वाह मनी ब्लॉग का आज पहला जन्मदिन है। इस ब्लॉग के नियमित पाठक और मित्र अरबिंद सोलंकी ने वाह मनी की पहली वर्षगांठ पर विशेष रुप से यह लेख भेजा है जिसमें उन्होंने शेयर बाजार के खिलाडि़यों को चेताया है कि मौजूदा हालात इक्विटी बाजार में बड़ी तबाही की दस्तक है। कबीरा खड़ा बाजार में लिए लुकाटी हाथ, जो घर फूंके आपना चले हमारे साथ। कबीर को भी पता नहीं क्या हो जाता था, जब चाहे बाजार में खड़े हो जाते थे। किसी की खैर मांगेंगे तो बाजार में खड़े होकर और किसी को घर फूंक अपने साथ चलने को कहेंगे तो बाजार में खड़े होकर। कबीर का बाजार में खड़े होने का प्रेम समझ से परे है। अपने फक्कड़पन या विचारधारा के कारण कबीर, कम्युनिस्ट किस्म के लोगों में काफी लोकप्रिय हैं लेकिन जिस तरह से वे जब तब बाजार में खड़े हो जाते हैं या थे वे मुझे खांटी कैपिटिल्सिट लगते हैं। खैर! कबीर बाजार में खड़े हों या किसी मैदान में हमें ? दरअसल इस लेख का कबीर से या उनके बाजार में खड़े होने से कोई संबंध नहीं है। यह लेख तो शेयर बाजार में खड़े लोगों के लिए है जो मक्खी की तरह पूरा गुड़ चट करने की कोशिश में हैं। उन्हें लग रहा है ...
वोल्टास निवेश के लिए सदाबहार कंपनी। एक ऐसी इंजीनियरिंग कंपनी जिसमें आप कभी भी निवेश कर सकते हैं और जब चाहे मुनाफा कमाकर बाहर निकल सकते हैं। वोल्टास की इलेक्ट्रो मैकेनिकल उत्पादों के क्षेत्र में मजबूत स्थिति है। पश्चिम एशिया में कंसट्रक्शन क्षेत्र में जिस तरह की गर्मी देखने को मिल रही है, उसे शीतलता देने का काम वोल्टास को मिल रहा है जिससे इसकी आय और मुनाफे में खूब बढ़ोतरी हो रही है। यदि कोई निवेशक अपने निवेश को तीन साल रोककर रखने की हिम्मत रखता है तो उसके लिए वोल्टास से बेहतर कंपनी नहीं है। वर्ष 2008 में कंपनी की सालाना आय में 30 फीसदी का इजाफा होने की संभावना है। वोल्टास एयर कंडिशनिंग और इंजीनियरिंग सॉल्यूशंस प्रोवाइडर कंपनी है। इस कंपनी का मूल कामकाज घरों और दफ्तरों, मॉल्स, एयरपोर्टस, मल्टीप्लेक्स के लिए बेहतर एयर कंडीशनिंग आवश्यकताओं को पूरा करना है। यह कंपनी उन क्षेत्रों में भी काम करती है, जहां तापमान, आर्द्रता और हवा पर निगरानी रखने की जरुरत होती है। इन उपयोगकर्ताओं में स्टील और बिजली संयंत्र, पेट्रोकैमिकल्स सुविधाएं और लैबोरेटरीज शामिल हैं। वोल्टास मटीरियल हैंड...
भारतीयों में हमेशा से ही सोने की चाहत रही है, जो धनतेरस के दौरान और भी बढ़ जाती है, क्योंकि वे दिवाली के दिन सोना खरीदना शुभ मानते हैं। फिजिकल सोने की चमक के अलावा, गोल्ड ईटीएफ, गोल्ड म्यूचुअल फंड और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) जैसे उत्पाद भी इन दिनों चमक रहे हैं, प्रत्येक के अपने फायदे और नुकसान हैं। उनमें से, गोल्ड ईटीएफ युवा आबादी के बीच सबसे लोकप्रिय हो रहे हैं। अक्टूबर 2023 के अंत में गोल्ड ईटीएफ के प्रबंधन के तहत संपत्ति 26,163 करोड़ रुपए थी, जो अक्टूबर 2022 में 19,882 करोड़ रुपए और अक्टूबर 2013 में 9,894 करोड़ रुपए से अधिक थी। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया के अनुसार अक्टूबर में गोल्ड ईटीएफ में शुद्ध प्रवाह (नेट इनफ्लो) सितंबर के 175 करोड़ रुपए की तुलना में 841 करोड़ रुपए बढ़ गया। निवेश में उछाल को मुद्रास्फीति बचाव, वैश्विक अनिश्चितता, फेड मौद्रिक नीति और मुद्रा मूल्यह्रास जैसे कई कारकों के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। मुद्रास्फीति के दौरान सोना अच्छा प्रदर्शन करता है, सुरक्षा चाहने वाले निवेशकों को आकर्षित करता है। सोना, एक सुरक्षित-संपत्ति है, जो आर्थिक अनिश्चि...
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