निवेशक तैयार रहें प्रतिकूल स्थिति के लिए
भारतीय शेयर बाजार की अगली चाल क्रूड, डॉलर और मानसून पर निर्भर रहने की बात हमने पिछले सप्ताह कही थी और अभी भी ये कारक ही बाजार पर हावी हैं। इस बीच, कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी की जीत ने लोकसभा चुनाव जल्दी होने की अटकलों पर विराम लगा दिया है। लेकिन भाजपा के लिए दक्षिण के खुले द्धार का शेयर बाजार पर भी असर दिखाई देगा। अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड के दाम 135 डॉलर प्रति बैरल को पार कर गए हैं जो यह संकेत देते हैं बाजार गोल्डमैन शैश की उस भविष्यवाणी की ओर बढ़ रहा है जहां उसने क्रूड के दाम 141 से 200 डॉलर प्रति बैरल पहुंचने की बात कही थी। यदि ऐसा हुआ तो शेयर बाजार सहित समूची अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल असर देखने के लिए निवेशकों को तैयार रहना होगा। क्रूड के बढ़ते दाम से समूची दुनिया के शेयर बाजार इस समय एक बार फिर मंदी की चपेट में आ गए हैं। बीच बीच में आने वाली गर्मी स्थाई नहीं बन पा रही है जिसकी वजह से इस समय शेयर बाजार की दिशा भ्रामक है। ऐसी स्थिति में निवेशकों को लंबी अवधि के निवेश के बजाय बेहद छोटी अवधि या दैनिक कारोबार पर ध्यान देना चाहिए। लंबी अवधि के निवेश के लिए लोकसभा चुनाव क