षा दर्ज की गई है। पूर्वोत्तर भारत के राज्यों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, झारखंड में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई है। पश्चिम बंगाल के शेष हिस्सों, बिहार, तेलंगाना और विदर्भ में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।

तमिलनाडु और तटीय आंध्र प्रदेश में कुछ जगहों पर हल्की बारिश हुई। गोपालपुर में 84 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है। फोर्ब्सगंज और सम्बलपुर में 83 मिमी, भवानिपटना में 76 मिमी, क्योंझारगढ़ में 65 मिमी और गोवा में 50 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।

वर्षा अगले 24 घंटों के दौरान : छत्तीसगढ़, विदर्भ, तेलंगाना, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, त्रिपुरा, आंतरिक ओड़ीशा, तटीय आंध्र प्रदेश, तटीय कर्नाटक, केरल और अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। इन भागों में कहीं-कहीं भारी बारिश भी संभावित है।

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