चीनी स्टॉक्स में निवेश किया तो खाएंगे धोखा
केंद्र सरकार अब चीनी उद्योग को अनेक रियायतों की बातें कर रही हैं जिससे शेयर बाजार में इन दिनों चीनी शेयरों को खरीदने की सिफारिश बड़े पैमाने पर हो रही है। बीच बीच में चीनी शेयरों के दाम इस तरह बढ़े भी हैं कि अच्छे अच्छे निवेशक पैसे बनाने के लालच में आ जाएं। जबकि हकीकत यह है कि चीनी शेयरों में निवेश करने वाले निवेशक एक दिन अपने को ठगा हुआ महसूस करेंगे। चीनी उद्योग के हालात मिलने वाली रियायतों के बावजूद खराब ही रहेंगे। अब जानिए हकीकत जो चीनी के मिठास जितनी ही कड़वी है। केंद्र सरकार चीनी उद्योग को दिए जा रहे निर्यात प्रोत्साहन समय को एक साल के लिए बढ़ाएगी। एथनॉल की ब्लेंडिंग पांच से बढ़ाकर दस फीसदी की जाएगी, जबकि इस समय ब्लेंडिंग पांच तो छोड़ों दो फीसदी भी नहीं हो रही। सीधे गन्ने में से एथनॉल बनाने का ढांचा ही नहीं है। ऐसी बुनियादी सुविधाएं खड़ी करने में दो साल लगेंगे। नाबार्ड बैंक के कर्ज को रिस्ट्रक्चरिंग करने की है तो हम आपको बता दें कि शेयर बाजार में लिस्टेड किसी भी शुगर कंपनी के पास नाबार्ड बैंक का कर्ज नहीं है, तो फायदा किसे मिलेगा। केवल उत्तर प्रदेश में गन्ने के दाम घटाए