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झंडा ऊंचा रहे हमारा

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बढ़े चलो, चले चलो

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देश के विख्‍यात निवेशक राकेश झुनझुनूवाला का कहना है कि वर्ष 2012 तक बीएसई सेंसेक्‍स 25 हजार अंक पहुंच जाएगा। वे मानते हैं कि देश की अर्थव्‍यवस्‍था इस बात के संकेत दे रही है कि तेजी कायम रहेगी। एकदम सही कहा है राकेश झुनझुनूवाला ने। वाह मनी ब्‍लॉग शुरू से ही कहता आया है कि हर गिरावट आपके लिए बेहतर कंपनियों के शेयर खरीद के मौके खड़ी करती है और हर बड़ी तेजी आंशिक मुनाफा वसूली। असल में हर गिरावट के बाद एक उछाल आता है लेकिन सच्‍चा खिलाड़ी वह है जो हर बड़ी गिरावट में बेहतर शेयर छोटी छोटी मात्रा में खरीदता है। आपको कई बार यह लगता है कि मैंने अमुक कंपनी के शेयर नहीं लिए या चूक गया...लेकिन ऐसी गिरावट आपको बेहतर कंपनियों या अपनी पसंदीदा कंपनियों के शेयर खरीदने के मौके देती है। गिरावट के समय जो सबसे बड़ा मंत्र है, पहले आप शांत मन से अपनी पसंदीदा कंपनियों की सूची का विश्‍लेषण करें और यह देखें कि जिन कंपनियों के शेयर आप खरीदना चाहते हैं उनके नतीजे पिछले तीन सालों में किस तरह के आए हैं, प्रबंधन कैसा है, जिस क्षेत्र से कंपनी जुड़ी हैं, उस उद्योग का भविष्‍य कैसा है। क्‍या शेयर खरीदने के बाद आपकी होल्ड

मंदडि़ए हुए हावी

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हितेंद्र वासुदेव शेयर बाजार में पिछले सप्‍ताह हमने बताया था कि तेजडि़एं और मंदडिएं एक दूसरे को पटखनी देने में लगे हैं और पिछले सप्‍ताह की चंचलता इस बात का सबूत रही। बाजार के उठने और गिरने का कारण कोई तय नहीं था और किसी भी समय कुछ भी घट रहा था। बीएसई सेंसेक्‍स 293 अंक की गिरावट के साथ खुला और 27 जुलाई 2007 शुक्रवार को यह 544 अंक नीचे था। इस गिरावट की अभी तक भरपाई नहीं हो सकी है। सेंसेक्‍स का टेस्‍ट 15776/15487 के बीच था लेकिन न तो यह इसे पार कर सका और न ही इसके ऊपर बंद हुआ। 31 जुलाई को सेंसेक्‍स सुधरकर 15568 अंक की ऊंचाई तक गया और 9 अगस्‍त को यह 15542 तक गया लेकिन बाद में बुरी तरह टूटकर 15001 अंक पर बंद हुआ जो 207 अंक की गिरावट दिखाता है। 10 अगस्‍त को सेंसेक्‍स 15100/14674 अंक के गेप के साथ खुला लेकिन बाद में हल्‍का सुधरा और यह गेप 14901/15100 का बना। सेंसेक्‍स के सामने अब दो गेप बाधाएं हैं। सेंसेक्‍स की ऊंचाई अब 15868 और निचाई 15542 मानी जा सकती है। लेकिन यहां एक बात साफ है कि जब तक सेंसेक्‍स 15868 को पार नहीं करता तब तक यह नहीं कहा जा सकता कि करेक्‍शन पूरा हो गया। हम आपको पहले ही कह

दिल मजबूत होना जरुरी

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दुनिया भर के शेयर बाजारों में इन दिनों जो भी निवेशक कारोबार कर रहे हैं और यदि उनके दिल कमजोर है तो पहली सलाह यही है कि वे बाजार से निकल जाएं। इस समय शेयर बाजारों में जो उठापटक हो रही है उसे मजबूत दिल वाले ही सह सकते हैं। हालांकि, जिन निवेशकों ने पहले आंशिक मुनाफा वसूली कर ली थी उनके लिए बेहतर स्‍टॉक्‍स सस्‍ते में लेने का समय आ रहा है। यह समय ऐसा होगा जब आपको यह कहिए कि अनेक कंपनियों के शेयर अपने अब तक उच्‍चतम भावों से डिस्‍काउंट में मिलेंगे। त्‍यौहारों से पहले जिस तरह हरेक दुकानों के बाहर बोर्ड लग जाते हैं...सेल..20 प्रतिशत डिस्‍काउंट...सेल...50 फीसदी डिस्‍काउंट। शेयर बाजार में जोरदार..जोरदार तेजी आएगी जिसकी कल्‍पना काफी कम लोगों ने की है और ऐसे त्‍यौहार का आनंद उठाने से पहले यह डिस्‍काउंट सेल रहेगी ताकि त्‍यौहार मनाने से पहले आप सस्‍ते में कुछ चीजें खरीद सकें और दुकानों में आपको नया स्‍टॉक मिल सके। वाकई आप मजबूत दिल वाले हैं तो घबराएं नहीं। आज भारतीय शेयर बाजार सुबह अंतरराष्‍ट्रीय बाजारों की चाल के मुताबिक खूब बढ़कर खुला लेकिन बीएनपी परिबास के तीन एसेट बेकड फंड के फ्रीज होने की खबर आ

पैसे का पावर है अल्‍फा ट्रांसफार्मर्स में

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अल्‍फा ट्रांसफार्मर्स लिमिटेड देश के पूर्वी भाग में ट्रांसफार्मर बनाने वाली एक मुख्‍य कंपनियों में शामिल है। यह कंपनी यूटीलिटी और औद्योगिक क्षेत्र में काम आने वाले ट्रांसफार्मर का उत्‍पादन करती है। कंपनी बिजली उत्‍पादन और वितरण के काम आने वाले 33 केवी तक के ट्रांसफार्मर बनाती है। इसकी दो उत्‍पादन इकाइयां हैं जो उड़ीसा के भुवनेश्‍वर शहर में हैं। कंपनी को घरेलू बाजार के अलावा आय निर्यात से भी मिलती है। बिजली क्षेत्र में हो रहे तेज विकास को देखते हुए कंपनी ने अपनी क्षमता बढ़ाने का फैसला किया है। अब कंपनी ने देश के पश्चिमी भाग में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए महाराष्‍ट्र के नासिक में अपनी उत्‍पादन इकाई स्‍थापित करने की योजना बनाई है। साथ ही कंपनी ने बड़ौदा में एक इकाई लीज पर ली है, जहां पावर ट्रांसफार्मर बनाए जाएंगे। सीमित क्षमता की वजह से कंपनी अब तक अपना उतना विकास नहीं कर पाई जितना उसे करना चाहिए था, जबकि इसके पास ऑर्डर की स्थिति संतोषजनक है। कंपनी पर भरोसा किया जाए तो इसके पास एक अरब रुपए के ऑर्डर हैं जिन्‍हें अगले 16 महीनों में पूरा करना है। इसे देखते हुए कहा जा सकता है कि कंपनी क